नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष ने भारतीय जनता पार्टी पर ‘देश को गुमराह करने’ और जम्मू-कश्मीर के साथ लद्दाख के लोगों से ‘झूठे वादे’ करने के आरोप लगाए।
वियतनाम के राजदूत वियतनाम के राजदूत फाम सनाह चौ ने कि उन्होंने लोगों के दैनिक जीवन में सामान्य स्थिति देखी, जो एक बहुत सकारात्मक संकेत है।
अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद किसी विदेशी प्रतिनिधिमंडल के पहले कश्मीर दौरे के तहत 27 यूरोपीय सांसदों का एक दल आज घाटी की यात्रा करेगा।
अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को हटाये जाने के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। भारत सरकार के इस फैसले पर पाकिस्तान ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और इस्लामाबाद ने नई दिल्ली के साथ (राजनयिक) संबंधों को कमतर करते हुए भारतीय राजदूत को निष्कासित कर दिया।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के महासचिव डी राजा ने अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को समाप्त करने के राजग सरकार के कदम को ‘‘असंवैधानिक और अलोकतांत्रिक’’ बताते हुए रविवार को कहा कि कश्मीर में हालात सामान्य नहीं हैं।
राजनीतिक कार्यकर्ता शहला राशिद ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह जम्मू-कश्मीर में कथित मानवाधिकार उल्लंघनों के बारे में अपनी टिप्पणी पर कायम हैं और तब सबूत देंगी जब भारतीय सेना उनके दावों पर जांच शुरू करेगी।
दिग्विजय सिंह ने शनिवार को कहा कि कश्मीर घाटी की संवेदनशीलता पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को बहुत सोच समझकर काम करना चाहिए तथा उसने वहां यदि जबरदस्ती करने की कोशिश की तो इससे देश को काफी नुकसान होने की संभावना है।
संपादक की पसंद