दालें, टमाटर, अदरक,प्याज, बीन्स, गाजर,मिर्च और टमाटर सहित कई चीजों के खुदरा दाम बहुत तेज रहे। आम आदमी की रसोई के बजट पर इन चीजों ने बड़ा असर डाला।
ईंधन के दाम का शाकाहारी और मांसाहारी थालियों की कुल लागत में क्रमशः 14 प्रतिशत और आठ प्रतिशत योगदान रहता है। इसमें सितंबर में क्रमिक रूप से 18 प्रतिशत की गिरावट आई, क्योंकि 14.2 किलोग्राम एलपीजी सिलेंडर की कीमत 1,103 रुपये से घटकर 903 रुपये हो गई।
कई किसान अपनी फसल खेतों में ही नष्ट करने लगे हैं। टमाटर की तुड़ाई और उसे मंडी पहुंचाने तक 8500 रुपये खर्च करने पड़ते हैं। मंडी में भाव कम होने से उन्हें ज्यादा नुकसान हो सकता है।
थोक बाजार में जरूर कीमतें गिरकर 3 रुपये प्रति किलो आ गई है लेकिन खुदरा बाजार में अब भी टमाटर 30 रुपये प्रति किलो बिक रही है। यानी 10 गुना अधिक भाव पर टमाटर की बिक्री की जा रही है, लेकिन इसका फायदा किसानों को नहीं दिया जा रहा है।
Tomato Price: टमाटर की कीमतों में जल्द राहत देखने को मिल सकती है। केंद्र सरकार इसके लिए कोशिश में लगी हुई है।
टमाटर के दाम महीनों से 200 से 300 रुपये प्रतिकिलो के हिसाब से चल रहे हैं। कई जगह सब्सिडी का टमाटर 70 से 120 रुपये किलो तक बेचा गया। बावजूद इसकी डिमांड अधिक होने और आवक कम होने से इसके दामों में कमी नहीं आई है। बारिश और बाढ़ को टमाटरों के महंगा होने की मुख्य वजह माना जा रहा है। अब नेपाली टमाटरों से राहत मिल सकती है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के लोगों को राहत देने के लिए करीब पांच टन टमाटर का आयात किया है। इसकी बिक्री कल यानी गुरुवार से 50 रुपये प्रति किलोग्राम के रियायती भाव पर की जाएगी।
संसद में अविश्वास प्रस्ताव की बहस में बोलेते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह बताया था कि कीमतों को कम करने के लिए भारत जल्द ही नेपाल से टमाटर का आयात करेगा।
करीब डेढ़-दो महीने तक आम आदमी का बजट हिलाने के बाद अब टमाटर के दामों में थोड़ी राहत देखने को मिल रही है। महाराष्ट्र की नागपुर मंडी में टमाटर की आवक बढ़ने से इसके थोक दाम 40 से 50 रुपये प्रतिकिलो तक पहुंच गए हैं।
पिछले महीने टमाटर की कीमत में 233 प्रतिशत की वृद्धि से थाली की लागत में बड़ी बढ़ोतरी हुई।
Vegetables Price Hike: रिपोर्ट में कहा गया है कि मांसाहारियों के लिए थाली की कीमत में वृद्धि का एक कारण आम जनता से जुड़ा हुआ है। पूरी रिपोर्ट में कई अहम जानकारी सामने आई है।
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के अनुसार, टमाटर की खुदरा कीमत बुधवार को 203 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई, जबकि मदर डेयरी पर कीमत 259 रुपये प्रति किलोग्राम थी।
पिछले तीन दिन में टमाटर की आवक कम हुई है क्योंकि भारी बारिश के कारण उत्पादक क्षेत्रों में फसल खराब हो गई है।
14 जुलाई को 90 रुपये प्रति किलोग्राम की रियायती दरों पर टमाटर की बिक्री शुरू की थी, जिसे बाद में घटाकर 70 रुपये प्रति किलोग्राम तक कर दिया गया।
टमाटर की कीमत ने रसोई का स्वाद बिगाड़ दिया है। वहीं आंध्र प्रदेश का एक किसान 45 दिन में करोड़पति बन गया है। उसने बचपन की कहानी बताई जो काफी मजेदार है।
Tomato Price in Delhi: अब अधिक कीमत देकर टमाटर खरीदने का समय जा रहा है। इस ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ने ONDC की मदद से कम दाम में टमाटर बेचना शुरू कर दिया है।
यहां न तो उस शख्स ने चोरी की है और न हीं डाका डाला है। दरअसल वह शख्स एक किसान है और उसने यह कमाई फसल बेच कर की है।
कर्नाटक में टमाटर की अनोखी चोरी की घटना सामने आई है। पति-पत्नी ने एक टमाटर से भरे ट्रक को ही गायब कर दिया और उसे लाखों में बेच दिया। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।
ट्विटर पर एक पोस्ट धड़ल्ले से वायरल हो रहा है जिसमें भारत में टमाटर के भाव बढ़ जाने के बाद एक मां ने दुबई में रह रहे अपनी बेटी से 10 किलो टमाटर मंगवाया है।
सरकार ने रियायती दर पर बेचे जा रहे टमाटर की कीमत में एक बार फिर कटौती की है। अब कल यानि गुरुवार से टमाटर 80 रुपये प्रति किलो की बजाए 70 रुपये प्रति किलो की दर से मिलेगा।
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