प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जापान का 2 दिवसीय कार्यक्रम संपन्न करने के बाद अब चीन के तियानजिन शहर के लिए रवाना हो गए हैं। वहां वह एससीओ शिखर में हिस्सा लेंगे।
अमेरिका के टैरिफ वार के बीच पीएम मोदी की स्वतंत्र और आत्मनिर्भरता की चाल ने ट्रंप के सपनों को चकनाचूर करना शुरू कर दिया है। अमेरिका के सामने झुकने के बजाय भारत ने जापान जैसे साथियों के साथ सहयोग बढ़ाकर ट्रंप को बड़ा झटका दिया है।
अमेरिका के भारी-भरकम टैरिफ के आगे भारत झुकेगा नहीं, बल्कि पीएम मोदी ने दुनिया के अपने भरोसेमंद साझेदार देशों के साथ इसका नया विकल्प तलाशना शुरू कर दिया है। ऐसे वक्त में पीएम मोदी के जापान दौरे से अमेरिका को चिंता होने लगी है।
दोनों प्रधानमंत्रियों ने आतंकियों की फंडिंग, अंतरराष्ट्रीय अपराध के साथ उनके गठजोड़ को खत्म करने और आतंकवादियों की सीमा पार आवाजाही को रोकने का आह्वान किया।
भारत और जापान के बीच पीपल-टू-पीपल संपर्क के तहत 5 लाख युवाओं के आदान-प्रदान पर सहमति बनी है। यह समझौता भारतीय युवाओं को जापान में रोजगार दिलाने में सहायक होगा।
चंद्रयान-5 मिशन में एक अधिक परिष्कृत लैंडर और रोवर भेजा जा सकता है, जो पहले से ज्यादा उन्नत उपकरणों से लैस होंगे और चंद्रमा पर अधिक समय तक कार्य करने में सक्षम होंगे। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, चंद्रयान-5 को एक सैंपल रिटर्न मिशन के रूप में भी विकसित किया जा सकता है।
प्रधानमंत्री मोदी को ताकासाकी-गुन्मा स्थित शोरिनजान दरुमा-जी मंदिर के मुख्य पुजारी रेव सेशी हिरोसे ने यह दरुमा गुड़िया भेंट की। इसमें कहा गया है, ‘‘यह विशेष भाव भारत और जापान के बीच घनिष्ठ सभ्यतागत और आध्यात्मिक संबंधों की पुष्टि करता है।’’ जापानी संस्कृति में दरुमा गुड़िया को शुभ और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी जापान यात्रा के दौरान बड़ा ऐलान किया है। पीएम ने कहा कि मुंबई-अहमदाबाद ही नहीं, भारत में 7000 किलोमीटर तक बुलेट ट्रेन दौड़ाने का लक्ष्य है।
भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने जापान दौरे पर हैं। उन्होंने जापानी विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के समकक्ष आतंकवाद पर भारत की जीरो टोलरेंस नीति को सामने रखा। इसके साथ ही मिसरी ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत-जापान की रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने पर चर्चा की।
पहलगाम आतंकी हमले को लेकर भारत-पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के समय भारत और जापान के रक्षा मंत्रियों के बीच सोमवार को बड़ी बैठक आयोजित की गई है।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने जापान के नेताओं और अधिकारियों के साथ कई मद में बैठकें कीं। इस दौरान उन्होंने राज्य में विदेशी निवेश समेत भारत-जापान संबंधों को बढ़ावा देने को लेकर भी वार्ता की।
भारत और जापान ने जी7 शिखर सम्मेलन से इतर अपने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ा दिया है। पीएम मोदी ने अपने जापानी समकक्ष फूमियो किशिदा से द्विपक्षीय वार्ता के दौरान हिंद-प्रशांत क्षेत्र में रक्षा, सुरक्षा और समृद्धि के लिए रणनीतिक साझेदारी बढ़ाने पर सहमति जताई है।
समझौते पर आर्थिक मामलों के विभाग में अतिरिक्त सचिव विकास शील और भारत में जापान के राजदूत सुजुकी हिरोशी ने हस्ताक्षर किए। इससे पहले भी जापान भारत की आर्थिक तरक्की में लगातार सहयोग करता रहा है।
किशिदा फुमियो की इच्छा है कि भारत यूक्रेन पर हमला करने के लिए रूस पर सख्त रूख अख्तियार करे। भारत के लिए दुविधा यह है कि जापान और रूस दोनों उसके अच्छे दोस्त हैं। जबकि किशिदा चाहते हैं कि भारत, जापान और रूस में से किसी एक को चुने।
चीन की बढ़ती सैनिक आक्रामकता के चलते हिंद-प्रशांत क्षेत्र में उभरती चुनौतियों पर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और किशिदा के बीच चर्चा होने की संभावना है।
भारत में सबसे अधिक गाड़ी बेचने वाली कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया के चेयरमैन आर सी भार्गव ने भारत एवं जापान (India and Japan) के बीच की साझेदारी को सफल बताया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा से बात की और उन्हें जापान के प्रधानमंत्री के रूप में पदभार ग्रहण करने पर बधाई दी। दोनों नेताओं ने इस दौरान हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत और जापान के बीच सहयोग को और मजबूत करने को लेकर चर्चा की।
प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को कहा कि कोरोना संकट के दौरान भारत तथा जापान के बीच साझेदारी वैश्विक स्थिरता और समृद्धि के लिए और अधिक प्रासंगिक हो गई है तथा उन्होंने दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने का आह्वान किया।
अधिकारियों ने बताया कि भारतीय वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने बृहस्पतिवार को जनरल शुंजी के साथ कई विषयों पर वार्ता की। वार्ता में मुख्य जोर सैन्य सहयोग तथा दोनों देशों की वायुसेनाओं के बीच सूचनाओं का आदान-प्रदान और अधिक बढ़ाने पर दिया गया।
मोदी ने प्रधानमंत्री के रूप में सुगा की नियुक्ति पर उन्हें बधाई दी और वार्षिक द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन के लिए भारत आने का आमंत्रण भी दिया।
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