वैश्विक स्वर्ण बाजार पर काम करने वाले एक निकाय के अनुसार चीन और भारत की अर्थव्यवस्थाओं के विस्तार के साथ सोने में अगले तीन दशक तक चमक तुलनात्मक रूप से बनी रहेगी। चीन के 2048 तक दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने और भारत उससे ठीक पीछे रहने का अनुमान है।
वर्ल्ड बैंक ने अनुमान जताया है कि भारत विश्व की सबसे तेज गति से बढ़ रही अर्थव्यवस्था के रूप में अपनी स्थिति को कायम रख सकता है। विश्व बैंक का कहना है कि वित्त वर्ष 2018-19 में भारत की विकास दर 7.3 प्रतिशत, जबकि अगले दो वर्षों में 7.5 प्रतिशत रह सकती है।
किफायती दर पर विमान सेवा देने वाली इंडिगो तथा एयर इंडिया एक्सप्रेस अंतरराष्ट्रीय संपर्क सुविधा उपलब्ध कराने वाली दुनिया की शीर्ष पांच सस्ती एयरलाइंस में शामिल हैं।
प्रतिस्पर्धा के लिहाज से तैयार की गयी वार्षिक रैंकिंग में भारत एक पायदान चढ़कर 44वें स्थान पर पहुंच गया है। इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट फॉर मैनेजमेंट डेवलपमेंट (IMD) की ओर से तैयार की गई सूची में अमेरिका को शीर्ष पर रखा गया है। इस वर्ष भारत वैश्विक स्तर पर 44 वें पायदान पर रहा, वह पिछले वर्ष से एक पायदान ऊपर चढ़ गया है। सूची के अनुसार, भारत 14 एशियाई देशों में 12वीं सबसे प्रतिस्पर्धी अर्थव्यवस्था है
WGC के मुताबिक अप्रैल अंत में वैश्विक स्तर पर सोने के ETF के पास कुल होल्डिंग 2481.01 टन दर्ज की गई है जो 5 साल से भी अधिक यानि फरवरी 2013 के बाद सबसे अधिक होल्डिंग है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दुनिया की 10 सबसे ताकतवर हस्तियों में शुमार किया गया है। मशहूर पत्रिका फोर्ब्स ने यह सूची जारी की। चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को हटाकार पहले पायदान पर जगह बनाने में सफल रहे।
सोने की मांग 10 साल के निचले स्तर पर आ गई है, वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक 2018 की पहली तिमाही यानि जनवरी से मार्च के दौरान वैश्विक स्तर पर सोने की मांग घटकर सिर्फ 937.5 टन रह गई है जो 10 साल में पहली तिमाही में सबसे कम मांग है
विश्व बैंक ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि 2018 में कच्चे तेल, प्राकृतिक गैस और कोयला जैसे ईंधन की कीमतों में 20 प्रतिशत तक इजाफा होने की उम्मीद है। इससे भारत की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ सकता है।
विदेश में बसे अपने देश के लोगों से धन प्राप्त करने में भारत शीर्ष स्थान पर कायम रहा है। विश्व बैंक ने सोमवार को कहा कि 2017 में विदेश में बसे भारतीयों ने अपने घर - परिवार के लोगों को 69 अरब डॉलर भेजे
सुभाष चंद्र गर्ग ने कहा कि विश्वबैंक की विकास समिति की 97 वीं बैंठक में कल कहा कि भारत विश्व की सबसे वृद्धि वाली बड़ी अर्थव्यवस्था बना रहेगा। हमारा अनुमान है कि 2018 में भारत 7.4 प्रतिशत की दर से वृद्धि करेगा।
दुनिया की सबसे बड़ी दो अर्थव्यवस्थाओं अमेरिका और चीन के बीच छिड़ा व्यापार युद्ध इस साल वैश्विक व्यापार को प्रभावित करेगा। दोनों देश संरक्षणवाद को बढ़ावा दे रहे हैं, जिसके चलते वैश्विक व्यापार प्रभावित होने की आशंका है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महात्वाकांक्षी जन धन योजना की सफलता के बाद भी भारत में 19 करोड़ व्यस्कों के पास बैंक एकाउंट नहीं हैं। वर्ल्ड बैंक ने गुरुवार को इस बात का खुलासा करते हुए कहा है कि चीन के बाद भारत में दुनिया की दूसरी सबसे ज्यादा जनसंख्या ऐसी है, जिसके पास बैंक एकाउंट नहीं है।
वर्ल्ड बैंक से पहले पिछले हफ्ते एशियन डेवलप्मेंट बैंक ने भी भारत में GDP ग्रोथ बढ़ने का अनुमान जारी किया था। एशियन डेवल्पमेंट बैंक ने 2018-19 में 7.3 प्रतिशत और 2019-20 में 7.6 प्रतिशत ग्रोथ का अनुमान लगाया है।
भारत के पास आधिकारिक तौर पर सोने का सिर्फ 558 टन रिजर्व है और वह टॉप 10 में भी शामिल नहीं है, WGC के मुताबिक सोने के आधिकारिक रिजर्व के मामले में भारत 12वें स्थान पर है
2018 में अबतक दुनिया के 500 सबसे अमीर व्यक्तियों में 59.2 प्रतिशत यानि 296 ऐसे हैं जिनकी संपत्ति में कमी आई है और 204 ऐसे हैं जिनकी संपत्ति में इजाफा दर्ज किया गया है।
विश्व बैंक के प्रमुख (भारत) जुनैद कमाल अहमद ने कहा कि भारत में भी अपने यहां सिलिकॉन वैली की तरह नवोन्मेषी कंपनियों का गढ़ स्थापित करने की क्षमता है पर देश में नवप्रवर्तन के अनुकूल परिस्थितियों के विस्तार की जरूरत है।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर 8-9 हजार कंपनियां लिस्टेड हैं और इन सभी लिस्टेड सभी कंपनियों की कुल मार्केट वेल्यू देख ली जाए तो मुश्किल से 150 लाख करोड़ का आंकड़ा बनता है वहीं अमेरिका की टॉप की 4 कंपनियां ही इस आंकड़े तक पहुंच जाती हैं
अब मुकेश अंबानी अरपबतियों की लिस्ट में 19वें स्थान से खिसककर 20वें स्थान पर चले गए हैं इस साल उन्हें 2 अरब डॉलर से ज्यादा का नुकसान हुआ है
जिस जीएसटी व्यवस्था को लेकर सरकार अपनी पीठ थपथपा रही है, उसे लेकर वर्ल्ड बैंक की एक रिपोर्ट ने गंभीर सवाल उठाए हैं। 'इंडिया डेवलपमेंट अपडेट' की छमाही रिपोर्ट में गुड्स एंड सर्विस टैक्स (GST) की जबर्दस्त आलोचना की है।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष( आईएमएफ) ने आज कहा कि नोटबंदी और जीएसटी के दो अस्थायी झटकों के बाद इस साल भारत की आर्थिक वृद्धि की रफ्तार तेज हो सकती है जबकि चीन की वृद्धि रफ्तार धीरे धीरे कम होने की संभावना है।
लेटेस्ट न्यूज़