पूरा चुनावी कैंपेन नवाज ने पीएम पद के प्रत्याशी के बतौर किया। लेकिन अचानक ये खबर आई कि नवाज शरीफ नहीं, अब उनके छोटे भाई शहबाज शरीफ पीएम बनेंगे। जानिए ऐसा क्यों हुआ?
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को इमरान खान के निर्दलीय उम्मीदवार से मिली हार के बाद एक और बड़ा झटका लगा है। पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने नवाज की उस याचिका को खारिज कर दिया है, जिसमें उन्होंने अपने हारे हुए निर्वाचन क्षेत्र की अधिसूचना को रद्द करने का आदेश दिया था।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने सोमवार को शांतिपूर्ण समाधान की आवश्यकता पर बल देते हुए पाकिस्तान में अधिकारियों और राजनीतिक नेताओं से चुनाव के बाद की स्थिति को कानूनी तरीकों से समाधान करने का आग्रह किया। हालांकि, राष्ट्रमंडल पर्यवेक्षक मिशन ने अपनी रिपोर्ट में चुनावी प्रक्रिया को संतोषजनक बताया।
पाकिस्तान में नतीजे आने के बाद राजनीतिक उथल पुथल मची हुई है। गठबंधन के लिए जोड़तोड़ जारी है। इसी बीच बड़ी खबर है कि बिलावल जो पीपीपी यानी अपनी पार्टी से पीएम पद के प्रत्याशी थे, वे इस दौड़ में पीछे हट गए हैं। नवाज शरीफ ने भी पीएम पद के लिए अपना दावा छोड़ दिया है। ऐसे में जानिए किसका नाम पीएम पद की रेस में सामने आया है।
पाकिस्तान में चुनावी नतीजे आने में काफी देरी हुई। पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने चुनाव के तीन दिन बाद जाकर अधिकृत परिणाम घोषित किए हैं। जानिए धांधली के आरोपों के बीच आए चुनाव परिणाम में किस दल को कितनी सीटें मिलीं। कहां कितना मतदान हुआ?
पाकिस्तान में चुनावी नतीजों के बाद से ही जोड़तोड़ की राजनीति शुरू हो गई है। इसके बाद पीएम पद की रेस में सबसे आगे नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल एन ने गठबंधन का फॉर्मूला सुझाया है।
सरकार बनाने के लिए इमरान खान की पार्टी जोड़तोड़ में लगी हुई है। हालांकि इसी बीच इमरान की पार्टी ने कहा है कि वे नवाज शरीफ या बिलावल भुट्टो की पार्टी से गठबंधन नहीं बनाएंगे। पीटीआई ने कहा कि सरकार बनाने के लिए नहीं बुलाया जाता है तो वह विपक्ष में बैठना मंजूर करेगी।
पाकिस्तान में चुनावी नतीजों के साथ ही जोड़तोड़ की राजनीति शुरू हो गई है। अब स्थिति ऐसी हो गई है कि कोई भी पार्टी अपने बूते पर सरकार नहीं बना सकती है। न तो इमरान की पार्टी न बिलावल और न ही नवाज की पार्टी। ऐसे में सरकार बनाने के लिए किसे बुलावा आता है। इस पर पेंच फंस गया है।
पाकिस्तान चुनाव के चौथे दिन भी समस्त नतीजे जारी नहीं किए जा सके हैं। ऐसे में इमरान खान की पार्टी पीटीआइ देश भर में विरोध प्रदर्शन करने सड़कों पर उतर आई है। वहीं चुनाव में धांधली और मतदान सामग्री छीने जाने की लिखित शिकायतें मिलने के बाद पाकिस्तान चुनाव आयोग ने कई सीटों पर फिर से चुनाव कराने का आदेश दे दिया है।
पाकिस्तान में आठ फरवरी को हुए आम चुनाव के रिजल्ट अबतक घोषित नहीं हुए हैं। अबतक 256 सीटों के ही नतीजे घोषित किए गए हैं। वहीं आज इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने देशभर में विरोध-प्रदर्शन का ऐलान किया है।
पाकिस्तान मेंं हुए आम चुनाव के वोटों की गिनती जारी है। आंकड़े बता रहे हैं कि किसी भी प्रमुख पार्टी को बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है। ऐसे में कयासबाजी तेज है कि आखिर पाकिस्तान का अगला पीएम कौन होगा?
पाकिस्तान में आम चुनाव 2024 के लिए हुए मतदान के बाद वोटों की गिनती जारी है। संभावना जताई जा रही है कि इस बार सरकार बनाने में निर्दलीय अहम भूमिका निभा सकते हैं। जानिए लेटेस्ट अपडेट-
चुनाव आयोग ने अब तक नेशनल असेंबली की 139 सीट के नतीजों की घोषणा की है, जिसमें से 55 सीट पर खान की पार्टी द्वारा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों को जीत मिली है। पीएमएल-एन को 43 सीट पर जीत मिली है, जबकि पीपीपी के खाते में 35 सीट गई है। बहुमत हासिल करने के लिए 336 में से 169 सीट की आवश्यकता है।
लंच पर बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और सांसदों के बीच राजनीतिक और व्यक्तिगत दोनों ही मुद्दों पर लंबी चर्चा हुई। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने सिर्फ साढ़े 3 घंटे सोने, सूर्यास्त के बाद डिनर नहीं करने और अपनी विदेश यात्राओं के बारे में सांसदों को बताया।
पाकिस्तान में 8 फरवरी को हुए आम चुनाव के वोटों की गिनती जारी है। हालांकि, पीएमएल-एन नेता और पूर्व पीएम नवाज शरीफ ने सबसे बड़ी पार्टी होने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने अपने समर्थकों से कई बातें कही हैं।
पाकिस्तान में चुनाव परिणामों में देरी और उसके बाद नवाज शरीफ की पार्टी द्वारा तेजी से बढ़त बनाने को लेकर सवाल उठने लगे हैं। इससे पहले मोबाइल इंटरनेट सेवा चुनाव के मद्देनजर ठप करने पर भी पाकिस्तान में बवाल मच चुका है।
लगातार पिछड़ रहे पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और अपनी पार्टी से पीएम पद के प्रत्याशी नवाज शरीफ मनसेहरा सीट से चुनाव हार गए हैं। वे पीएम पद के सबसे तगड़े उम्मीदवार हैं। जानिए वे किससे हारे?
पाकिस्तान में जारी मतगणना के बीच शुरुआती रुझानों में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पीटीआई अब 140 सीटों पर लीड कर रही है। इमरान खान के एक्स हैंडल से एक पोस्ट भी शेयर किया गया है। यह सभी इमरान खान की पार्टी के हो सकते हैं। क्योंकि पीटीआई के सारे उम्मीदवार निर्दलीय ही मैदान में हैं।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त सिकंदर सुल्तान राजा ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसकी चुनाव प्रबंधन प्रणाली इंटरनेट पर निर्भर नहीं है और इसलिए इंटरनेट सेवा निलंबित रहने का असर उसके कामकाज पर नहीं पड़ेगा। पाकिस्तान की सरकार ने ‘खराब होती सुरक्षा स्थिति’’ के मद्देनजर मतदान के दिन मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई।
पाकिस्तान अपनी आजादी के बाद से ही पूर्ण लोकतांत्रिक सरकार के लिए तरस रहा है। सत्ता पर कुंडली मारकर बैठी पाक आर्मी ने किसी पीएम को 5 साल का कार्यकाल पूरा नहीं करने दिया। जानिए नवाज शरीफ से लेकर बेनजीर भुट्टो और इमरान खान तक कौन कितने दिन तक सत्ता में रह पाया?
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