
India vs England Test Series: भारत बनाम इंग्लैंड सीरीज का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है। पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का आगाज अगले महीने की 20 तारीख से होगा। इस बीच अभी तक भारतीय टीम का ऐलान तो नहीं हुआ है, लेकिन इससे पहले ही टीम इंडिया के लिए खतरे की घंटी जरूर बज गई है। यानी जब टीम इंडिया इंग्लैंड जाएगी तो अंग्रेजों से लोहा लेना आसान काम नहीं नहीं होगा। यहां असली परीक्षा होगी।
20 जून से शुरू होगी पांच टेस्ट मैचों की सीरीज
इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज 20 जून से शुरू होगी। इससे पहले दो चार दिन के मैच भारत की ए टीम जरूर खेलेगी, लेकिन सभी खिलाड़ी वहां नहीं खेलेंगे, यानी उन्हें सीधे इंटरनेशनल मुकाबले में खेलने के लिए उतरना होगा। वहीं दूसरी ओर इंग्लैंड की टीम ने अपनी तैयारियों को चाक चौबंद करने के लिए जिम्बाब्वे को अपने घर बुलाया है और उससे चार दिन का टेस्ट मैच खेल रही है। इसके पहले ही दिन इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने जैसा कहर बरपाया है, वो देखने लायक है। इस वक्त आप भले ही आईपीएल के मुकाबलों में व्यस्त हों, लेकिन इस मैच पर भी नजर रखिए, क्योंकि भारत को इंग्लैंड से ही अगली सीरीज खेलनी है।
इंग्लैंड के तीन बल्लेबाजों ने ठोक दिए हैं जिम्बाब्वे के खिलाफ शतक
कमाल की बात ये है कि इंग्लैंड के टॉप 3 बल्लेबाजों ने शतक ठोककर बता दिया है कि उनका फार्म बरकरार है। जैक क्रॉले ने 171 बॉल पर 124 रन, बेन डकेट ने 134 बॉल पर 140 रन और ओली पोप ने 166 बॉल पर 171 रन बनाए हैं। वहीं हैरी ब्रूक ने भी 50 बॉल पर आक्रामक अंदाज में 58 रन की पारी खेली। टीम ने 96.3 ओवर में 565 रन बनाकर अपनी पारी घोषित कर दी है। यानी इतने रन बनाने के बाद भी इंग्लैंड के सभी बल्लेबाज बल्लेबाजी नहीं कर पाए।
भारतीय गेंदबाजी आक्रमण की होगी कठिन परीक्षा
अगर यही हाल रहा तो भारतीय गेंदबाजों की भी कड़ी परीक्षा होगी। पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में भारतीय आक्रमण उस तरह का नहीं लग रहा है, जैसा कि होना चाहिए। जसप्रीत बुमराह पूरे पांच मैच खेल पाएंगे, इसको लेकर शंका है। बीच में उन्हें रेस्ट भी देना होगा। मोहम्मद शमी को लेकर अभी पक्का नहीं है कि वे इस टीम के साथ इंग्लैंड जाएंगे कि नहीं। ऐसे में अंग्रेज बल्लेबाजों का मुकाबला भारत के युवा गेंदबाजी से होगा, जो कि आसान तो नहीं रहने वाला।
रोहित और कोहली की गैरमौजूदगी में बल्लेबाजी भी आसान नहीं होगी
भारत बनाम इंग्लैंड सीरीज अगर अंग्रेजों की धरती पर होती है तो उसमें टीम इंडिया की कड़ी परीक्षा होती है। इतिहास इसका गवाह रहा है। बड़ी बात ये है कि गेंदबाजी की बात तो छोड़ ही दीजिए, भारतीय बल्लेबाजी भी परेशानी का सबब बनेगी। विराट कोहली और रोहित शर्मा हैं नहीं, ऐसे में भारत की बल्लेबाजी भी उतनी अनुभवी नहीं है, जितनी की होनी चाहिए। अब देखना होगा कि इस सीरीज के लिए कैसी टीम चुनी जाती है और टीम इंडिया कैसा प्रदर्शन करने में कामयाब होती है।