एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) और गोवा इलेक्शन वॉच द्वारा गोवा 2022 विधानसभा चुनाव में जीतने वाले सभी 40 उम्मीदवारों की ओर से दायर हलफनामों के विश्लेषण के आधार पर यह आंकड़े सामने आए हैं।
ADR द्वारा जारी किए गए विश्लेषण के आंकड़ों के अनुसार, सपा के 59 उम्मीदवारों में से लगभग 42 का आपराधिक रिकॉर्ड है। अपना दल ने सात उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है, जिनमें से चार का आपराधिक रिकॉर्ड है।
रिपोर्ट के अनुसार, सात साल में कुल 1133 उम्मीदवारों और 500 सांसदों-विधायकों ने पार्टियां बदलीं और चुनाव लड़े। कांग्रेस के बाद बहुजन समाज पार्टी दूसरी ऐसी पार्टी रही जिसे सबसे अधिक उम्मीदवारों और सांसदों-विधायकों ने छोड़ा।
चुनाव सुधारों के लिये काम करने वाले समूह एडीआर की एक रिपोर्ट के मुताबिक मंत्री परिषद के 78 मंत्रियों में से 42 प्रतिशत ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले होने की घोषणा की है जिनमें से चार पर हत्या के प्रयास से संबंधित मामले भी हैं।
एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की एक रिपोर्ट ने खुलासा किया है कि बिहार चुनाव के दूसरे चरण के लिए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने सबसे अधिक दागी उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है।
पिछले साल जून में हुए लोकसभा चुनाव में सर्वाधिक खर्च सत्तारूढ़ भाजपा ने किया। चुनाव सुधार से संबंधित शोध संस्था एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार भाजपा ने चुनाव में 1141.72 करोड़ रुपये खर्च किए।
देश के राष्ट्रीय राजनीतिक दलों को वित्तवर्ष 2004-05 से 2018-19 के बीच 11,234 करोड़ रुपये का चंदा अज्ञात स्रोतों से प्राप्त किया। गैर सरकारी संगठन एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (एडीआर)ने यह दावा किया है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में जीतने वाले 61 प्रतिशत विधायकों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं, एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में इस बार 672 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं, लेकिन इनमें से कुल 298 (44 प्रतिशत) लोगों ने ही स्नातक या स्नातकोत्तर की पढ़ाई की है। जबकि 16 ऐसे हैं, जो निरक्षर हैं।
महाराष्ट्र विधानसभा के लिये नवनिर्वाचित 176 विधायक आपराधिक आरोपों का सामना कर रहे हैं। चुनाव निगरानी संस्था ‘एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स’ (एडीआर) द्वारा शनिवार को जारी आंकड़ों में यह दावा किया गया है।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा ने 2014 में हुए महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव में सभी राजनीतिक पार्टियों द्वारा किए गए कुल खर्च का अकेले 60 फीसदी से अधिक खर्च किया...
हरियाणा में 21 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव होने हैं। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) और हरियाणा इलेक्शन वॉच (एचईडब्ल्यू) ने 13वीं विधानसभा के विधायकों के प्रदर्शन को दर्शाया है।
बीजद के 112 विधायकों में से कम से कम 46 विधायकों ने चुनाव के दौरान हलफनामों में आपराधिक मामलों का उल्लेख किया है, जिनमें से 33 पर गंभीर आपराधिक आरोप हैं।
एडीआर ने कहा कि चुनाव जीतकर आए भाजपा के 116 उम्मीदवारों में से (39 प्रतिशत) के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसके बाद कांग्रेस के 29 (57 प्रतिशत), जदयू के 13 (81 प्रतिशत), द्रमुक के 10 (43 प्रतिशत) और तृणमूल कांग्रेस के नौ (41 प्रतिशत) का नंबर आता है।
ADR रिपोर्ट में कहा गया है कि 78 (11 फीसदी) महिला उम्मीदवारों ने बताया है कि उनके खिलाफ दुष्कर्म, हत्या, हत्या के प्रयास, महिलाओं के प्रति अपराध जैसे जघन्य अपराधों में मामला दर्ज है।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की एक रिपोर्ट के अनुसार, प्रमुख पार्टियों में भाजपा के 43 में से 18 उम्मीदवारों ने, कांग्रेस के 45 में से 14 ने, बसपा के 39 में से छह ने और आम आदमी पार्टी के 14 में से तीन उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं।
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में उत्तर प्रदेश की आठ सीटों पर पर्चा दाखिल करने वाले 23 प्रतिशत उम्मीदवार आपराधिक पृष्ठभूमि के हैं। वहीं, मथुरा से भाजपा प्रत्याशी अभिनेत्री हेमा मालिनी सबसे अमीर प्रत्याशी हैं।
लोकसभा चुनावों के प्रथम चरण में 27 फीसदी कांग्रेस उम्मीदवारों और 19 फीसदी भाजपा उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
अप्रैल-मई में मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए प्रदेश के 61.91 प्रतिशत मतदाताओं ने भ्रष्टाचार, आतंकवाद और कृषि संबंधित मुद्दों को तवज्जो न देते हुए अच्छे रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने को सबसे बड़ा मुद्दा बताया है।
एडीआर ने कहा कि नागालैंड के दो सांसदों की उपस्थिति सबसे कम रही। वे 312 बैठकों में से औसतन 88 में ही उपस्थित रहे।
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