Monday, April 29, 2024
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Ram Mandir: भगवान राम दिन में रहते हैं यहां और रात में चले जाते हैं अयोध्या, जानें इस अनोखे मंदिर के बारे में

भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या से लगभग 400 किलोमीटर दूर ओरछा में रामलला को राजा राम के रूप में पूजा जाता है। यहां मंदिर में पुलिस देती है उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर। आइए जानते हैं आखिर क्या है प्रभु श्री राम का इस मंदिर से नाता।

Reported By : Anurag Amitabh Edited By : Aditya Mehrotra Updated on: January 22, 2024 6:07 IST
Raja Ram- India TV Hindi
Image Source : FILE IMAGE Raja Ram

Raja Ram Mandir: यह तो आप सभी जानते हैं कि प्रभु राम का का जन्म अयोध्या में हुआ था। लेकिन एक जगह ऐसी भी है जहां भगवान राम को राजा की उपाधि दी जाती है। जितना गहरा नाता रामलला का अयोध्या से उतना ही ओरछा से भी है। जी हां हम बात कर रहे हैं मध्य प्रदेश के ओरछा शहर की। यहां एक मंदिर भगवान राम को समर्पित है जिसे राजा राम का मंदिर कहा जाता है। यह देश का इकलौता ऐसा मंदिर है जहां रामलला की पूजा राजा राम की तरह होती है। पूरी दुनिया में यही एक ऐसा मंदिर है जहां भगवान राम को पुलिस सलामी देती है। आइए इस मंदिर से जुड़ी और भी खास बात आपको बताते हैं।

ओरछा में पुलिस देती है सलामी

मंदिर में तैनात यहां के जब एक पुलिसकर्मी ने इंडिया टीवी से बात करते हुए बताया कि मध्य प्रदेश की पुलिस ओरछा के राम राजा मंदिर में किसी राजा या वीआईपी प्रोटोकॉल की तरह एक गार्ड के तौर पर तैनात होती है और राजा राम को मंदिर में बंदूको से सलामी दी जाती है। यहां बाकायदा शस्त्र बल राजा राम को गार्ड ऑफ ऑनर देते हैं। बात चीत के दौरान आगे ये भी पता चला कि वहां ओरछा में चाहे प्रधानमंत्री आजाए या मुख्यमंत्री ही क्यों न आ जाए प्रोटोकॉल में उन्हें सलामी देने के नियम के बावजूद ओरछा के मंदिर में उन्हें सलामी नहीं दी जाती है क्योंकि यहां के राजा सिर्फ राम हैं।

दिन में रहते हैं ओरछा रात में चले जाते हैं अयोध्या

ओरछा के इस मंदिर की एक खास बात राजा राम से जुड़ी तब पता चली जब इंडिया टीवी से बात करते हुए यहां के पुजारी विजय गोस्वामी ने बताया कि राजा राम दिन में ओरछा रहते हैं और रात में शयन करने अयोध्या चले जाते हैं। मंदिर के पुजारी ने बातचीत में आगे बताया कि ओरछा में रहने वाले रामलला दिन में यहां राजा राम बन जाते हैं। ऐसी भी मान्यता है कि दिन में भगवान राम बाकायदा अपना कामकाज निपटाते हैं और उन्हें रात में अयोध्या विदा करने के लिए तैयारियां की जाती हैं। 

हनुमान जी से अयोध्या ले जाने का किया जाता है आग्रह

मंदिर में रात के 9 बजे रामलला जो कि यहां राजा राम के तौर पर विद्यमान हैं। उनकी घंटो शंख, ढोल और नगाड़ों की ध्वनि के बीच आरती होती है। आरती होने के बाद पुजारी सिंहासन पर राजा राम को दीपक के तौर पर मानकर पाताली हनुमान ले जाते हैं। जहां हनुमान जी से आग्रह किया जाता है कि अब भगवान राम को अयोध्या ले जाएं। इस मंदिर में न तो बेल्ट पहनकर आया जाता है न ही किसी वीआईपी के लिए सुरक्षा कर्मी अपना कोई हथियार यहां से ले जा सकते हैं।

मंदिर में लोग आते हैं विवाह करने

शिवपुरी से आया एक नव विवाहित जोड़े से जब इंडिया टीवी ने बात कि तो उन्होंने बताया कि हमारे लिए यह बड़ी खुशी की बात है कि अयोध्या में रामलला विराजमान हो रहे हैं और हम यहां के राजा राम के मंदिर में साथ शादी करने को मिल रहा है।


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