Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार घर के मुखिया में 5 गुण अवश्य होने चाहिए। आज हम आपको इन्हीं गुणों के बारे में अपने इस लेख में जानकारी देंगे।
आज बुधवार का दिन है और साथ ही पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र भी है। आज के दिन किन उपायों को करने से आपको जीवन में लाभ मिल सकता है, आइए जानते हैं।
चाणक्य के बारे में लगभग हम सभी ने सुना है। इनकी नीति में जीवन की सफलता के बड़े गूढ़ रहस्य छिपे हैं। आज हम चाणक्य की जिस नीति के बारे में बताने जा रहे हैं उसमें उन्होंने सफल व्यक्ति किस एक चीजे के दम पर समाज में पूज्यनीय बनता है उसके बारे में जानते हैं।
आचार्य चाणक्य की नीतियां हमारे जीवन का सही मार्गदर्शन करती हैं। वह एक नीति में सलाह देते हुए कहते हैं कि भावनाओं में बहकर या जल्दबाजी में निर्णय लेने वाले व्यक्ति के हाथ पछतावे के सिवा कुछ नहीं लगता है। ऐसा कहने के पीछे आखिर चाणक्य का क्या तात्पर्य है आइए जानते हैं।
आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति में कई सारी बातें बताई हैं। आज हम आपको उनकी जिस नीति के बारे में बातने जा रहे हैं। उसमें उन्होंने 4 चीजों का ध्यान रखने को बताया है और अगर आपने उन बातों का ध्यान नहीं रखा तो आपको जीवन भर निराश रहना पड़ेगा। अब आप भी जान लीजिए चाणक्य के अनुसार किन बातों का देना होगा ध्यान।
आज हर व्यक्ति परेशान है और तनाव में आकर खुद को असफल महसूस करता है। चाणक्य ने इस विषय में व्यक्ति को 2 चीजों से तुरंत दूरी बनाने की सलाह दी है। चाणक्य ने सफलता के कुछ गुरु मंत्र दिए हैं जिसका पालन करने से व्यक्ति जीवन में कई गुना अधिक तरक्की कर सकता है।
चाणक्य की नीति मानव जीवन के लिए गुरु मंत्र है। उनकी एक नीति है जिसमें वह कहते हैं कि सिर्फ एक आदत मनुष्य की समाज में उसे बुरा बना देती है। आखिर क्या है वो आदत और ऐसा उन्होंने क्यों कहा। आइए जानते हैं इस पर क्या कहती है चाणक्य की नीति।
चाणक्य ने अपनी निती में मानव हित के संदर्भ में कई सारी बातें बताई हैं। वैसे तो मनुष्य के पास यदि धन और ज्ञान रहता है, तो वह जीवन का सबसे सफल व्यक्ति है। वहीं चाणक्य रखे हुए धन और ज्ञान को क्यों बताते हैं व्यर्थ? आइए जानते हैं इस पर उनकी नीति क्या कहती है।
चाणक्य ने बहुत सी ऐसी बातें बताई हैं जो आपको बड़ी से बड़ी मुसीबतों से बाहर निकाल सकती हैं। हम आपको उनकी एक ऐसी ही बात बताने जा रहे हैं। जिसमें उन्होंने कुछ ऐसे लोगों से दूरी साध लेने को कहा है जिसमें हमारी भालाई छिपी है।
चाणक्य की जिस नीति की आज हम आपसे बात करने जा रहे हैं उसमें उन्होंने बताया है कि किन परिस्थितयों में व्यक्ति को दूरी साध लेने में ही भलाई है। साथ ही अधिक मोह के जंजाल में फंसने से व्यक्ति सफलता से हाथ धो बैठता है।
आचार्य चाणक्य ने जीवन में सफलता पाने के 5 मूल मंत्र बताएं हैं। उन्होंने अपनी नीति में कहा है कि व्यक्ति को यदि जीवन में आगे बढ़ना है तो इन 5 बातों को गांठ बांध कर रख लें। आइए जानते हैं वो कौन सी बातें हैं जो हर व्यक्ति के अंदर होनी चाहिए जिसे अपना कर सफलता की सीढ़ियों पर चढ़ा जा सकता है।
चाणक्य ने अपनी बुद्धिमता और ज्ञान के दम पर महान नीतियों का आविष्कार किया जिसे चाणक्य नीति कहते हैं। चाणक्य ने कुछ जगह हिम्मत दिखाने के बजाय वहां से तुंरत भाग जाने को ज्यादा बेहतर बताया है। आइए जानते हैं चाणक्य ने अपनी नीति में वो कौन सी परिस्थितियां बताई हैं जहां से तुरंत हट जाना चाहिए।
आचार्य चाणक्य एक विद्वान गुरु और कुशल नीति शास्त्र के मर्मज्ञ थे। उन्होंने अपनी नीतियों के माध्यम से एक समाज सुधारक, सलाहकार, दार्शनिक गुरु और कई सम्मान जनक उपाधियां हासिल की हैं। आखिर उन्होंने कुल नाश होने के पीछे कौन सा एक बड़ा कारण बताया आइए जानते हैं।
आचार्य चाणक्य की नीतियां भी उन्हीं की तरह महान संदेश देने वाली हैं। उनकी कोई भी नीति उठा कर पढ़ लीजिए लगभग उसमें विवेक, बुद्धिमता और ज्ञान की बातें ही नजर आएंगी। चाणक्य ने अपनी एक नीति में बताया है कि 7 तरह के प्राणियों को नींद से जगाना बड़ी मुसीबत को दस्तक देने जैसा है।
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