एमवीए सरकार में शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस शामिल हैं। पवार ने बृहस्पतिवार को कहा था कि महाराष्ट्र सरकार केंद्र द्वारा पिछले साल पारित किए गए कानूनों को राज्य में लागू करने से पहले उनमें संशोधन के पक्ष में है।
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र के तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान शनिवार को विभिन्न राज्यों के राज्यपालों को ज्ञापन सौंपकर इन कानूनों को वापस लिए जाने की मांग करेंगे।
करीब सात महीने से दिल्ली के बॉर्डर पर धरना दे रहे किसानों के खिलाफ आवाज उठने लगी है। आज हरियाणा के शेरशाह गांव में 36 बिरादरी की महापंचायत हो रही है, ये महापंचायत किसानों के आंदोलन के विरोध में हो रही है।
मृतक मुकेश ने कथित तौर पर अपने भाई और एक ग्रामीण को बताया कि वह चार लोगों के साथ शराब पी रहा था, जिन्होंने किसानों के विरोध का हिस्सा होने का दावा किया और उन्होंने उसे आग लगा दी।
टिकरी बॉर्डर पर एक शख्स को जिंदा जलाने की घटना पर हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने India TV से की EXCLUSIVE बातचीत
मीडिया की उपेक्षा, महामारी फैलने की आशंका और एक अड़ियल सरकार से समय-समय पर खतरों के बावजूद, नए कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध जारी है।
गाज़ीपुर बॉर्डर पर ‘प्रोग्रेसिव मेडिकोस एवं साइंटिस्ट फ्रंट’ (पीएमएसएफ) के चिकित्सा शिविर में काम कर रहे अनिल भारतीय ने ‘भाषा’ से कहा, “ गाज़ीपुर में कोविड के मामले नहीं आए हैं। कुछ लोगों में लक्षण जरूर दिखे लेकिन लक्षण नियमित दवाई देने के बाद दो-तीन दिन में ठीक हो गए।”
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के नेता राकेश टिकैत ने किसान आंदोलन जल्द खत्म करने से इनकार करते हुए कहा कि हम 2024 तक आंदोलन करते रहेंगे।
दिल्ली पुलिस ने लोगों से कोरोना वायरस संक्रमण से हालात और लागू लॉकडाउन के मद्देनजर इकट्ठे नहीं होने की अपील की है और कहा कि प्रदर्शन स्थल पर किसी भी स्थिति से निपटने के लिए वह कड़ी नजर बनाए रखे है।
संयुक्त किसान मोर्चा ने घोषणा की थी कि किसान आंदोलन के छह महीने पूरे होने पर 26 मई को ‘काला दिवस’ मनायेंगे। कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वामदलों, समाजवादी पार्टी (सपा), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और द्रविड मुनेत्र कषगम (द्रमुक) समेत 12 प्रमुख विपक्षी दलों ने पिछले सप्ताह उनके विरोध प्रदर्शन का समर्थन किया था।
टिकैत मोहाली में अभय सिंह संधू के परिवार से मिलकर शोक जताने पहुंचे थे। स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह के भतीजे संधू की हाल ही में कोविड के बाद आयी जटिलताओं के कारण मौत हो गई।
कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। ऐसे में मुख्यमंत्री के खिलाफ हरियाणा के किसान संगठनों ने फैसला किया है कि 24 मई 2021 को हिसार कमिश्नरी का घेराव करेंगे।
केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ यहां प्रदर्शन कर रहे समूह में शामिल पंजाब के दो किसानों की मौत हो गई, जिनमें से एक कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया।
चक्रवाती तूफान तौकते का असर राजधानी दिल्ली पर भी पड़ा है। इसके कारण एक तरफ दिल्ली का मौसम बदला तो वहीं दिल्ली की सीमाओं पर कृषि कानून के विरोध में बैठे किसानों के टेंटों को नुकसान हो रहा है।
टीकरी बॉर्डर पर आंदोलन में आई पश्चिम बंगाल की युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म के आरोप को पर एफआइआर दर्ज होने के बाद पुलिस अब इस मामले में तेजी से जांच में जुट गई है। जिस अस्पताल में पीड़िता भर्ती रही थी, उस अस्पताल से पुलिस ने पूरा रिकार्ड तलब किया है, जिसमें कुछ सवाल हैं, जैसे कि युवती को कब अस्पताल में लाया गया? किसने दाखिल कराया? उसको क्या तकलीफ हुई? आदि अन्य सवाल शामिल हैं।
एक महिला आंदोलनकारी जिसकी पिछले 30 अप्रैल को कोरोना से मृत्यु हुई है, उसके पिता ने दावा किया है कि उनकी बेटी का रेप किया गया था। इस बात की जानकारी हरियाणा की झज्जर पुलिस की तरफ से दी गई। पुलिस ने लड़की के पिता की शिकायत पर केस दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।
एसकेएम ने एक बयान में कहा कि किसानों ने दिल्ली की सिंघू सीमा पर राजमार्ग के एक ओर का रास्ता कोविड-19 संकट के मद्देनजर ऑक्सीजन टैंकरों एवं एम्बुलेंस का निर्बाध आवागमन सुनिश्चित करने के लिए खाली कर दिया गया है।
संयुक्त किसान मोर्चे की तरफ से कहा गया कि धरना स्थलों पर किसान पहले ही दूर-दूर खुले में रह रहे हैं। संयुक्त किसान मोर्चा कृषि कानूनों के खिलाफ होने के साथ-साथ कोरोना के खिलाफ भी लड़ रहा है।
जयंत चौधरी ने शुक्रवार को ट्वीट किया, ''141 दिन, 350 से ज्यादा किसान शहीद। आने वाली पीढ़ियां खेती-किसानी बचाने के लिए त्याग को याद रखें।''
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया की एक खबर के अनुसार, भाकियू के जनरल सेक्रेटरी युद्धवीर सिंह ने सोमवार को एक बयान जारी कर सभी को चौंका दिया। उन्होंने कहा कि भाकियू 'भाजपा के खिलाफ नहीं है' और उत्तर प्रदेश के लोग आने वाले दिनों में होने वाले पंचायत चुनाव में अपनी इच्छा के अनुसार किसी को भी वोट कर सकते हैं।
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