
दुबई: इजरायल के सुरक्षा अधिकारियों ईरान पर किए गए हमलों को लेकर बड़ी बात कही है। इजरायली अधिकारियों का कहना है कि देश की खुफिया एजेंसी मोसाद ने शुक्रवार के हमलों से पहले तस्करी के जरिए ड्रोन और अन्य हथियार ईरान भेजे थे। इन हथियारों का इस्तेमाल वहां आंतरिक सुरक्षा को निशाना बनाने के लिए किया गया है। सुरक्षा से जुड़े दो अधिकारियों ने अपने नाम गोपनीय रखने की शर्त पर इस बेहद खुफिया मिशन के बारे में बात की है। उनके दावों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि करना संभव नहीं है। इस बारे में कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की गई है।
ईरान में बनाया गया बेस
अधिकारियों ने कहा कि ईरान के अंदर विस्फोटक ड्रोन दागने के लिए एक बेस बनाया गया था और शुक्रवार को तेहरान के पास एक ईरानी बेस पर मिसाइल लांचर्स को निशाना बनाने के लिए ड्रोन सक्रिय किए गए थे। उन्होंने कहा कि इजरायल ने मध्य ईरान में सटीक हथियार भी तस्करी के जरिए पहुंचाए थे और उन्हें सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणालियों के पास तैनात किया था।
अधिकारियों ने और क्या कहा?
अधिकारियों ने बताया कि इजरायल ने वाहनों पर स्ट्राइक सिस्टम भी तैनात किए थे। ईरान की सुरक्षा को निशाना बनाने के लिए हमले शुरू होते ही दोनों को सक्रिय कर दिया था। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शुक्रवार को कहा कि इजरायल ने ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है। इजरायल के हमलों के बाद ईरान ने भी पलटवार किया है। ईरान ने इजरायल की ओर 100 से अधिक ड्रोन दागे हैं। (एपी)
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