Thursday, March 28, 2024
Advertisement

G-7 शिखर सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री मोदी गए जापान, टेंशन में चीन-पाकिस्तान

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जापान में आयोजित हो रहे जी-7 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए रवाना हो चुके हैं। इस दौरान उनका आस्ट्रेलिया और पापुआ न्यू गिनी जाने का भी कार्यक्रम है। रवानगी से पहले पीए मोदी ने शुक्रवार को कहा कि जापान में आयोजित जी7 शिखर सम्मेलन में उनकी उपस्थिति विशेष मायने रखती है।

Dharmendra Kumar Mishra Edited By: Dharmendra Kumar Mishra @dharmendramedia
Published on: May 19, 2023 10:55 IST
जापान, आस्ट्रेलिया और पापुआ न्यूगिनी के लिए रवाना होते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी- India TV Hindi
Image Source : FILE जापान, आस्ट्रेलिया और पापुआ न्यूगिनी के लिए रवाना होते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जापान में आयोजित हो रहे जी-7 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए रवाना हो चुके हैं। इस दौरान उनका आस्ट्रेलिया और पापुआ न्यू गिनी जाने का भी कार्यक्रम है। रवानगी से पहले पीए मोदी ने शुक्रवार को कहा कि जापान में आयोजित जी7 शिखर सम्मेलन में उनकी उपस्थिति विशेष मायने रखती है, क्योंकि भारत इस समय जी-20 समूह की अध्यक्षता कर रहा है। तीन देशों की 6 दिवसीय यात्रा पर रवाना होने से पहले एक बयान में मोदी ने कहा कि वह जी-7 देशों और अन्य आमंत्रित साझेदारों के साथ दुनिया के सामने मौजूद चुनौतियों और उनसे सामूहिक रूप से निपटने की जरूरत पर विचारों के आदान-प्रदान को लेकर उत्सुक हैं। दुनिया भारत की इस प्रकार बढ़ती धमक को देखकर पाकिस्तान और चीन परेशान हो उठे हैं।

चीन की चिंता का सबसे बड़ा कारण एशिया से लेकर अफ्रीका, आस्ट्रेलिया महाद्वीप और पश्चिमी देशों में भारत की पकड़ का मजबूत होना है। भारत की मजबूत होती इस तरह की स्ट्रैटजी से ड्रैगन के माथे पर शिकन होने लगी है। पीएम मोदी ने जी-7 के लिए रवानगी से पहले कहा, “मैं हिरोशिमा जी-7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले कुछ नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी करूंगा।” मोदी ने कहा कि उन्हें अपने जापानी समकक्ष फुमियो किशिदा से मिलकर बेहद खुशी होगी। प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, “विभिन्न वैश्विक मुद्दों पर विचारों के सार्थक आदान-प्रदान की उम्मीद करता हूं।” उन्होंने बताया कि वह जापान से पापुआ न्यू गिनी के पोर्ट मोरेस्बी जाएंगे। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की प्रशांत क्षेत्र के इस द्वीपीय देश की पहली आधिकारिक यात्रा होगी।

जी-7 के बहाने भारत लिखेगा साझीदार देशों से संबंधों की नई इबारत

मोदी 22 मई को पोर्ट मोरेस्बी में पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मरापे के साथ भारत-प्रशांत द्वीप समूह सहयोग मंच (एफआईपीआईसी) के तीसरे शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेंगे। उन्होंने कहा, “मैं आभारी हूं कि सभी 14 प्रशांत द्वीपीय देशों (पीआईसी) ने इस महत्वपूर्ण शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है। एफआईपीआईसी की शुरुआत 2014 में मेरी फिजी यात्रा के दौरान की गई थी। मैं पीआईसी नेताओं के साथ उन मुद्दों पर बातचीत करने के लिए उत्सुक हूं, जो हमें साथ लाते हैं, जैसे कि जलवायु परिवर्तन एवं सतत विकास, क्षमता निर्माण एवं प्रशिक्षण, स्वास्थ्य एवं कल्याण, बुनियादी ढांचा और आर्थिक विकास।” पापुआ न्यू गिनी से ऑस्ट्रेलिया के शहर सिडनी रवाना होने से पहले मोदी कई द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे।

उनकी ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज के साथ भी द्विपक्षीय बैठक होगी। मोदी ने कहा कि अल्बनीज के साथ बैठक ‘हमारे द्विपक्षीय संबंधों का जायजा लेने और मार्च में नयी दिल्ली में आयोजित पहले भारत-ऑस्ट्रेलिया वार्षिक शिखर सम्मेलन का प्रभाव जानने’ का अवसर होगी। उन्होंने कहा, “मैं ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) और शीर्ष उद्योगपतियों के साथ संवाद करूंगा और सिडनी में एक विशेष कार्यक्रम में भारतीय समुदाय के सदस्यों से मुखातिब भी होऊंगा।” प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, “यह यात्रा भारत-ऑस्ट्रेलिया संबंधों को और मजबूती प्रदान करेगी।”

Latest World News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Asia News in Hindi के लिए क्लिक करें विदेश सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement