सोमवार को मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों समेत मंडल व जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिलाधिकारी स्थानीय परंपरा और आवश्यकता के अनुरूप निर्णय लेकर इस संबंध में आदेश जारी करेंगे।
दिल्ली में यमुना नदी में प्रदूषण का स्तर बहुत ज्यादा है। यमुना के पानी में प्रदूषण की वजह से झाग की मोटी परत बनी हुई है और अमोनिया का स्तर पर बहुत ज्यादा बढ़ा हुआ है।
चार दिन चलने वाले छठ महापर्व की शुरुआत 8 नवंबर से नहाय खाय के साथ होगी। इस खास दिन पर अपने करीबियों और दोस्तों को ये मैसेज भेजकर उन्हें महापर्व की शुभकामनाएं दें।
अगर आप पहली बार छठी मइया का व्रत रख रहे हैं तो सबसे पहले पूजन सामग्री लिस्ट जरूर बना लें। जानिए चार दिन तक चलने वाले इस व्रत में पूजा अर्चना के दौरान किन चीजों की आपको जरूरत होगी।
8 नवंबर से छठ महापर्व की शुरुआत हो रही है। ये पर्व चार दिन तक चलता है। जानिए इन चार दिनों में किस दिन किस तरह से पूजा अर्चना की जाती है।
भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव के छठ पर आधारित कई गानें रिलीज हुए हैं।
साल में दो बार चैत्र और कार्तिक महीने में शुक्ल पक्ष में महापर्व छठ व्रत होता है, जिसमें श्रद्धालु भगवान भास्कर की अराधना करते हैं।
यूपी- बिहार में मनाए जाने वाले महापर्व छठ की धूम हर तरफ देखी जा रही है। सूर्यदेव की पूजा का ये पर्व छठी मैया की पौराणिक कथाओं का गवाह है।
आज छठ महापर्व का तीसरा दिन है। आज के दिन अस्त होते हुए सूर्य को अर्घ्य दी जाती है।
पूर्वांचलियों के बड़े त्योहार छठ को लेकर राजधानी नई दिल्ली में राजनीति चरम पर है। सभी राजनीतिक दल इस मौके को खुद को पूर्वांचलियों का सबसे बड़ा हितैषी सिद्ध करने में जुटे हुए हैं।
कार्तिक शुल्क पक्ष की चतुर्थी तिथि और गुरूवार का दिन है। इसके साथ ही छठ पूजा का पहला दिन है।
हर साल छठ का पर्व आते ही ये गाना जरूर सुना जाता है। मॉर्डन बहु और बेटे ने किस तरह सोसाइटी में पहली बार छठ का पर्व मनाया।
जब से ऋतिक अपनी आगामी फिल्म सुपर 30 में बिहारी कैरेक्टर की तैयारी कर रहे है, वह इस त्यौहार के महत्व को बेहतर तरीके से समझ चुके है।
साल का आखिरी महापर्व छठ इस साल 11 नवंबर को पूरे उत्तर भारत खासकर बिहार, यूपी, झारखंड में इस महापर्व की शुरुआत हो गई है।
बिहार की राजधानी पटना समेत समूचे राज्य में मंगलवार को 'नहाय-खाय' के साथ चार दिवसीय लोक आस्था और सूर्य उपासना का महापर्व शुरू प्रारंभ हो गया।
बिना सीमेंट या चूना-गारा का प्रयोग किए आयताकार, वर्गाकार, आर्वाकार, गोलाकार, त्रिभुजाकार आदि कई रूपों और आकारों में काटे गए पत्थरों को जोड़कर बनाया गया यह मंदिर अत्यंत आकर्षक एवं विस्मयकारी है...
संपादक की पसंद