Thursday, April 25, 2024
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डोनाल्ड ट्रंप को मिलेगा नोबेल शांति पुरस्कार?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को नोबल शांति पुरस्कार के लिए नामित किया गया है। नॉर्वे के एक धुर दक्षिणपंथी सांसद ने बुधवार को कहा कि उसने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को पश्चिम एशिया में उनके प्रयासों को देखते हुए नोबेल शांति पुरस्कार के लिये नामित किया है।

IndiaTV Hindi Desk Edited by: IndiaTV Hindi Desk
Updated on: September 09, 2020 21:00 IST
Donald Trump Nobel Peace Prize- India TV Hindi
Image Source : PTI Donald Trump Nobel Peace Prize

कोपनहेगन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को नोबल शांति पुरस्कार के लिए नामित किया गया है। नॉर्वे के एक धुर दक्षिणपंथी सांसद ने बुधवार को कहा कि उसने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को पश्चिम एशिया में उनके प्रयासों को देखते हुए नोबेल शांति पुरस्कार के लिये नामित किया है। दक्षिणपंथी ‘प्रोग्रेस पार्टी’ की तरफ से नॉर्वे की संसद के सदस्य क्रिश्चन टायब्रिंग-गेजेड ने कहा कि “संयुक्त अरब अमीरात और इज़राइल के बीच शांति समझौते को लेकर” नोबेल शांति पुरस्कार देने के लिये ट्रंप के नाम पर विचार किया जाना चाहिए। 

उन्होंने कहा कि ट्रंप की इस पहल से पश्चिम एशिया में संभावित शांति का रास्ता बना है। टायब्रिंग-गेजेड ने कहा, “इससे फर्क नहीं पड़ता कि घर पर ट्रंप का व्यवहार कैसा है और संवाददाता सम्मेलनों में वह क्या कहते हैं, निश्चित रूप से उनके पास नोबेल शांति पुरस्कार प्राप्त करने का मौका है।” उन्होंने कहा कि ट्रंप को उन्होंने बुधवार को नामित किया और नोबेल शांति पुरस्कार के “पैमाने को ट्रंप पूरा करते हैं।” 

टायब्रिंग-गेजेड नॉर्वे के उन दो सांसदों में से एक हैं जिन्होंने 2018 में भी ट्रंप को उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच सुलह के प्रयासों को लेकर नोबेल शांति पुरस्कार के लिये नामित किया था। कोई भी सांसद किसी को नोबेल शांति पुरस्कार के लिये नामित कर सकता है। नोबेल शांति पुरस्कारों के लिये उम्मीदवारों के नाम पर विचार और उन्हें पुरस्कार देने की प्रक्रिया नॉर्वे में पूरी होती है जबकि अन्य नोबेल पुरस्कार पड़ोसी देश स्वीडन में दिये जाते हैं। नॉर्वे की नोबेल समिति के समक्ष एक फरवरी तक नामांकन भेजने होते हैं। 

क्यों दिया जाता है नोबेल पुरस्कार?

अल्फ्रेड नोबेल का जन्म स्वीडन में 21 अक्टूबर 1833 को हुआ था। अल्फ्रेड रसायनशात्री और इंजीनियर थे। 10 दिसंबर 1896 को इटली के सौन रेमो में अल्फ्रेड नोबेल का निधन हुआ। युद्ध में भारी तबाही मचाने वाले अपने अविष्कारों को लेकर अल्फ्रेड नोबेल भारी पश्चाताप था इसलिए उन्होंने अपनी पूरी संपत्ति का इस्तेमाल मानव हित के लिए किए गए आविष्कारों में करने का फैसला लिया और नोबेल फाउंडेशन की स्थापना की। उन्होंने अपनी वसीयत में हर साल भौतिकी, रसायन, चिकित्सा, साहित्य और शांति के क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वालों को पुरस्कार देने की घोषणा की।

शांति का नोबेल नॉर्वे की संसद द्वारा चुनी समिति देती है

रॉयल स्वीडिश अकेडमी ऑफ साइंसेज भौतिकी, रसायन और अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार विजेताओं का चयन करती है। कैरोलिन इंस्टीट्यूट, स्टॉकहोम, स्वीडन में नोबेल असेंबली मेडिसिन के क्षेत्र में विजेताओं के नाम की घोषणा करती है। साहित्य के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार स्वीडिश अकादमी स्टॉकहोम, स्वीडन द्वारा दिया जाता है और शांति के नोबेल पुरस्कार की घोषणा नॉर्वे की संसद द्वारा चुनी गई पांच सदस्यीय समिति करती है।

नोबेल पुरस्कार में क्या मिलता है?

नोबेल पुरस्कार के हर विजेता को करीब साढ़े चार करोड़ रुपए की राशि दी जाती है। इसके साथ 23 कैरेट सोने से बना 200 ग्राम का पदक और प्रशस्ति पत्र भी दिया जाता है। पदक के एक ओर नोबेल पुरस्कार के जनक अल्फ्रेड नोबेल की छवि, उनके जन्म तथा मृत्यु की तारीख लिखी होती है। पदक की दूसरी तरफ यूनानी देवी आइसिस का चित्र, रॉयल एकेडमी ऑफ साइंस स्टॉकहोम और पुरस्कार पाने वाले व्यक्ति की जानकारी होती है। 

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