शुरुआती कारोबार में आज बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में 0.3% की बढ़त दर्ज की गई है। सभी सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान में कारोबार कर रहे हैं, जिनमें रियल्टी इंडेक्स 1% ऊपर है।
आज के शुरुआती कारोबार में बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में क्रमशः 0.5% की बढ़त देखने को मिली। इस दौरान सभी सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान में कारोबार कर रहे हैं, जिससे व्यापक बाजार में सकारात्मक रुझान नजर आ रहे हैं।
बीएसई मिडकैप इंडेक्स में 0.4 प्रतिशत की बढ़त रही, जबकि स्मॉलकैप इंडेक्स में 0.2 प्रतिशत की हल्की बढ़ोतरी देखी गई। यह बाजार की मौजूदा स्थिति निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण संकेत दे रही है।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि राजधानी में बिजली की दरें दिल्ली बिजली आयोग द्वारा तय की गई लिमिट से ज्यादा नहीं होनी चाहिए और ये किफायती रहनी चाहिए।
बिजली, तेल एवं गैस, पीएसयू बैंक को छोड़कर, बाकी सभी क्षेत्रीय सूचकांक लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं। साथ ही इंफोसिस, टेक महिंद्रा, बजाज फाइनेंस, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स और टाटा मोटर्स के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई।
कारोबार के शुरुआती सत्र में निफ्टी पर एचसीएल टेक्नोलॉजीज, आईसीआईसीआई बैंक, टाटा स्टील, एचडीएफसी लाइफ और एलएंडटी टॉप लूजर स्टॉक्स के तौर पर देखे गए।
सप्ताह के पहले कारोबारी सत्र में निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 0.62% की बढ़त के साथ बंद हुआ, जबकि निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 1.19% की बढ़त के साथ और भी अधिक बंद हुआ।
इंटरग्लोब एविएशन, श्रीराम फाइनेंस, भारत फोर्ज, डाबर इंडिया और सीमेंस को बीएसई सेंसेक्स नेक्स्ट 50 से हटा दिया जाएगा।
बीएसई मिडकैप इंडेक्स में 0.4 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई, जबकि स्मॉलकैप इंडेक्स में कोई बदलाव नहीं देखा गया।
आईटी, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और तेल एवं गैस शेयरों ने इंडेक्स को सपोर्ट किया। ऐसा लगता है कि बाजार ने कम गंभीर टैरिफ व्यवस्था को काफी हद तक स्वीकार कर लिया है, जो वैश्विक आर्थिक विकास के लिए उतना हानिकारक नहीं हो सकता है, जितना पहले माना जाता था।
आज के कारोबारी सत्र में निवेशक की लगभग 6 लाख करोड़ रुपये की कमाई हुई, क्योंकि बीएसई-लिस्टेड फर्मों का कुल मार्केट कैप बढ़कर लगभग 426 लाख करोड़ रुपये हो गया।
टाटा पावर डीडीएल और बीएसईएस ने कहा है कि दिल्ली में इस साल गर्मियों में मैक्सिमम डिमांड को पूरा करने के मकसद से नेटवर्क की क्षमता बढ़ाने और टेक्नोलॉजी को एडवांस बनाने पर भी निवेश किया गया है।
सेंसेक्स ने 50 हजार और 60 हजार दोनों आंकड़ों को वर्ष 2021 में ही हासिल किया है। यह कोविड-19 महामारी के कारण उत्तपन्न व्यवधान के बावजूद बाजार की मजबूती को प्रदर्शित करता है।
यह साल अब तक तेजड़ियों का रहा है, क्योंकि बाजारों ने कई ऐतिहासिक कीर्तिमान बनाए। इस साल अब तक सेंसेक्स 25 फीसदी से ज्यादा चढ़ा है।
इस समय वैश्विक स्तर पर तेजड़िया बाजार है। मिस्र और ईरान जैसे कुछ बाजारों को छोड़ दिया जाए, तो दुनिया के तमाम बाजारों में तेजी है।
रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर की बीएसईएस वितरण कंपनियों ने 510 मेगावॉट सौर और हाइब्रिड बिजली (सौर और पवन ऊर्जा) लेने को लेकर सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (सेकी) के साथ समझौता किया है।
पिछले साल, सेंसेक्स ने 15.7 प्रतिशत वृद्धि हासिल की। शेयर बाजारों में इस तेजी की वजह से 2020 में इक्विटी निवेशकों की संपत्ति में 32.49 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है।
कोरोना वायरस से प्रभावित वर्ष 2020 में भारतीय शेयर बाजारों में भारी उतार-चढ़ाव के बीच इक्विटी निवेशकों की संपत्ति 32.49 लाख करोड़ रुपये बढ़ी है।
बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 48,168.22 के अपने जीवनकाल के उच्चतम स्तर को छू गया।
अमेरिका में वॉल स्ट्रीट के नई ऊंचाई पर पहुंचने के बाद शुक्रवार को एशियाई शेयर बाजारों में गिरावट का रुख रहा।
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