
गर्मी के बढ़ते हुए प्रकोप से बचने के लिए जहां कुछ लोग दही का सेवन करते हैं तो वहीं कुछ लोगों को छाछ पीना पसंद होता है। दही हो या फिर छाछ, दोनों चीजों में पाए जाने वाले तमाम पोषक तत्व शरीर को ठंडक पहुंचाने में मददगार साबित हो सकते हैं। दही या फिर छाछ का सेवन करने की वजह से डिहाइड्रेशन के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है। आइए जानते हैं कि इन दोनों में से सेहत के लिए कौन सा ऑप्शन ज्यादा फायदेमंद साबित होगा।
छाछ के फायदे
आयुर्वेद के मुताबिक छाछ दही की तुलना में लाइट वेट होती है। पेट को ठंडा रखने के लिए और गर्मियों में लू से बचने के लिए औषधीय गुणों से भरपूर छाछ का सेवन किया जा सकता है। अगर आप अपनी वेट लॉस जर्नी को आसान बनाना चाहते हैं, तो भी छाछ को अपने डेली डाइट प्लान का हिस्सा बना सकते हैं। छाछ पीकर आप अपनी बॉडी को हाइड्रेटेड रख पाएंगे।
दही के फायदे
दही में कैल्शियम, प्रोटीन और विटामिन बी12 समेत कई पोषक तत्वों की अच्छी खासी मात्रा पाई जाती है। दही को गट हेल्थ के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद माना जाता है। अगर आप कब्ज, एसिडिटी और गैस जैसी पेट से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो दही का सेवन करना ज्यादा बेहतर साबित हो सकता है। इसके अलावा इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए भी दही को कंज्यूम किया जा सकता है।
गौर करने वाली बात
आप स्वास्थ्य लाभों के हिसाब से डिसाइड कर सकते हैं कि आपकी सेहत के लिए दही का सेवन करना ज्यादा फायदेमंद साबित होगा या फिर छाछ पीना। आयुर्वेद के मुताबिक दही या फिर छाछ को दोपहर में पीना चाहिए और रात के समय कंज्यूम करने से परहेज करना चाहिए। हालांकि, बेहतर परिणाम हासिल करने के लिए सही मात्रा में और सही तरीके से दही या फिर छाछ का सेवन करना बेहद जरूरी है।
डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स केवल आम जानकारी के लिए हैं। सेहत से जुड़े किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने या किसी भी बीमारी से संबंधित कोई भी उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। इंडिया टीवी किसी भी प्रकार के दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।