मणिपुर के चूड़ाचांदपुर और बिष्णुपुर जिले की सीमा से लगे तोरबंग और फौगाकचाओ इखाई इलाकों में विस्थापित परिवारों पर गोलीबारी की गई। इस घटना में एक नागरिक घायल हुआ है।
पूर्वोत्तर भारत के राज्य मणिपुर में सररकार गठन की सुगबुगाहट तेज होने लगी है। भारतीय जनता पार्टी ने अपने विधायकों को दिल्ली बुलाया है। पूर्व सीएम बीरेन सिंह को भी दिल्ली बुलाया गया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को मणिपुर में भारी बारिश के कारण कार से सफर कर हिंसा पीड़ितों से मिलने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने लोगों की जमकर तारीफ की।
पीएम मोदी हिंसाग्रस्त राज्य मणिपुर की यात्रा कर सकते हैं। वह मिजोरम में भी कार्यक्रम में हिस्सा ले सकते हैं। उनकी इस यात्रा की संभावित तारीख सामने आ गई है।
हिंसा के कारण तनाव झेल रहे मणिपुर में राष्ट्रपति शासन छह महीने के लिए बढ़ाया जाएगा। ये आदेश 13 अगस्त, 2025 से प्रभावी होने वाला है।
मणिपुर में मेईती समुदाय के लोगों ने हिंसक प्रदर्शन किया। इस दौरान कथित तौर पर पुलिस के लाठीचार्ज के चलते एक व्यक्ति की मौत हो गई। इसके बाद घाटी के जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।
सर्च ऑपरेशन के दौरान पुलिस के जवानों ने तीन बंकर नष्ट कर दिए। इसके साथ ही आठ आईडी, आठ हैंड ग्रेनेड और 25 इलेक्ट्रॉनिक डेटोनेटर बरामद किए।
मणिपुर में हिंसा भड़काने के लिए कई प्रतिबंधित संगठनों का हाथ है। मणिपुर पुलिस अब इन संगठनों पर कड़ी कार्रवाई कर रही है। एक-एक कर इन प्रतिबंधित संगठनों के सदस्यों को गिरफ्तार किया जा रहा है।
मणिपुर, नगालैंड और अरुणाचल प्रदेश में आफस्पा बढ़ाए जाने को लेकर गृहमंत्रालय ने नोटिस जारी किया है। मंत्रालय ने इन राज्यों के कुछ इलाकों में छूट दिए जाने का भी ऐलान किया है।
राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ ने बेंगलुरु में मणिपुर समेत देश के कई अहम मुद्दों पर गहन चर्चा की। तीन दिवसीय बैठक का उद्घाटन आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने किया। संघ ने शिक्षा के लिए मातृभाषा के इस्तेमाल का समर्थन किया है।
मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में जोमी और हमार समुदायों के बीच हुई ताजा झड़पों के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई है। हालांकि दोनों समुदायों ने शांति की अपील की है, लेकिन हालात पूरी तरह ठीक नहीं हैं।
मणिपुर में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने अलग-अलग अभियान में चार उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है। आइए जानते हैं इस मामले को विस्तार से।
मणिपुर के कांगपोकपी जिले में सुरक्षाबलों ने मोर्चा संभाल लिया। कुकी-बहुल क्षेत्रों में बंद के कारण समान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है। विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों को घरों में रहने की अपील की गई है।
मणिपुर में लोगों ने हिंसा के दौरान सुरक्षाकर्मियों के दौरान लूटे गए हथियारों को वापस किया है, जिसकी संख्या 1000 से अधिक बताई गई है।
मणिपुर में हिंसा के चलते लंबे समय से अशांति बनी हुई है। राज्य में कानून व्यवस्था लागू करने में नाकाम रहने के कारण मुख्यमंत्री इस्तीफा भी दे चुके हैं। इस बीच राज्य के छह जिलों से 104 हथियार बरामद हुए हैं।
मणिपुर में गवर्नर अजय कुमार भल्ला की अपील पर लूटे गए हथियार लौटाए जा रहे हैं। 7 जिलों में 87 हथियार और गोला-बारूद पुलिस को सौंपे गए।
मणिपुर में राज्यपाल अजय कुमार भल्ला की अपील के बाद 3 जिलों में 15 हथियार पुलिस को सौंपे गए। इंफाल पश्चिम जिले के सिंगजामेई पुलिस थाने में एक SMC कार्बाइन, डबल बैरल गन, और हैंड ग्रेनेड समेत 4 हथियार सरेंडर किए गए।
मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला ने चेतावनी जारी की है। उन्होंने लोगों से 7 दिन के अंदर लूटे गए और अवैध हथियारों को लौटाने को कहा है।
पिछले 20 महीने से हिंसक वारदातें झेल रहे मणिपुर की चर्चा पूरे देश में हो रही है। इस बीच सीएम बीरेन सिंह ने अपने पद से रविवार को इस्तीफा दे दिया है। जानें मणिपुर हिंसा की वजह और पूरी टाइमलाइन...
मणिपुर पिछले कई महीनों से हिंसा की चपेट में है। राज्य के कई जिलों में आगजनी और लूटपाट की घटनाएं सामने आई हैं। मणिपुर में चप्पे-चप्पे पर सेना और पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं।
संपादक की पसंद