नई भर्ती के बाद अमेजन के टेक और कॉरपोरेट स्टाफ में 20 प्रतिशत की वृद्धि होगी। वर्तमान में कंपनी के वैश्विक कर्मचारियों की संख्या 275,000 है।
रिपोर्ट के अनुसार 2021 की दूसरी छमाही में कल-कारखानों और दूसरे क्षेत्रों में मेहनत का काम करने वाले कामगारों के लिये 70 लाख नये रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
इस कार्यक्रम के तहत युवाओं को सैमसंग के खुदरा आउटलेट्स पर भी रोजगार के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके लिए उन्हें भुगतान भी किया जाएगा।
कंपनी अगले पांच वर्षों में भारत में 1,600 करोड़ रुपये तक का निवेश करेगी वहीं इस समय कंपनी के भारत में लगभग 15,000 कर्मचारी हैं।
देश में जुलाई में 1.6 करोड़ रोजगार के अवसरों का सृजन हुआ। इनमें से ज्यादातर रोजगार कृषि और निर्माण क्षेत्रों में पैदा हुये। वहीं इसी अवधि में वेतन वाली नौकरियां 32 लाख घट गईं।
बेंगलुरु की सॉफ्टवेयर कंपनी हैपिएस्ट माइंड्स टेक्नोलॉजीज अगली तीन तिमाहियों में प्रत्येक में 300-300 कर्मचारियों को नियुक्त करने की योजना बना रही है। कंपनी के शीर्ष प्रबंधन ने यह जानकारी दी।
देश में नियुक्ति गतिविधियां जुलाई में पिछले महीने के मुकाबले 11 प्रतिशत बढ़कर अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गईं। यह कोविड-19 के कारण प्रभावित कारोबार क्षेत्र के उबरने और आर्थिक पुनरुद्धार की मजबूत वापसी दर्शाता है।
डिजिटल भुगतान और वित्तीय सेवा कंपनी पेटीएम ने व्यापारियों को डिजिटल माध्यम को अपनाने के बारे में शिक्षित करने के लिए पूरे भारत में करीब 20,000 फील्ड सेल्स कार्यकारियों को नियुक्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
अगर आप भी नौकरी की तलाश में है या नौकरी बदलना चाहते है तो आपके लिए अच्छी खबर है। 3 लाख से ज्यादा नई नौकरियां आने वाली है। ऐसे में इसके लिए अपने आपको तैयार कर लें।
देश में रोजगार परिदृश्य और आर्थिक संभावनाओं को लेकर शहरी भारतीयों का विश्वास कमजोर बना हुआ है, हालांकि जुलाई में सभी उपभोक्ता विश्वास में वृद्धि दर्ज की गई है।
देश में धीरे-धीरे लॉकडाउन हटाए जाने के साथ जून में ज्यादातर क्षेत्रों में नियुक्ति की गतिविधि में सकरात्मक वृद्धि दर्ज की गयी। जॉब पोर्टल साइकी मार्केट नेटवर्क की एक रिपोर्ट के मुताबिक जून में नियुक्ति गतिविधियों में सुधार देखा गया, जो गैर-प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में भी सुधार का संकेतक है।
लिंक्डइन पर भारत में नियुक्ति दर इस साल मार्च में 50 प्रतिशत थी जो अप्रैल 2021 में घटकर 10 प्रतिशत पर आ गयी। वित्त, कॉरपोरेट सेवा, विनिर्माण, स्वास्थ्य और हार्डवेयर तथा नेटवर्किंग जैसे कुछ प्रमुख उद्योग सक्रियता से नियुक्ति कर रहे हैं।
कंपनी के मुताबिक आधी नौकरियां महिलाओं के लिये होगी और ये डिजाइन, मार्केटिंग, सप्लाई चेन, फाइनेंस आदि क्षेत्रों में मिलेंगी।
योजना के तहत 58.50 लाख अनुमानित लाभार्थियों के लिये 22,810 करोड़ रुपये के आवंटन को मंजूरी दी गई है। योजना का मकसद कंपनियों पर वित्तीय बोझ कम करके रोजगार को बढ़ावा देना है।
विभिन्न उद्योगों खासकर प्रौद्योगिकी क्षेत्र में स्वचालन के रफ्तार पकड़ने के साथ 1.6 करोड़ लोगों को रोजगार देने वाली घरेलू सॉफ्टवेयर कंपनियां 2022 तक 30 लाख कर्मचारियों की छंटनी करेंगी।
रिपोर्ट के मुताबिक पांच प्रतिशत उद्योग नौकरियों के विज्ञापन देने के लिहाज से मासिक आधार पर सकारात्मक बढ़त का संकेत दे रहे हैं।
एजेंसी ने कहा कि विश्वभर में महामारी की लहर बार-बार आने से कामकाजी समय का नुकसान बढ़ा है। 2021 की पहली तिमाही में 4.4 प्रतिशत कामकाजी समय का नुकसान हुआ, यानी 14 करोड़ पूर्णकालिक श्रमिक एक साल तक काम कर सकते थे।
प्रमुख भारतीय ग्लोबल बिजनेस समुह डार्विन प्लेटफॉर्म ग्रुप ऑफ कंपनीज (DPGC) ने 40 लाख भारतीयों को नौकारी देने के साथ ही इसके जरिए इस वित्त संकट से देश को मुक्त करने के लिए रोजगार सृजन के उपायों की घोषणा की है।
बेंगलुरु, हैदराबाद और चेन्नई जैसे कुछ शहरों में नियुक्ति संबंधी गतिविधियों में सकारात्मक वृद्धि भी देखी गयी
दुनियाभर में छोटे व्यवसाय अभी भी चल रही महामारी से निपटने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इस बीच यह सामने आया है कि भारत में छोटे और मध्यम व्यवसाय (एसएमबी) बड़े स्तर पर बंद हो रहे हैं।
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