Hari Mirch Ka Paani Wala Achar: अचार किसी भी खाने का स्वाद 4 गुना बढ़ा देती है। ऐसे में ज्यादातर घरों में हरी मिर्च का अचार का बड़े शौक से खाया जाता है। हरी मिर्च का अचार न लेवल खाने में स्वादिष्ट होता है बल्कि सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद माना जाता है। हरी मिर्च का तेल वाला अचार तो हम सबने ही खाया होगा लेकिन क्या आपने कभी हरी मिर्च का पानी वाला अचार खाया है। इसे बनाना बेहद आसान है और खाने में भी बेहद स्वादिष्ट लगता है। ऐसे में यहां हम हरी मिर्च का पानी वाला अचार की आसान सी रेसिपी लेकर आए हैं। फटाफट नोट कर लें रेसिपी।
सामाग्री
हरी मिर्च: 250 ग्राम
पानी: लगभग 2.5 - 3 गिलास
राई (सरसों) दाना: 2-3 बड़े चम्मच
सौंफ: 1 छोटा चम्मच
मेथी दाना: ½ छोटा चम्मच
जीरा: ¼ छोटा चम्मच
हल्दी पाउडर: ½ छोटा चम्मच
हींग: 1 चुटकी
नमक: स्वादानुसार
नींबू का रस/सिरका: 1-2 बड़े चम्मच
मिर्च तैयार करें
हरी मिर्च को अच्छी तरह से धोकर किसी कपड़े से पोंछ लें या हवा में पूरी तरह सुखा लें। ध्यान रहे कि मिर्च पर पानी बिल्कुल न रहे। आप मिर्च के डंठल हटा सकते हैं या नहीं, यह आपकी पसंद पर निर्भर करता है। मिर्च को बीच से लंबा चीरा लगा दें। आप चाहें तो बीज भी निकाल सकते हैं।
पानी तैयार करें
एक बर्तन में 2.5-3 गिलास पानी उबालें। जब पानी में उबाल आ जाए, तो हरी मिर्च डालकर सिर्फ 1 मिनट के लिए मध्यम आंच पर उबालें। फिर आंच बंद कर दें और बर्तन को 10-15 मिनट के लिए ढक दें। इससे मिर्च भाप में थोड़ी नरम हो जाएगी और रंग हल्का बदल जाएगा। मिर्च को उबाले हुए पानी से बाहर निकाल लें और ठंडा होने दें। इस उबले हुए पानी को फेंकें नहीं, यही कांजी का आधार बनेगा।
मसाला तैयार करें
सौंफ, मेथी और जीरा को हल्का सा भून लें। अब भुनी हुई सामग्री, राई (सरसों) दाना, हल्दी पाउडर, हींग और नमक को मिलाकर दरदरा पीस लें।
अचार बनाएं
एक साफ, सूखे कांच या प्लास्टिक के जार में हरी मिर्च भरें। तैयार मसाला मिर्चों के ऊपर छिड़क दें। अगर आपने मिर्चों में चीरा लगाया है, तो आप मसाले को मिर्चों के अंदर भी हल्का-हल्का भर सकते हैं। जार में बचा हुआ मसाला भी डाल दें। अब इसमें उबला हुआ और ठंडा किया हुआ पानी इतना डालें कि मिर्चें लगभग डूब जाएं। अगर आप चाहें तो खट्टापन बढ़ाने के लिए नींबू का रस या सिरका भी मिला सकते हैं।
अचार को रखें
जार का ढक्कन लगा दें और अच्छी तरह से मिला लें। इस अचार को 2-3 दिन के लिए धूप में रखें। दिन में एक-दो बार जार को हिला दें। 2-3 दिन बाद जब कांजी में खट्टापन आ जाए और मिर्च का रंग बदल जाए, तो यह अचार खाने के लिए तैयार है!
| ये भी पढ़ें: |
|
सर्दियों में बालों का ख्याल कैसे रखना चाहिए, नोट कर लें विंटर हेयर केयर स्टेप बाय स्टेप प्रोसेस? |