Thursday, May 16, 2024
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Kisan Andolan Live Updates: सरकार को किसानों की MSP की मांग स्वीकार करनी चाहिए- वरुण गांधी

केंद्र सरकार द्वारा विवादित कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा किए जाने पर कंडेला खाप के प्रधान ओमप्रकाश कंडेला व प्रवक्ता जगत सिंह रेढू ने कहा कि किसान-मजदूर की जीत हुई है और अंहकारी प्रधानमंत्री को किसानों के सामने झुकना पड़ा व मुंह की खानी पड़ी है। उन्होंने कहा कि शहीद किसानों की शहादत ने हरियाणा सरकार व (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीत केन्द्र की) मोदी सरकार को झुकाया है।

IndiaTV Hindi Desk Written by: IndiaTV Hindi Desk
Updated on: November 21, 2021 22:25 IST

Highlights

  • मृतक किसान के परिवार को 25 लाख रुपये की मदद दी जाए: मोइली
  • अगर मोदी हठ छोड़ देते तो सैंकड़ों किसानों की शहादत नहीं होती: कंडेला खाप
  • विपक्ष ने कृषि कानूनों की वापसी के फैसले को किसानों की जीत बताया

नई दिल्ली. कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नाम अपने संबोधन में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान कर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई इस घोषणा के बाद दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे किसान संगठनों ने जमकर जश्न मनाया। विभिन्न राजनीतिक दलों ने भी इसे किसानों की एकता की जीत बताया। सरकार द्वारा कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की घोषणा के बाद आज कांग्रेस पार्टी ने पूरे देश में किसान विजय दिवस मनाने का ऐलान किया है। कृषि कानूनों और किसान आंदोलन से जुड़ी सभी खबरों के लाइव अपडेट्स आप हमारे इस पेज पर पा सकेंगे।

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Kisan Andolan Live Updates

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  • 2:44 PM (IST) Posted by Yashveer Singh

    22 तारीख को लखनऊ की रैली को कामयाब करना है। अगर लखीमपुर खीरी में हमारे साथियों को परेशान करने की कोशिश की जाती है तो फिर हम लखीमपुर खीरी इलाके में आंदोलन चलाएंगे: दर्शन पाल सिंह, किसान नेता

  • 2:43 PM (IST) Posted by Yashveer Singh

    इतिहास में लिखा जाएगा कि देश के PM ने माफी मांगी थी लेकिन माफी मांगने की नौबत क्यों आई। पांच राज्य में चुनाव होने वाले हैं सरकार घबराई हुई है। पिछली बार मणिपुर में कांग्रेस की सरकार बन रही थी तब भाजपा ने एयरपोर्ट से विधायकों को उठा लिया: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, जयपुर, राजस्थान

     

  • 12:53 PM (IST) Posted by Yashveer Singh

    बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने शनिवार को मांग की कि किसानों की उपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य सुनिश्चित करने के लिए नया कानून बनाया जाए तथा किसानों पर दर्ज मुकदमों को वापस भी लिया जाए। बसपा नेता ने ट्वीट कर कहा, ‘‘देश में तीव्र आन्दोलन के बाद तीन विवादित कृषि कानूनों की वापसी की केंद्र सरकार की घोषणा का देर आए दुरुस्त आए यह कहकर स्वागत किया गया, किन्तु इसे चुनावी स्वार्थ व मजबूरी का फैसला बताकर भाजपा सरकार की नीयत पर भी शक किया जा रहा है। अतः इस बारे में कुछ और ठोस फैसले जरूरी हैं।’’ 

  • 12:24 PM (IST) Posted by Yashveer Singh

    कृषि कानूनों को निरस्त करना सत्ता के अहंकार की हार : शिवसेना

    शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में एक संपादकीय में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इन कानूनों को वापस लेने का फैसला किसानों की एकता की जीत है। इसमें कहा गया है कि यह ‘‘सदबुद्धि’’ भाजपा को हाल में 13 राज्यों में हुए उपचुनावों में मिली हार का नतीजा है।

    शिवसेना ने कहा, ‘‘केंद्र सरकार ने विरोध की आवाज दबायी और संसद में तीन कृषि कानूनों को पारित कर दिया। केंद्र ने किसानों के प्रदर्शन को पूरी तरह नजरअंदाज किया। प्रदर्शन स्थल पर पानी और बिजली की आपूर्ति काट दी गयी। संघर्ष के दौरान किसानों को खालिस्तानी, पाकिस्तानी और आतंकवादी तक कहा गया।’’ 

  • 12:20 PM (IST) Posted by Yashveer Singh

    भाजपा सांसद वरुण गांधी ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर कहा कि सरकार को राष्ट्र हित में न्यूनतम समर्थन मूल्य की वैधानिक गारंटी देने की किसानों की मांग स्वीकार करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि लखीमपुर खीरी घटना लोकतंत्र पर धब्बा है, इस मामले से जुड़े केंद्रीय मंत्री के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। इसके अलावा उन्होंने मांग की कि आंदोलनरत किसानों के खिलाफ राजनीति से प्रेरित सभी झूठी प्राथमिकियां रद्द की जाए।

  • 11:57 AM (IST) Posted by Yashveer Singh

    विपक्ष को इस फ़ैसले का स्वागत करना चाहिए। तीनों कृषि क़ानून वापस लेने के बाद विपक्ष के पास अब कोई मुद्दा नहीं है। विपक्ष सोच रहा है कि कृषि क़ानून वापस हो गए तो CAA-NRC भी वापस हो जाएगा। CAA-NRC वापस करने की मांग जो कर रहे हैं, वे गलतफहमी के शिकार हैं: केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर

  • 10:59 AM (IST) Posted by Yashveer Singh

    एक आंदोलन पहले भी हुआ था नेता थे जयप्रकाश नारायण नारा था संपूर्ण क्रांति देश में सत्तारूढ़ पार्टी थी कांग्रेस इंदिरा गांधी थी प्रधानमंत्री उन्होंने बात मानने की बजाय 25 जून 1975 को देश में इमरजेंसी लगाकर सारे नेताओं को जेल में डाल दिया था।

    एक आंदोलन अब हुआ है किसानों का तीन बिलों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने बहुत आदर के साथ तीनों बिलों को वापस लेने की घोषणा कर दी। यह अंतर है कांग्रेस और भाजपा में।  ऐसा करने से नरेंद्र मोदी जी का कद आज और बढ़ गया है । सबको उनकी बात का सम्मान करना चाहिए।

    - अनिल विज

  • 10:50 AM (IST) Posted by Yashveer Singh

    सिंघु बॉर्डर पर आज हो रही बैठक में राकेश टिकैत शामिल नही होंगे। आज पंजाब के जत्थेबंदियों की बैठक होगी। इसमे 32 संगठनों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। उससे पहले 9 सदस्यों  की कमेटी की बैठक होगी । संयुक्त किसान मोर्चा की कल 21 नवम्बर को आम बैठक होगी। जिसमें सभी 42 संगठनों के प्रतिनिधि शामिल होंगे।

  • 8:48 AM (IST) Posted by Yashveer Singh

    'मृतक किसानों के परिवार को दी जाए 25 लाख की मदद'- मोइली

    कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वीरप्पा मोइली ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र सरकार को उन किसानों के परिवारों को 25-25 लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान करनी चाहिए, जिनकी कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के दौरान मौत हो गई थी। पूर्व केंद्रीय मंत्री मोइली ने एक बयान में यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को किसानों की मांग के आगे झुकना पड़ा। उन्होंने सवााल किया कि पिछले एक साल से लाखों किसानों की जीविका प्रभावित होने और कई लोगों की जान जाने पर जवाब कौन देगा? मोइली ने कहा कि आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले हर किसान के परिवार को 25 लाख रुपये की मदद दी जाए। 

  • 8:46 AM (IST) Posted by Yashveer Singh

    ‘किसान विजय दिवस’ मनाएगी- कांग्रेस

    कांग्रेस ने आज पूरे देश में ‘किसान विजय दिवस’ मनाने और जगह-जगह सभाओं का आयोजन करने का ऐलान किया है। राज्य इकाइयों को भेजे गए पत्र में कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल ने कहा कि किसानों के आंदोलन और बलिदान तथा कांग्रेस एवं राहुल गांधी के नेतृत्व में एकजुट विपक्ष की लड़ाई के बाद ये तीनों कानून निरस्त किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘बुराई पर सामूहिक विजय हमारे देश के अन्नदाताओं को समर्पित है।’’

     

  • 8:40 AM (IST) Posted by Yashveer Singh

    MSP उपर हम बातचीत करना चाहते हैं। आज संयुक्त किसान मोर्चा की मीटिंग है। जो भी उसमें निर्णय लिया जाएगा उसके बाद ही हम कोई बयान देंगे: राकेश टिकैत

  • 8:39 AM (IST) Posted by Yashveer Singh

    MSP भी एक बड़ा सवाल है, उस पर भी क़ानून बन जाए- टिकैत

    MSP भी एक बड़ा सवाल है, उस पर भी क़ानून बन जाए, क्योंकि किसान जो फसल बेचता है उसे वह कम कीमत पर बेचता है, जिससे बड़ा नुक़सान होता है। अभी बातचीत करेंगे, यहां से कैसे जाएंगे। अभी बहुत से क़ानून सदन में है, उन्हें फिर ये लागू करेंगे: किसान नेता राकेश टिकैत, गाज़ीपुर बॉर्डर

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