Friday, May 17, 2024
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रवींद्रनाथ टैगोर ने राष्ट्रगान 'जन गण मन' को किया था इंग्लिश में ट्रांसलेट, तस्वीर हो रही वायरल, आपने देखा क्या?

सोशल मीडिया पर एक पोस्ट तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें 'जन गण मन' के अंग्रेजी अनुवाद का एक तस्वीर दिख रहा है। इस पोस्ट को फेसबुक पर नोबेल प्राइज के ऑफिशियल अकाउंट से शेयर किया गया है।

Pankaj Yadav Written By: Pankaj Yadav @ThePankajY
Published on: May 09, 2023 16:21 IST
रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा किया गया जन गण मन का अंग्रेजी अनुवाद।- India TV Hindi
Image Source : FACEBOOK रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा किया गया जन गण मन का अंग्रेजी अनुवाद।

हमारे देश के राष्ट्रगान 'जन गण मन' को रवींद्रनाथ टैगोर ने लिखा था। यह मूल रूप से बंगाली भाषा में लिखा गया था। आज पूरा देश उनकी जयंती पर उन्हें याद कर रहा है। सोशल मीडिया पर भी रवींद्र नाथ टैगोर से जुड़े कई पोस्ट वायरल हो रहे हैं। इसी के तहत हमारे राष्ट्रगान 'जन गण मन' का अंग्रेजी अनुवाद भी वायरल हो रहा है। साल 1911 में 'जन गण मन' की रचना हुई थी फिर स्वतंत्रता के कुछ साल बाद इसे राष्ट्रगान का दर्जा दे दिया गया।

'जन गण मन' का अंग्रेजी अनुवाद, आप भी देखें

यह बात काफी कम लोग ही जानते हैं कि राष्ट्रगान 'जन गण मन' को अंग्रेजी में भी लिखा गया था। अंग्रेजी में लिखी यह कॉपी सोशल मीडिया के हर प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रही है। इस वायरल तस्वीर को फेसबुक पर नोबेल प्राइज के ऑफिशियल अकाउंट से शेयर किया गया है और दावा किया गया है कि यह अंग्रेजी में लिखे राष्ट्रगान की ओरिजीनल कॉपी है जिसे रविंद्र नाथ टैगोर ने लिखा था। इस कॉपी को देख सभी के मन में राष्ट्र प्रेम की भावना जाग उठी है। इसे बहुत ही अच्छे शब्दों में अनुवादित किया गया है।

रवींद्रनाथ टैगोर को याद कर देशभक्ति की भावना में डूबे यूजर्स

इस पोस्ट को शेयर करने के साथ कैप्शन भी लिखा है- ‘जन गण मन' भारत का राष्ट्रगान है, जिसे मूल रूप से कवि रवींद्रनाथ टैगोर ने बंगाली में लिखा था, रविंद्र नाथ टैगोर को 1913 में साहित्य में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। टैगोर द्वारा 'जन गण मन' का अंग्रेजी अनुवाद। इस पोस्ट को देखने के बाद लोग इस पर जमकर लाइक्स और कमेंट कर रहे हैं। कई लोगों ने कमेंट कर महाकवि रवींद्रनाथ टैगोर को याद कर रहे हैं। एक यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा- टैगोर के गीत और कविता समय से बहुत आगे थे, वह हमेशा आगे की सोचते थे। दूसरे ने लिखा- राष्ट्रगान को हम सबने बचपन में याद किया था और उसे आज तक हम नहीं भूल पाए ये सिर्फ गुरुदेव के लेखनी का जादू है। तीसरे यूजर ने लिखा कि मैं एक भारतीय हूं और मुझे गर्व है कि मैं उस धरती पर पैदा हुआ जहां रवींद्रनाथ टैगोर जैसे बड़े शख्स ने जन्म लिया। 

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