पटना: बिहार में नई सरकार के गठन के बाद अतिक्रमण के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया जा रही है। इसी क्रम में आज एक बार फिर पटना में बुलडोजर एक्शन देखने को मिला। पटना नगर निगम के अलग-अलग अंचलों में एंटी एंक्रोचमेंट ड्राइव चलाया गया। सबसे बड़ा अभियान पटना के बेली रोड पर चलाया गया। पिछले कई दिनों से लगातार इस इलाके में प्रशासन के द्वारा अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। आज एक बार फिर ज़ब पटना नगर निगम की टीम बुलडोजर के साथ पहुंची तो कई जगहों पर फिर से दुकानदारों ने अपनी दुकान लगा रखी थी।
बेली रोड पर अतिक्रमण के चलते जाम
इस अभियान की शुरुआत बेली रोड के पिलर नंबर 4 से हुई। बेली रोड पटना की सबसे व्यस्त सड़क है। यहां ट्रैफिक जाम को देखते हुए ही एक फ्लाई ओवर बनाया गया था इसके बावजूद जाम की समस्या कम नहीं हुई क्योंकि सड़क पर दोनों तरफ दुकान और गाड़ियों के लगे होने की वजह से सड़क की चौडाई कम हो जा रही थी। बुलडोजर को देखते ही बेली रोड से सटे आसपास के सैकड़ों दूकानदार अपने ठेले को लेकर भागने लगे। निगम के कर्मचारियों ने भाग रहे दुकानदारों के ठेले को घेरकर पकड़ा। पहिया वाले कुछ दुकानों को निगम की गाड़ी ने ओवरटेक करके पकड़ा। इसके बाद निगम के कर्मचारियों ने इस चेतावनी के साथ फाइन किया कि दूसरी बार पकड़े जाने पर फाइन की रकम और बढ़ जाएगी और उनकी गाड़ी भी जब्त कर ली जाएगी।
आशियाना-दीघा रोड में भी चला बुलडोजर
इसके बाद निगम की टीम वापस मुख्य सड़क बेली रोड पर लौटकर आगे बढ़ती रही। निगम की टीम के साथ-साथ स्थानीय थाने और ट्रैफिक पुलिस की टीम भी चल रही थी। सड़क किनारे दुकानों के अलावा गाड़ियों के बेतरतीब तरीके से लगे होने से भी ट्रैफिक जाम की समस्या देखने को मिलती है। इसलिए ट्रैफिक पुलिस की टीम ऐसी सभी गाड़ियों के नंबर प्लेट की तस्वीर लेकर फाइन करती जा रही थी। इसके बाद निगम का बुलडोजर बेली रोड से सटे आशियाना-दीघा रोड की तरफ बढ़ा। ये इलाका भी घनी आबादी वाला इलाका है। इस रोड में एक चाय वाले को फाइन किया गया। चाय वाले ने बताया कि उस पर पांच हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
रामनगरी मोड़ पर बुलडोजर देखते ही मची अफरातफरी
यहां से आगे रामनगरी मोड़ के पास बुलडोजर को देखते ही अफरा तफरी मच गई। जिनकी दुकाने सड़क किनारे थी जल्दबाजी में अपना सारा सामान हटाते दिखे। कुछ दुकानदार सामान हटाकर भाग गए लेकिन अपना ठेला हटा नहीं सके। ऐसे सभी ठेले को बुलडोजर की मदद से उठा लिया गया। सड़क किनारे के एक बड़े हिस्से पर यहां सब्जी की दुकाने लगी थीं। पोल से बिजली का तार लेकर बिजली भी ली गयी थी। सब्जी हटाने का मौका दिया गया लेकिन बांस बल्ले से बनाये अस्थायी दुकानों को तोड़ दिया गया। सब्जी बेचने वाली महिला ने सरकार पर भड़ास निकालते हुए कहा कि सरकार को इसलिए वोट दिए थे कि हमारी दुकान उजाड़ दे। आखिर रोजी रोटी के लिए कहां जाएं? क्या करें?