डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान-अफगानिस्तान के बढ़ते तनाव को हल करने का दावा किया और कहा कि यह उनके लिए आसान है। उन्होंने नोबेल शांति पुरस्कार न मिलने पर निराशा व्यक्त की और कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य जिंदगियां बचाना है।
ट्रंप की जो ताकत है, अमेरिका के राष्ट्रपति के पद का जो रुतबा है, उसे देखते हुए ट्रंप के लिए नोबेल पुरस्कार कोई बड़ी चीज नहीं है। ट्रंप ने नोबेल शांति पुरस्कार के लिए इतनी ललक दिखाकर इसे इतना बड़ा बना दिया।
नोबेल शांति पुरस्कार 2025 की घोषणा ओस्लो में होते ही डोनाल्ड ट्रंप की उम्मीदें चकनाचूर हो गईं। इस बार का नोबेल शांति पुरस्कार मारिया कोरिना मचाडो को मिला है। बता दें कि यह पुरस्कार उन व्यक्तियों या संस्थाओं को दिया जाता है जो शांति, मानवाधिकार और वैश्विक सहयोग के लिए काम करते हैं।
दुनिया के प्रतिष्ठित शांति के नोबेल पुरस्कार की घोषणा भी शुक्रवार को हो जाएगी। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को शांति का नोबेल पुरस्कार मिलने की संभावनाओं को लेकर ह्वाइट हाउस की कंपेनिंग ने सोशल मीडिया पर नई बहस छेड़ दी है।
दुनिया में सबसे प्रतिष्ठित माने जाने वाले नोबल पुरस्कारों की घोषणा अगले हफ्ते कर दी जाएगी। इस ऐलान से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की धड़कनें भी बढ़ गई होंगीं। ट्रंप आरंभ से ही इस पुरस्कार को पाने की लिए बेताब हैं।
डोनाल्ड ट्रंप को इजरायल-ईरान सीजफायर में ऐतिहासिक भूमिका निभाने पर 2025 के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया है। अमेरिकी सांसद बडी कार्टर और पाकिस्तान ने उनके कूटनीतिक प्रयासों की खुलकर तारीफ की है।
इस साल के नोबेल पुरस्कारों की घोषणा सोमवार से शुरू हुई, जब अमेरिकी वैज्ञानिकों विक्टर एंब्रोस और गैरी रुवकुन को चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार प्रदान किये जाने की घोषणा की गई। मंगलवार को जॉन होपफील्ड और ज्योफ्री हिंटन को मशीन लर्निंग को सक्षम बनाने वाली खोजों के लिए भौतिकी के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की गई।
विश्व उइगर कांग्रेस को वर्ष 2024 के लिए नोबेल शांति पुरस्कार के लिए चुना गया है। ऐसा दूसरी बार है, जब विश्व उइगर कांग्रेस को लगातार इस पुरस्कार के लिए नामित किया गया है। इससे पहले वर्ष 2023 में भी इस अधिकार संगठन को नोबेल के शांति पुरस्कार से नावाजा जा चुका है।
Nobel Peace Prize: प्रत्येक क्षेत्र के नोबेल के तहत विजेताओं को एक स्वर्ण पदक और एक प्रमाणपत्र के साथ एक करोड़ क्रोनोर (लगभग नौ लाख डॉलर) की पुरस्कार राशि दी जाती है। विजेताओं का सम्मान हर साल 10 दिसंबर को किया जाता है।
यह पुरस्कार किसी उस संगठन या व्यक्ति को दिया जाता है, जिसने राष्ट्रों के बीच भाइचारे और बंधुत्व को बढ़ाने के लिए सर्वश्रेष्ठ काम किया हो।
प्रतिष्ठित नोबल शांति पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है। इस बार संयुक्त राष्ट्र संगठन के विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) को शांति के लिए नोबल पुरस्कार से नवाजा गया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को नोबल शांति पुरस्कार के लिए नामित किया गया है। नॉर्वे के एक धुर दक्षिणपंथी सांसद ने बुधवार को कहा कि उसने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को पश्चिम एशिया में उनके प्रयासों को देखते हुए नोबेल शांति पुरस्कार के लिये नामित किया है।
इथियोपिया के प्रधानमंत्री अबी अहमद को शांति का नोबेल पुरस्कार दिया गया है। अबी अहमद को ‘इथियोपिया का नेल्सन मंडेला’ भी कहा जाता है।
हालांकि बिलावल भुट्टो को अपनी सरकार पर निशाना साधने के लिए अपने मोबाइल फोन का सहारा लेना पड़ा, पाकिस्तान की संसद ने बिलावल ने यह पूरा भाषण अपने मोबाइल फोन से ही पढ़ा।
इमरान का यह बयान दिखाता है कि पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर ज्वलंत करन चाहता है।
पाकिस्तान की संसद में प्रधानमंत्री इमरान खान को नोबेल शांति पुरस्कार देने की मांग उठने के बाद डॉ. कुमार विश्वास ने इस पर तंज कसा है।
नोबेल पुरस्कार व्यक्ति की प्रतिभा के आधार पर दिया जाने वाला विश्व का सर्वोच्च पुरस्कार है।
वहीं नोबेल शांति पुरस्कार के लिए एक भाजपा नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामित कर दिया है। उन्होंने इसके लिए विदेशों से सहयोग भी मांगा है।
डेनिस मुकवेगे और नादिया मुराद को 2018 के नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। इन्हें यह पुरस्कार युद्ध के दौरान यौन हिंसा को एक हथियार के रूप में इस्तेमाल को खत्म करने की कोशिशों के लिए दिया गया है।
डेनिस मुकवेगे और नादिया मुराद को 2018 के नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़