
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने गुरुवार कर्ज 0.50 प्रतिशत तक सस्ता करने की घोषणा कर दी। बैंक ने कहा कि उसने रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट से जुड़े होम, कार, एजुकेशन और दूसरे लोन सहित खुदरा लोन पर अपनी ब्याज दर में 50 आधार अंकों तक की कटौती की है। पीटीआई की खबर के मुताबिक, पुणे स्थित बैंक द्वारा ब्याज दर में की गई कटौती पिछले सप्ताह आरबीआई द्वारा की गई दरों में कटौती के मुताबिक है। बैंक ने यह भी कहा है कि नई दरें 10 जून से प्रभावी हैं।
लोन पर शुरुआती ब्याज दर अब कितनी है?
खबर के मुताबिक, बैंक के इस फैसले के बाद ब्याज दरों में कटौती के साथ, अब उसका होम लोन 7.35 प्रतिशत और कार लोन 7.7 प्रतिशत से शुरू होता है, जो बैंकिंग उद्योग में सबसे कम ब्याज दरों में से एक है। बैंक ने एक बयान में कहा कि ब्याज दरों में कमी का यह लाभ बैंक की अपने सभी ग्राहकों को सर्वोत्तम वित्तपोषण समाधान प्रदान करने और उनके सपनों को पूरा करने में मदद करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। बैंक ने कहा कि मौजूदा ब्याज दर परिदृश्य में, वह अपने ग्राहकों के बीच खुशी लाने के लिए खुदरा ऋणों को सस्ता कर रहा है।
बैंक ऑफ बड़ौदा ने भी घटाई दरें
इधर, बैंक ऑफ बड़ौदा ने भी एक महीने से एक साल तक की विभिन्न अवधियों के लिए अपने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) में 0.50 प्रतिशत की कटौती की है। RBI की कार्रवाई के बाद, कई बैंकों ने लेंडिंग रेट में कटौती की है और बाकी बैंक भी जल्द ही ऐसा करेंगे। शुक्रवार को RBI ने बेंचमार्क ब्याज दर में उम्मीद से कहीं ज़्यादा 50 आधार अंकों की कटौती की और बैंकों के लिए नकद आरक्षित अनुपात में अप्रत्याशित रूप से कटौती की, ताकि अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए ज़्यादा से ज़्यादा उधार देने के लिए पैसे उपलब्ध हो सकें।
आरबीआई ने रेपो रेट में की है 0.50% की कटौती
आरबीआई की छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति, जिसकी अध्यक्षता गवर्नर संजय मल्होत्रा करते हैं और जिसमें तीन बाहरी सदस्य शामिल हैं, ने बेंचमार्क पुनर्खरीद या रेपो दर को 50 आधार अंकों से घटाकर 5. 5 प्रतिशत कर दिया। इसने नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) में भी 100 आधार अंकों की कटौती करके इसे 3 प्रतिशत कर दिया, जिससे बैंकिंग प्रणाली में पहले से ही अधिशेष तरलता में 2.5 लाख करोड़ रुपये जुड़ जाएंगे।