राज्यपाल से मिलने के लिए जाने से पहले भाजपा के प्रदेश स्तरीय नेता, विधायक और कार्यकर्ता विधानसभा के निकट महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन करेंगे।
कांग्रेस ने नाराज रामलिंगा रेड्डी को मनाने की कोशिश तेज कर दी है। खबर है कि कांग्रेस रामलिंगा रेड्डी को डिप्टी चीफ मिनिस्टर बनाने तक को तैयार है। साथ ही उन्हें गृहमंत्रालय का प्रभार देने पर भी बात चल रही है।
स्पीकर के इस रूख से भले ही कुमारस्वामी सरकार को राहत मिली हो लेकिन कांग्रेस जानती है कि ये राहत अस्थाई है लिहाजा दिल्ली से लेकर बेंगलुरू तक कांग्रेस पूरे एक्शन में है। सरकार को संकट से उबारने के लिए खुद सोनिया गांधी ने पहल की और हालात को संभालने के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आज़ाद और कपिल सिब्बल को बेंगलुरु भेजा।
स्पीकर ने कहा कि इनमें से आठ विधायकों के इस्तीफे तयशुदा फार्मेट में नहीं हैं और पांच अन्य को यह स्पष्टीकरण देने की जरूरत है कि उनका यह कदम क्यों नहीं दल बदल विरोधी कानून के दायरे में आता है।
Karnataka Political crisis LIVE: कर्नाटक में संकट में घिरी जद (एस) और कांग्रेस की गठबंधन सरकार की हालत तब और ज्यादा खराब हो गई जब सरकार बचाने के लिए जद (एस) और कांग्रेस ने बागियों को मंत्री पद की पेशकश की, जिसे कथित तौर पर उन्होंने ठुकरा दिया।
लोकसभा में कांग्रेस और द्रमुक ने इस विषय पर आसन के समीप आकर नारेबाजी की और सदन से वाकआउट भी किया। निचले सदन में शून्यकाल में इस विषय को उठाते हुए कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि कर्नाटक का क्या हाल है, यह सभी के सामने स्पष्ट है।
सबको डर है कि पता नहीं कौन कब किसके नाम की जय बोल दे, किस पार्टी का झंडा उठा ले इसलिए कांग्रेस के बागी विधायकों को अब गोवा के होटल में शिफ्ट किया गया है। वहीं अब सभी नजरें विधानसभा अध्यक्ष केआर रमेश पर टिकी हैं। वह आज कांग्रेस के 10 और जद (एस) के तीन विधायकों के इस्तीफे पर फैसला लेंगे।
भाजपा ने सोमवार को मांग की कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी तत्काल पद छोड़ें क्योंकि 13 विधायकों के इस्तीफा देने और दो निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापस लेने के बाद उनकी सरकार ‘अल्पमत’ में आ गई है।
BJP विधायक दल की बैठक से पहले बी एस येदियुरप्पा ने कहा कि 'सरकार अल्पमत में है। मुख्यमंत्री को तत्काल प्रभाव से इस्तीफा देना चाहिए।'
Karnataka Crisis: कर्नाटक में पहले कांग्रेस के कोटे वाले 22 मंत्रियों ने त्यागपत्र दिया था और अब JDS के सभी मंत्रियों ने भी मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी को अपनी इस्तीफा भेज दिया है।
Karnataka Crises: कर्नाटक सरकार में कांग्रेस के कोटे के सभी 22 मंत्रिओं ने त्यागपत्र दे दिया है।
कर्नाटक में JDS-कांग्रेस सरकार के विधायकों के इस्तीफे और निर्दलीय विधायक के समर्थन वापस लेने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी से इस्तीफा मांगा है।
Karnataka Crises: कर्नाटक में जनता दल सेक्युलर (JDS) और कांग्रेस के गठबंधन की सरकार के लिए संकट कम होने का नाम नहीं ले रहा है।
कांग्रेस और जनता दल (एस) के 10 असंतुष्ट विधायक जिस चार्टर्ड विमान में बेंगलुरू से मुम्बई गए, वह भाजपा के राज्यसभा सदस्य राजीव चंद्रशेखर से जुड़ी एक कंपनी का है।
राज्य में लोकसभा चुनाव में भाजपा के प्रचंड जीत (28 में 25 सीटें) हासिल करने के बाद से ही वहां संकट के बादल मंडरा रहे थे और कांग्रेस तथा जद(एस) के 13 विधायकों के अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को सौंपे जाने के बाद यह संकट और गहरा गया है।
महाराष्ट्र भाजपा ने रविवार को दावा किया कि उसे कर्नाटक के कांग्रेस-जद (एस) गठबंधन के 10 असंतुष्ट विधायकों के मुम्बई में होने की कोई जानकारी नहीं है।
भाजपा ने कर्नाटक की सरकार गिराने की कोशिश करने के कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए शनिवार को कहा कि सत्तारूढ़ सहयोगी पार्टियों कांग्रेस और जद (एस) की अंदरूनी कलह राज्य में नई राजनीतिक अस्थिरता के लिए जिम्मेदार है।
कर्नाटक में कुमारस्वामी सरकार पर संकट मंडरा रहा है। खबर है कि कांग्रेस के 5 और जेडीएस के 3 विधायक इस्तीफा दे सकते हैं। आठ विधायक विधानसभा के अध्यक्ष रमेश कुमार से मिलने उनके चैम्बर में पहुंचे हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एम. वीरप्पा मोइली ने शनिवार को कहा कि लोकसभा चुनावों में पार्टी ने अगर जद (एस) के साथ गठबंधन नहीं किया होता तो वह 15 से 16 सीटों पर चुनाव जीतती।
कुछ नेताओं द्वारा यह विचार व्यक्त करने के बारे में पूछे जाने पर कि गठबंधन से दोनों पार्टियों को नुकसान हो रहा है, जदएस प्रमुख ने कहा कि गठबंधन का विचार उनका नहीं बल्कि गांधी, संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद का था।
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