हरिवंश राय बच्चन (1907-2003) एक ऐसे कवि थे जो आज भी अपनी कविताओं के लिए जाने जाते हैं। वे भारत के सबसे मशहूर और पसंदीदा हिंदी भाषी कवियों में से एक थे। वे अपने काव्य संग्रह 'मधुशाला' के लिए प्रसिद्ध हैं।
ताशकंद समझौते के बाद शास्त्री जी ने अपने घर में बात की थी। इसके बाद वह बहुत खुश नहीं थे। अगले दिन ही उनकी लाश होटल के कमरे में मिली थी। शास्त्री जी की मौत अभी भी रहस्य बनी हुई है।
पंडित जवाहर लाल नेहरू के देहांत के बाद लाल बहादुक शास्त्री करीब डेढ़ साल भारत के प्रधानमंत्री रहे। आसान नहीं थी पंडित नेहरू के बनाए गए छवि को मैच करना। लेकिन लाल बहादुर शास्त्री बखूबी अपनी काबिलियत को दुनिया के सामने साबित किया। यह अलग बात है कि पीएम रहते ही उनकी मौत हो गई और ये हमारे देश का दुर्भाग्य था।
भारतीय सिनेमा के दिग्गज एक्टर ओम पुरी हिंदी सिनेमा के शानदार कलाकारों में से एक थे। आज भले ही वह हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनके यादगार किरदार के लिए वह हमेशा हमारी यादों में रहेंगे। एक्टर का करियर चार दशकों से अधिक समय तक चला था।
इस साल देश ने कई दिग्गज नेताओं को गंवा दिया। इनमें पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी, सीपीआईएम नेता सीताराम येचुरी, कांग्रेस के दिग्गज नेता नटवर सिंह और बाबा सिद्दीकी का नाम शामिल है।
हिंदी सिनेमा के रोमांटिक और दिग्गज अभिनेता देव आनंद ने अपने दौर की तकरीबन सभी हिट एक्ट्रेसेस संग काम किया है। 3 दिसंबर को देव आनंद की डेथ एनिवर्सरी है। आज भी लोगों को यकीन नहीं होता है कि बॉलीवुड के फॉरएवर रोमांटिक देव अब हमारे बीच नहीं रहे।
बाल ठाकरे अपनी मुखरता के लिए जाने जाते थे। वह कुछ भी कहने से संकोच नहीं करते थे। यही कारण था कि एक पार्टी में उन्होंने सीएम मनोहर जोशी से कुछ ऐसा कहा कि वह अवाक रह गए।
8 सितंबर 1960 को वेलिंगटन अस्पताल में फिरोज गांधी का निधन हुआ था। वह पारसी धर्म से ताल्लुक रखते थे लेकिन उनका अंतिम संस्कार हिंदू रीति-रिवाजों से हुआ था। उनके बेटे राजीव गांधी ने उन्हें मुखाग्नि दी थी।
पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का निधन 6 अगस्त, 2019 को 67 वर्ष की आयु में हृदयाघात से निधन हो गया था। सालों बाद उनकी राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने का काम बांसुरी स्वराज ने किया है।
भारत के सियासी फलक पर अमिट छाप छोड़ने वाली सुषमा स्वराज का हर कोई मुरीद रहा। उनका 41 सालों का राजनीतिक जीवन तमाम उपलब्धियों से भरा था। 6 अगस्त को ही सुषमा स्वराज का देहांत हुआ था। दिल्ली एम्स में उन्होंने अंतिम सांस ली थी।
डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ था। उनकी शुरुआती शिक्षा भी रामेश्वर में ही हुई। इसके बाद उन्होंने त्रिची के सेंट जोसेफ कॉलेज और मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से पढ़ाई की।
भारत और पाकिस्तान के बीच कारगिल की लड़ाई साल 1999 में लड़ी गई। भारत को इस युद्ध में जीत मिली और पाकिस्तान को हार। इस लड़ाई को जीतने में निर्णायक भूमिका निभाई कैप्टन विक्रम बत्रा ने। चलिए बताते हैं विक्रम बत्रा के पराक्रम की कहानी।
स्वामी विवेकानंद की आज पुण्यतिथि है। 4 जुलाई 1902 को उनका देहावसान हावड़ा के बेलुर मठ में हो गया। स्वामी विवेकानंद के जीवन से जुड़े कई दिलचस्प किस्से हैं। एक किस्सा आज हम आपको बताने वाले हैं।
पुलिस द्वारा रिश्वत का मांगा जाना कोई नई बात नहीं है लेकिन क्या आपने सोचा है कि कोई पुलिसकर्मी देश के प्रधानमंत्री से रिश्वत मांगे तो क्या होगा? लेकिन ऐसा हुआ था, जिसके बाद पूरा पुलिस थाना सस्पेंड हो गया था।
आज जवाहरलाल नेहरू की पुण्यतिथि है। आज ही के दिन जवाहरलाल नेहरू का निधन साल 1964 में हुआ था। ऐसे में आज हम आपको जवाहरलाल नेहरू की सबसे अनोखी और अनुसनी कहानी सुनाने जा रहा है, जब डकैतों ने नेहरू की जीप पर कब्जा कर लिया था।
भगत सिंह और उनके साथियों को 24 मार्च को फांसी दी जानी थी, लेकिन उन्हें 23 मार्च को ही फांसी पर लटका दिया गया। अंग्रेजों को डर था कि जनता विद्रोह कर सकती है।
सतीश कौशिक की 9 मार्च को पहली डेथ एनिवर्सरी है। इस मौके पर उनके दोस्त अनुपम खेर ने एक बहुत ही प्यारा और रूला देने वाला वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में दिवंगत सतीश कौशिक बातचीत करते नजर आ रहे हैं।
आज देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि है। आज राजघाट पर पीएम मोदी समेत देश के कई दिग्गज नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है।
टॉलीवुड सुपरस्टार जूनियर एनटीआर ने हाल ही में अपने दादा एनटीआर के 28वीं डेथ एनिवर्सरी पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। सोशल मीडिया पर RRR स्टार की जो तस्वीरें वायरल हो रही हैं उसमें वह कल्याण के साथ नम आंखों से एनटी रामाराव को नमन करते नजर आ रहे हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की आज पुण्यतिथि है। आज ही के दिन साल 1966 में तासकंद में उनकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। शास्त्री जी का कद भले ही छोटा था, जीवन भले ही सादा रहा हो। लेकिन देश के लिए उन्होंने हमेशा सबसे आगे रहकर काम किया।
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