Rudraksha Ke Niyam: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, रुद्राक्ष धारण करने से भगवान भोलेनाथ जातकों के कष्ट दूर करते हैं। आजकल ज्यादातर शिव भक्त इसे धारण भी करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि रुद्राक्ष धारण करने के क्या नियम हैं? अगर नहीं, तो आइए जानते हैं।
चमत्कारिक रुद्राक्ष को धारण करने से पहले इससे जुड़े नियमों को जानना बेहद ही जरूरी होता है।
रुद्राक्ष दो शब्दों से मिल कर बना है, जिसमें पहला शब्द रुद्र और दूसरा अक्ष। रुद्र का अर्थ होता है शिव और अक्ष का अर्थ होता है आंसू।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे, जहां उन्होंने 1,583 करोड़ रुपये से अधिक की विकास कार्य परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कोरोना से ‘पूरे सामर्थ्य के साथ’ लड़ाई लड़ने के लिए ‘यूपी मॉडल’ की तारीफ की।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में किसान पंचायत में शामिल हुईं। सहारनपुर के चिलकाना में हुई इस किसान पंचायत को उन्होंने संबोधित भी किया।
आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार राशिनुसार रुद्राक्ष पहनने के भी अपने कई लाभ है। रुद्राक्ष कई मुखी में आता है। जानें आपकी राशि के अनुसार आपके लिए बेस्ट कौन सा है।
आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार असली-नकली रुद्राक्ष की पहचान कोई बहुत मुश्किल नहीं है, या इसके लियी किसी महंगे उपकरण या की भी जरुरत नहीं है। बस परीक्षा करते समय कुछ बेसिक बातों का ध्यान रखना है।
10 मुखी रुद्राक्ष पर भगवान विष्णु का आधिपत्य रहता है। इसका इस्तेमाल वलग्रह की शांति और जादू-टोने और भूत-प्रेत के भय से बचाने के लिये बड़ा ही लाभकारी माना जाता है।
एकादश रुद्राक्ष को धारण करके हम किस प्रकार जीवन में लाभ पा सकते हैं और चीज़ों को अपने लिये आसान बना सकते हैं, साथ ही 11 मुखी रुद्राक्ष को धारण करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
तीन मुखी रुद्राक्ष स्वंय में बृह्मा, विष्णु और महेश को धारण करता है, वह जठराग्नि, बड़वाग्नि और दावाग्नि समस्त से मनुष्य की रक्षा करता है। जानिए राशिनुसार तीन मुखी रुद्राक्ष पहनने से क्या लाभ मिलेंगे।
तीन मुखी रुद्राक्ष अग्नि से उत्पन्न हुआ है और यह पापों को नष्ट करने वाला है। पंच तत्वों में अग्नि का स्थान विशिष्ट है। तीन मुखी रुद्राक्ष स्वंय में बृह्मा, विष्णु और महेश को धारण करता है। ये कई बीमारियों से निजात दिलाने के और भी है फायदे।
7 मुखी रुद्राक्ष की अधिपति देवता है श्री महालक्ष्मी तथा इस रुद्राक्ष का शुक्र ग्रह पर अधिपत्य होता है (कुछ विद्वान इसका संबंध शनि से भी जोड़ते है जो सही नहीं है।) 7मुखी रुद्राक्ष धारण करने से धन-सम्पदा प्राप्त होती है।
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