देश और दुनिया में काफी तेजी से छंटनी हो रही है। इस बीच भारत के लिए एक अच्छी खबर आई है। देश में नए मौके नौकरी जाने की तुलना में कई गुना मिल रहे हैं। इस खबर में पूरी जानकारी ले सकते हैं।
लिंक्डइन करियर विशेषज्ञ और लिंक्डइन इंडिया की संपादकीय प्रमुख नीरजिता बनर्जी ने कहा, भारतीय कार्यबल चुनौतीपूर्ण आर्थिक स्थितियों के बावजूद आगे बढ़ने के लिए अपनी क्षमताओं पर भरोसा कर रहे हैं।
रेलवे मंत्रालय की ओर से गोड़ को जो जानकारी मुहैया कराई गई है उसके मुताबिक भारतीय रेलवे के ग्रुप सी में एक नवंबर (प्रोवीजनल) तक 312944 पद रिक्त थे।
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में सीमित भर्तियां होंगी और कंपनियां मौजूदा कार्यबल को और कुशल बनाने पर ध्यान देंगी।
Career Tips: करते हैं नौकरी तो खुद से पूछें ये 7 सवाल, सफलता की सीढ़ियां तेजी से चढ़ेंगे और मिलेगी अच्छी तरक्की Career Tips salaried class people ask these 7 questions success faster and you will get good progress
Swiggy: ऑनलाइन खाना (Online Food) डिलीवर करने वाली कंपनी स्विगी (Swiggy) ने अपने यहां काम करने वाले एंप्लॉय को परमानेंट वर्क फ्रॉम काम (Work Form Home) करने की सुविधा देने का ऐलान किया है।
Britain jobs: समझौते से दोनों देशों के हजारों युवाओं को लाभ होने की उम्मीद है। यह कदम द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की उनकी 10 वर्षीय रूपरेखा का एक हिस्सा है।
नए लोगों की संख्या में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में शुद्ध रूप 7.62 लाख की बढ़ोतरी हुई है।
कारोबारी गतिविधियां सूचकांक मार्च में 53.6 पर पहुंच गया, फरवरी में यह 51.8 पर था जो दिसंबर के बाद से विस्तार की सबसे तेज दर दर्शाता है।
रोजगार के कुल अवसरों में से 17 प्रतिशत बेहद कुशल और विशेषज्ञता वाले विशेषज्ञ कर्मचारियों या पेशवर कर्मियों के लिए उपलब्ध होंगे।
सीएमआईई ने कहा कि जनवरी में शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी दर 8.16 प्रतिशत रही जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में यह 5.84 प्रतिशत दर्ज की गई।
इंडिया टीवी के साथ बजट पर Exclusive बातचीत करते हुए नीति आयोग के CEO अमिताभ कांत ने कहा कि बजट में सबसे ज्यादा फोकस इंफ्रास्ट्रक्चर पर रहा है। महंगाई आउट ऑफ कंट्रोल नहीं है।
मॉन्स्टर रोजगार सूचकांक की एक रिपोर्ट के अनुसार यात्रा और पर्यटन उद्योग ने कोविड-19 संक्रमण की दूसरी लहर के बाद लगातार नई नौकरियों में बढ़ोतरी देखी है।
कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर कमजोर पड़ने के बाद संगठित रोजगार में सुधार होना अर्थव्यवस्था के लिये राहत के रूप में देखा जा रहा है
ऑप्टिमस इलेक्ट्रॉनिक्स के प्रबंध निदेशक ए गुरुराज ने कहा कि कंपनी की मौजूदा उत्पादन क्षमता दो साल में पूरी हो जाएगी। ऐसे में हम नई विनिर्माण इकाई लगाने को जगह की तलाश कर रहे हैं।
अक्टूबर 2021 में भारत में नई नौकरियों से जुड़ी गतिविधियां पिछले साल के मुकाबले 43 प्रतिशत बढ़ी हैं। वहीं अक्टूबर 2019 के मुकाबले इसमें 19 प्रतिशत की बढ़त रही है।
सेवा, मैन्युफैक्चरिंग और फाइनेंस, बीमा तथा रियल एस्टेट क्षेत्रों का आउटलुक सबसे बेहतर नजर आ रहा है। हालांकि तीसरी लहर को लेकर आशंकाएं भी बनी हुई हैं।
सर्वेक्षण में शामिल 59 प्रतिशत पेशेवरों ने कहा कि वे नई नौकरी की तलाश कर रहे हैं। सर्वे के अनुसार, कोविड-19 के कारण भारत में तीन में से एक से ज्यादा (35 प्रतिशत) पेशेवरों के वेतन में कटौती की गई है।
कंपनी का यूजर बेस पिछले महीने एक करोड़ के आंकड़े को छू गया। कंपनी ने एक साल में 10 करोड़ लोगों को जोड़ने का लक्ष्य रखा है।
रोजगार को लेकर यह उम्मीद ऐसे समय जतायी गयी है, जब दूसरी महामारी के बाद बेरोजगारों की संख्या बढ़ने और अर्थव्यवस्था में श्रम भागीदारी में कमी को लेकर चिंता जतायी जा रही है।
लेटेस्ट न्यूज़