ग्राहकों को तय लिमिट के बाद विड्रॉल करने पर 20 रुपये अदा करने होते हैं। लेकिन अब इसकी दर बढ़ाकर 21 रुपये कर दी गई है।
बीस जून, 2012 को जारी ‘भारत में व्हाइट लेबल एटीएम-दिशानिर्देश’ का अनुपालन नहीं करने को लेकर चार व्हाइट लेबल एटीएम परिचालकों पर जुर्माना लगाया गया।
1 अक्टूबर से बैंकों को एटीएम की अनदेखी भारी पड़ सकती है। आरबीआई ने बैंक पर 10000 रुपये के जुर्माने का प्रावधान किया है।
मेघालय में जिस अस्पताल में 1925 में ऑटोमेटेड टेलर मशीन (एटीएम) के अविष्कारक जॉन एड्रियेन शेफर्ड बैरन का जन्म हुआ था, वहां पहली बार एटीएम मशीन लगाई गई है।
महाराष्ट्र के पुणे के पास पिंपरी चिंचवड़ में एक ATM में जोरदार धमाका हुआ है। धमाके में एटीएम मशीन के परखच्चे उड़ गए हैं।
मई अंत तक देश में कुल 1,10,623 ऑन-साइट बैंक और 1,04,031 ऑफ-साइट एटीएम मशीनों का संचालन विभिन्न बैंकों द्वारा किया जा रहा है।
यह मशीन एक बार में पांच से सात मिनट के भीतर 70 किलो तक अनाज निकाल सकती है।
बैंक ने एटीएम से पैसे निकालने और चेकबुक के शुल्क में बढ़ोतरी की है। नये शुल्क सभी सैलरी अकाउंट और सभी डोमेस्टिक सेविंग अकाउंट पर लागू होंगे। शुल्क के नये नियम अगस्त से जारी होंगे।
एसबीआई ने कहा कि 4 मुफ्त नकद निकासी के बाद बैंक ब्रांच, एसबीआई एटीएम या अन्य बैंक के एटीएम से नकद निकासी पर हर बार 15 रुपये और जीएसटी शुल्क लिया जाएगा।
चोरों को पकड़ने के लिए एडिशनल कमिश्नर एन कन्नन के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया है।
इसके तहत बैंक ग्राहक एक जनवरी, 2021 से अगर मुफ्त निकासी या अन्य सुविधाओं की स्वीकार्य सीमा से ज्यादा बार लेन-देन करते हैं, तो उन्हें प्रति लेन-देन 21 रुपये देने होंगे जो अभी 20 रुपये है।
गुजरात के राजकोट जिले का एक छोटा सा गांव आनंदपार बुधवार को डेयरी किसानों के लिए आधार आधारित अमूल माइक्रो एटीएम भुगतान केंद्र वाला देश का पहला गांव बन गया।
लॉकडाउन और सामाजिक दूरी के नियमों को देखते हुए लोग बैंक जाने से बच रहे हैं और पैसे निकालने के लिए एटीएम का उपयोग कर रहे हैं।
अगर आप भी बैंक का डेबिट एवं एटीएम कार्ड उपयोग करते हैं तो आपको तुरंत सावधान हो जाना चाहिए।
कोरोना संकट के बीच कई शहरों में लाॅकडाउन लगा है। कोरोना के कंटेनमेंट जोन में किसी भी गतिविधि पर बैन है। लेकिन इस संकट के बीच भी लोगों को पैसों की जरूरत होती है।
बढ़ते साइबर हमलों के बीच बैंकों को एटीएम (ऑटोमेटेड टेलर मशीन) को लेकर सुरक्षा मानदंडों को मजबूत बनाने को कहा गया है।
मोबाइल फोन पर यूपीआई और भीम या पेटीएम जैसी ऐप की मदद से पेमेंट करना आज के समय में काफी सुलभ हो गया है।
कुछ स्थानीय कारोबारियों ने बताया कि 2000 रुपये के 100 नोट लेने के लिए उन्हें 2.2 लाख से लेकर 2.4 लाख रुपये तक देने पड़ रहे हैं।
एटीएम कार्ड से यूजर बिना छुए एटीएम मशीन से पैसे निकाले जा सकते हैं।
खाते में पर्याप्त रकम न होने की वजह से ट्रांजेक्शन नाकाम रहने पर आपको पेनल्टी चुकानी पड़ेगी। इसके साथ ही सीमा से ज्यादा पैसा निकालने पर भी जुर्माना चुकाना पड़ेगा।
संपादक की पसंद