साल 2017 में देश की राजनीति में कई तरह की उथल-पुथल हुई। राज्यों में सियासत के गलियारों की सरगर्मी दिल्ली तक अकसर महसूस होती है...
यह बयान इसलिए महत्व रखता है क्योंकि कांग्रेस राष्ट्रीय राजनीति में तृणमूल एवं अन्य विपक्षी दलों को एकजुट कर बीजेपी एवं केन्द्र स्थित उसकी सरकार को कड़ी चुनौती देने के प्रयासों में जुटी हुई है...
तृणमूल कांग्रेस के नेतृत्व ने मुकुल रॉय के हाल ही में भाजपा में शामिल होने को आज कोई महत्व देने से इनकार कर दिया और कहा कि वह ‘गद्दार’ हैं और लोगों के बीच उनकी कोई लोकप्रियता नहीं है।
ममता बनर्जी द्वारा साइडलाइन किए जाने के बाद मुकुल रॉय ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। बीजेपी में उनका शामिल होना तृणमूल सुप्रीमो ममता के लिए बड़ा लॉस है। वहीं दूसरी ओर बीजेपी को पश्चिम बंगाल में एक बड़ा चेहरा मिल गया जो अब तक बीजेपी के पास नहीं था।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ मिलकर टीएमसी की स्थापना करने वालों में शामिल रहे मुकुल रॉय यूपीए सरकार में केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा के सदस्य रह चुके हैं । मुकुल रॉय के भाजपा में शामिल होने की अटकलें काफी दिनों से चल रही थी।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने मंगलवार को दावा किया कि मुकुल रॉय के इस्तीफे के फैसले के बाद से तृणमूल कांग्रेस पूरी तरह उहापोह की स्थिति में है...
बागी तृणमूल कांग्रेस (TMC) नेता मुकुल रॉय ने आज पार्टी और अपनी राज्य सभा सीट छोड़ दी। उन्होंने कहा कि पार्टी में सभी सदस्य साथी होने चाहिएं, नौकर नहीं
तृणमूल कांग्रेस के निलंबित नेता मुकुल राय ने आज कहा कि वह 11 अक्टूबर को अपनी राज्यसभा सीट से इस्तीफा दे देंगे।
भाजपा में शामिल होने की संभावना के सवाल पर राय ने कहा, मैं इस पर टिप्पणी नहीं करुंगा। राय इस सप्ताह के अंत में दिल्ली जा सकते हैं और राज्यसभा से तथा तृणमूल कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे सकते हैं। एक समय तृणमूल कांग्रेस में ममता बनर्जी के
तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद मुकुल रॉय के इस्तीफे के ऐलान के बाद पार्टी ने उनपर बड़ा ऐक्शन लिया है...
कभी तृणमूल कांग्रेस में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बाद नंबर 2 की हैसियत रखने वाले इस बड़े नेता ने कहा है कि वह पार्टी से इस्तीफा दे देंगे...
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