आईएमएफ का ताजा अनुमान चालू वित्त वर्ष के लिए केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) के 9.2 प्रतिशत और भारतीय रिजर्व बैंक के 9.5 प्रतिशत के अनुमान से कम है।
भारतीय-अमेरिकी गीता आईएमएफ की मुख्य अर्थशास्त्री बनने वाली पहली महिला हैं।
आईएमएफ ने वर्ष 2019 में एक ‘राहत पैकेज’ की घोषणा की थी जिसमें विस्तारित कोष सुविधा (ईएफएफ) के तहत सहायता प्रदान करने का वादा किया गया था। इस सुविधा की छठी समीक्षा अप्रैल से ही अधर में लटकी हुई है।
दिसंबर 1971 में एक मलयाली परिवार में जन्मी गोपीनाथ ने स्कूल की पढ़ाई कोलकाता में की और दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से ग्रेजुएशन किया।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय विमानन कंपनी एयर इंडिया की बिक्री भारत के निजीकरण के प्रयासों में एक ‘महत्वपूर्ण मील का पत्थर’ साबित होगी।
भारत चालू वित्त वर्ष में 9.5 फीसदी और अगले वित्त वर्ष में 8.5 फीसदी की वृद्धिदर के साथ दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा।
पाकिस्तान से जुडी एक और खबर सामने आई है जिसमें वह बासमती के श्रेय को लेकर एक हारी हुई लड़ाई लड़ रहा है। यूरोपीय संघ ने हाल ही में पाकिस्तानी चावल की एक खेप को खारिज कर दिया था।
तालिबान ने 15 अगस्त को अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया था, और पश्चिम समर्थित पिछले निर्वाचित नेतृत्व को सत्ता से बाहर कर दिया।
इससे पहले अमेरिका ने अफगानिस्तान के केंद्रीय बैंक की लगभग 9.5 अरब डॉलर की संपत्ति को फ्रीज कर दिया है और अफगानिस्तान को नकदी भेजना बंद कर दिया है।
यह सहायता बिना किसी शर्त के है और इसके लिए कोई ब्याज नहीं देना होगा। इससे पाकिस्तान के मुद्रा भंडार में वृद्धि होगी और इसका पाकिस्तानी रुपये पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
आईएमएफ ने अपने ताजा विश्व आर्थिक परिदृश्य में कहा है कि मार्च-मई के दौरान घातक दूसरी कोविड लहर के कारण भारत के लिए वृद्धि अनुमान में कटौती की गई है क्योंकि इस वजह से भरोसे में रिकवरी धीमी पड़ने की संभावना है।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में विशेष निकासी अधिकार (एसडीआर) 20 लाख डॉलर बढ़कर 1.506 अरब डॉलर हो गया।
ब्राजील के बाद कोविड-19 की भारत में जारी विध्वंसक दूसरी लहर इस बात का संकेत है कि विकासशील देशों में आगे और भी बुरी स्थिति आ सकती है।
अगर जीडीपी में कम से कम 5 प्रतिशत की वृद्धि नहीं होती है, तो देश अगले कई वर्षों में गंभीर संकट का सामना करेगा।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार इससे पहले 29 जनवरी 2021 को 590.185 अरब डॉलर की सर्वकालिक ऊंचाई पर पहुंच गया था।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार इससे पहले 29 जनवरी 2021 को 590.185 अरब डॉलर की सर्वकालिक ऊंचाई पर पहुंच गया था।
कोरोना संकट की वजह से अर्थव्यवस्थाओं को बड़ा झटका लगा है, वहीं कोरोना की नई लहर से रिकवरी की रफ्तार पर भी असर पड़ने की आशंका बन गई है।
एड्रियन ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘हम भुगतान के क्षेत्र में तकनीकी क्रांति के दौर में हैं। और मुझे लगता है कि भारत इन तकनीकों और भुगतान प्रणालियों में से कई में पथ-प्रदर्शक रहा है।
भारत की 2021 में वृद्धि दर 12.5 प्रतिशत और 2022 में 6.9 प्रतिशत रहने का अनुमान है जो काफी बेहतर है। वहीं चीन की वृद्धि दर 2021 में 8.6 प्रतिशत तथा 2022 में 5.6 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया है।
भारत के विदेशी मुद्रा भंडार ने 29 जनवरी, 2021 को समाप्त सप्ताह के दौरान अपने सर्वकालिक उच्च स्तर 590.185 डॉलर के स्तर को छुआ था।
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