पाकिस्तान और भारत सिख श्रद्धालुओं के लिए प्रस्तावित करतारपुर गलियार को लेकर अगली उच्च स्तरीय वार्ता बुधवार को करेंगे।
कश्मीर पर बढ़ते तनावों के बीच भारत व पाकिस्तान के अधिकारियों ने शुक्रवार को सिख तीर्थयात्रियों के लिए करतारपुर कॉरिडोर के चौथे चरण के तकनीकी मुद्दों पर वार्ता की।
जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त किए जाने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव की पृष्ठभूमि में दोनों देशों के अधिकारियों ने करतारपुर गलियारे के तकनीकी पहलुओं पर शुक्रवार को चर्चा की।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की एक वरिष्ठ सहायक ने रविवार को कहा कि भारत के साथ रिश्तों में तनाव के बावजूद बाबा गुरु नानक देव की 550वीं जयंती से पहले पाकिस्तान सिख श्रद्धालुओं के लिए करतारपुर गलियारा परियोजना पूरा करने को प्रतिबद्ध है।
भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने शनिवार को कहा कि देश के हित में करतारपुर गलियारा परियोजना पर काम रोक देना चाहिए और किसी भी मुद्दे पर पाकिस्तान के साथ वार्ता नहीं की जानी चाहिए।
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के सूचना एवं संस्कृति सचिव राजा जहांगीर ने एक बैठक में विभिन्न संस्कृति विभागों से नवंबर में बाबा गुरु नानक जी की 550वीं जयंती को भव्य पैमाने पर मनाने के लिए अपने प्रस्ताव एक हफ्ते में देने को कहा है।
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने रविवार को पड़ोसी देश से आग्रह किया कि वह इस करतारपुर कॉरिडोर की परियोजना पर अपना कमिटमेंट वापस न ले, क्योंकि सिख समुदाय के लिए इसका सर्वोच्च धार्मिक महत्व है।
भारत ने पाकिस्तान को प्रस्तावित करतारपुर कॉरिडोर से जुड़े प्रमुख फैसलों को अमलीजामा पहनाने के लिये तकनीकी स्तर पर बैठकें करने के बारे में याद दिलाया है। अधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
विभाजन के 72 साल बाद पाकिस्तान ने पंजाब प्रांत में स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारा चोआ साहिब के दरवाजे भारत समेत विभिन्न देशों के सिख श्रद्धालुओं के लिए शुक्रवार को खोल दिए।
करतारपुर कॉरिडोर परियोजना पूरा होने के अंतिम चरण में प्रवेश कर चुकी है। पाकिस्तान सरकार ने भारत सरकार को यह आश्वासन दिया था कि इस साल बाबा गुरु नानक देव के 550वें प्रकाशोत्सव से पूर्व नवंबर तक निर्माण और नवीनीकरण का काम पूरा कर लिया जाएगा।
करतार गुरुद्वारा के लिए पाकिस्तान ने जमीन का अलॉटमेंट बढ़ा दिया है। अब पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की सरकार इस गुरुद्वारे के लिए 42 एकड़ जमीन अलॉट करेगी।
श्रद्धालुओं के पाकिस्तान में करतारपुर साहिब गुरुद्वारा तक जाने के लिए गुरदासपुर-अमृतसर रोड को अंतरराष्ट्रीय सीमा से जोड़ने वाला चार-लेन का राजमार्ग सितंबर के अंत तक बनकर तैयार हो जाएगा।
लाहौर। भारत और पाकिस्तान के अधिकारियों के बीच वाघा में मैराथन बैठक के बाद एक वरिष्ठ पाकिस्तानी अधिकारी ने रविवार को कहा कि दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक करतारपुर गलियारे को चालू करने को लेकर और मसौदा समझौते पर ‘‘80 प्रतिशत और इससे अधिक’’ सहमति बन गई है।
करतारपुर कॉरिडोर पर काम अपने अखिरी चरण में है। भारत ने इस काम को पूरा करने के लिए 31 अक्टूबर तक का लक्ष्य रखा है।
पाकिस्तान अपनी पैंतरेबाज़ी से बाज़ नहीं आ रहा है। करतारपुर कॉरिडोर प्रोजेक्ट पर बातचीत से पहले उसने भारत की मांग मानते हुए गोपाल सिंह चावला का नाम पाक सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (पाक SGPC) से तो हटा दिया। लेकिन, दूसरे खालिस्तान समर्थक को उसमें शामिल कर लिया।
भारत और पाकिस्तान करतारपुर कॉरिडोर को लेकर कल बातचीत करने वाले हैं और इससे पहले भारत की सख्ती का असर पाकिस्तान पर हुआ है। पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी में गोपाल सिंह चावला का नाम हटा दिया गया है।
चावला पाकिस्तान में बैठा भारत का दुश्मन है। पाकिस्तान में उसके ताल्लुकात आतंकी हाफिज सईद और जैश सरगना मसूद अजहर से है। पाकिस्तान आर्मी और आईएसआई (ISI) के अफसरों का वो खास कारिंदा है।
भारत करतारपुर वार्ता में बड़ी उम्मीदों के साथ शामिल हो रहा है। इस बात पर चर्चा होनी है कि कौन लोग कॉरिडोर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
उनका बयान इस मायने में अहम है कि भारत और पाकिस्तान के अधिकारियों के बीच वाघा बॉर्डर के पाकिस्तान वाले हिस्से में 14 जुलाई को बैठक होने वाली है। नयी दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा था कि जब दोनों पक्षों के बीच बैठक होगी तब भारत गलियारे से संबंधित मुद्दों पर मतभेद सुलझाने का प्रयास करेगा।
भारत की तरफ के निर्माण कार्य का व्यापक निरीक्षण करने के बाद मंत्री ने कहा कि भारत के गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक तीर्थ को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में करतारपुर साहिब गुरुद्वारा से जोड़ने वाले मार्ग का 25 प्रतिशत निर्माण कार्य हो चुका है।
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