नई दिल्ली: निर्देशक एस एस राजामौली की फिल्म ‘बाहुबली: द कन्क्लूजन’ आज सिनेमाघरों में रिलीज हो गई। दर्शकों को दो साल से इस फिल्म का इंतजार था, हर कोई जानना चाहता है कि कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा। ज्यादातर लोग इस सवाल का जवाब नहीं सुनना चाहते हैं, वो सीधा थियेटर में जाकर ही इस फिल्म का लुत्फ उठाना चाहते हैं,, लेकिन अगर आप बिना फिल्म देखे ही इस सवाल का जवाब जानना चाहते हैं कि कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा तो हम आपको इसके पीछे की वजह बता देते हैं।
फिल्म की शुरूआत वहां से होती है जब बाहुबली का राज्याभिषेक होने वाला होता है और उससे पहले उसे देशाटन के लिए भेजा जाता है, ताकि आम लोगों के बीच रहकर वह आम लोगों का दर्द समझ सके। भ्रमण करते हुए बाहुबली कुंतल देश पहुंच जाता है जहां की राजकुमारी देवसेना से उसे प्यार हो जाता है। इस प्यार की भनक बाहुबली के भाई भल्लालदेव को लग जाती है। वह भी राजकुमारी की तस्वीर देखकर उसकी सुंदरता पर मोहित हो जाता है, और राजमाता शिवगामी से कहकर देवसेना से शादी का प्रस्ताव भेज देता है। शिवगामी भल्लाल को वचन दे देती है कि वह उसकी शादी देवसेना से ही करवाएगी लेकिन देवसेना यह रिश्ता ठुकरा देती है। इसकी दो वजह होती है एक तो वह अमरेंद्र बाहुबली से प्रेम करती है दूसरा ये कि गहनों और कपड़ों के लिए वह किसी की भी रानी बनने के लिए तैयार नहीं है। राजमाता शिवगामी देवसेना का जवाब सुनकर क्रोधित हो जाती हैं और देवसेना को बंदी बनाने का आदेश बाहुबली को देती हैं। उधर बाहुबली और कटप्पा को यह लग रहा होता है कि राजमाता ने देवसेना का रिश्ता भल्लाल के लिए नहीं बाहुबली के लिए भेजा है।
इसलिए वो खुशी-खुशी देवसेना को लेकर माहिष्मति राज्य पहुंचता है। लेकिन वहां जब बाहुबली और देवसेना को हकीकत पता चलती है तो वो परेशान हो जाता है। राजमाता बाहुबली से कहती है वो देवसेना को भल्लाल से शादी करने दे क्योंकि वो वचन दे चुकी हैं, लेकिन बाहुबली इससे इनकार कर देता है। गुस्से में शिवगामी उससे राजसिंहासन छीनकर भल्लालदेव को राजा बना देती हैं। लेकिन भल्लाल इतने से ही संतुष्ट नहीं होता है, वह बाहुबली और उसकी गर्भवती पत्नी देवसेना को राजमहल से बाहर निकलवा देता है। बाहुबली लोगों के बीच जाकर रहने लगता है, लोग वहां भी उसे राजा की तरह रखते हैं, यह देखकर भल्लाल फिर से परेशान हो जाता है, और ऐसा षड़यंत्र रचता है कि शिवगामी को यकीन हो जाता है कि बाहुबली ने भल्लाल पर हमला किया है वह बाहुबली को मरवाने का आदेश दे देती है। यह काम कटप्पा को सौंपा जाता है। कटप्पा इस बात से साफ इनकार कर देता है, लेकिन जब शिवगामी कहती है अगर वह नहीं मारेगा तो वो खुद मार देगी। इसपर कटप्पा कहता है आपके हाथ गंदे नहीं होने चाहिए और वह खुद जाकर कटप्पा की पीठ में तलवार से वार करके बाहुबली की जान ले लेता है।
अब इतना पढ़ ही लिया है तो आगे की कहानी भी जान लीजिए, बाहुबली की मौत के बाद जनता विद्रोह कर देती है, शिवगामी को अपनी गलती का एहसास होता है और वह बाहुबली के बेटे को लेकर भाग जाती है। देवसेना को बंदी बना लिया जाता है। इसके बाद बाहुबली द बिगनिंग से कहानी जुड़ती है, बाहुबली का बेटा बड़ा होकर लौटता है और भल्लालदेव से बदला लेता है, उसे माहिष्मति का राजा बनाया जाता है, और फिल्म यहीं खत्म हो जाती है।