Saturday, April 27, 2024
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ऋषिकेश में गंगा का रौद्र रूप, राम झूला का तार टूटा, रोकी गई पर्यटकों की आवाजाही

ऋषिकेश में जो भी पर्यटक घूमने या गंगा स्नान करने के लिए पहुंचता है,उसके लिए राम झूला और लक्ष्मण झूला पुल दोनों ही आकर्षण का केंद्र रहते हैं। लेकिन पुल पर आवाजाही रोके जाने के बाद यहां के लोग अब गंगा के जलस्तर में कमी का इंतजार कर रहे हैं जिससे कि पुल को ठीक किया जा सके।

Khushbu Rawal Edited By: Khushbu Rawal @khushburawal2
Updated on: August 18, 2023 10:40 IST
rishikesh- India TV Hindi
Image Source : PTI ऋषिकेश

ऋषिकेश: पहाड़ों पर हो रही भारी बारिश के कारण गंगा नदी उफान पर है। नदी के कटाव की वजह से ऋषिकेश के राम झूला ब्रिज का सहायक तार टूट गया जिसके बाद राम झूला पर वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है। ऋषिकेश का ये राम झूला यहां आने वाले पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना रहता है लेकिन पुल पर आवाजाही रोके जाने के बाद यहां के लोग अब गंगा के जलस्तर में कमी का इंतजार कर रहे हैं जिससे कि ब्रिज को ठीक किया जा सके।

पर्यटकों की आस्था का केंद्र है राम झूला पुल

ऋषिकेश में जो भी पर्यटक घूमने या गंगा स्नान करने के लिए पहुंचता है,उसके लिए राम झूला और लक्ष्मण झूला पुल दोनों ही आकर्षण का केंद्र रहते हैं। हर कोई पर्यटक दोनों पुलों पर जाना चाहता है,रात के वक्त पुल की सुंदरता और भी ज्यादा देखने लायक होती है इसलिए ज्यादातर पर्यटक राम झूला पल पर घूमने फिरने के लिए जाते हैं। लेकिन पुल की नींद में आई दरार की वजह से फिलहाल पर्यटकों को मायूसी मिलेगी। अब पर्यटक कुछ दिन तक राम झूला पुल पर नहीं घूम सकेंगे।

ganga river rishikesh

Image Source : PTI
उफान पर गंगा

हिमाचल आपदा में मृतकों की संख्या बढ़कर 74 हुई
वहीं, आपको बता दें कि हिमाचल प्रदेश में आई तबाही के बाद अब भी हालात बेहद खराब हैं। पिछले चार दिनों से जारी रेस्क्यू ऑपरेशन के बीच मृतकों की संख्या बढ़ती जा रही है। अब तक 74 लोगों की जान बाढ़ बारिश और लैंड स्लाइड की वजह से हो चुकी है। शिमला में जिस शिव मंदिर पर मुसीबतों का पहाड़ी टूटा था वहां अब भी रेस्क्यू जारी है। इधर भारी बारिश के बाद पहाड़ दरक रहे हैं जिससे आस-पास के मकानों को लोग छोड़ने के मजबूर हैं।

अब तक 10 हजार से ज्यादा घर डैमेज
पूरे हिमाचल में करीब 10 हजार घर डैमेज हुए हैं। कांगड़ा में भारी बारिश और डैम से पानी छोड़े जाने के बाद एयफोर्स को रेस्क्यू के लिए बुलाना पड़ा तो कई इलाकों में अब भी रोड चालू नहीं हो पाए हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि कि मॉनसून में भारी बारिश से क्षतिग्रस्त हुए बुनियादी ढांचों के पुननिर्माण में एक साल का समय लगेगा। सुक्खू ने कहा था कि पिछले महीने जुलाई और इस सप्ताह हुई भारी बारिश की वजह से राज्य में अनुमानित 10,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।

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