जानकारों का कहना है कि भारत से बड़ी संख्या में रोजगार के लिए लोग कनाडा का रुख करते हैं। इनमें पंजाबियों की संख्या काफी अधिक है। 2018 से, कनाडा में अंतरराष्ट्रीय छात्रों में सबसे अधिक भारत से पढ़ने जाने वाले बच्चे हैं। कनाडाई ब्यूरो ऑफ इंटरनेशनल एजुकेशन का कहना है कि 2022 में, उनकी संख्या 47% बढ़कर लगभग 320,000 हो गई।
नई दिल्ली में 9 और 10 सितंबर को जी20 शिखर सम्मेलन के आयोजन के लिए कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो भी आए थे। लेकिन उन्हें विमान में तकनीकी खराबी के कारण भारत में ही दो दिन रुकना पड़ा। आखिरकार मंगलवार को वे कनाडा के लिए रवाना हो गए।
जी-20 बैठक से इतर ट्रूडो के साथ द्विपक्षीय वार्ता में पीएम मोदी ने कनाडा में खालिस्तानी समर्थकों की बढ़ती गतिविधियों का मुद्दा उठाया। उन्होंने कनाडा के प्रधानमंत्री से ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।
शिक्षा वीजा पर पहुंचे करीब 700 इंडियन स्टूडेंट्स का ऑफर लेटर गलत या नकली पाया गया। यह मामला सामने आने के बाद फर्जी ऑफर लेटर के साथ एडमिशन पाए छात्रों को सरकार ने डिपोर्ट करने का फैसला कर लिया।
अमेरिका के बाद अब कनाडा में भी एयरस्पेस के ऊपर संदिग्ध वस्तु दिखी, जिसे कनाडा के पीएम ट्रूडो के आदेश पर अमेरिकी जेट ने मार गिराया है।
कनाडा सरकार ने स्वीकार किया है कि 19वीं शताब्दी से 1970 के दशक तक संचालित सरकारी-वित्त पोषित ईसाई स्कूलों में शारीरिक और यौन शोषण बड़े पैमाने पर हुआ था।
जस्टिन ट्रूडो की लिबरल पार्टी ने सितंबर में दोबारा हुए चुनाव में जीत दर्ज की थी, लेकिन संसद में बहुमत साबित करने में विफल रही थी।
कनाडा की सीमा के मोंटाना मार्ग पर पिछले दो हफ्तों से ट्रकों और अन्य वाहनों की चल रही हड़ताल समाप्त हो गई है और वाहन दक्षिणी अल्बर्टा के कस्बे से चलने लगे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कनाडाई समकक्ष जस्टिन ट्रूडो को मिली चुनावी सफलता पर उन्हें बुधवार को बधाई दी और कहा कि वह भारत-कनाडा संबंधों को और मजबूत करने के लिए उनके साथ मिलकर काम जारी रखने के इच्छुक हैं।
ट्रूडो ने 2015 के चुनाव में अपने दिवंगत पिता एवं पूर्व प्रधानमंत्री पियरे ट्रूडो की लोकप्रियता का सहारा लिया और चुनाव में जीत हासिल की थी। फिर पार्टी का नेतृत्व करते हुए पिछले दो बार के चुनाव में उन्होंने अपने दम पर पार्टी को जीत दिलायी।
सीबीसी न्यूज के सर्वे में जस्टिन ट्रुडो की लिबरल पार्टी को एक कड़े मुकाबले में बहुमत मिलता नजर आ रहा है।
कनाडा की संसद ने एक बड़ा कोविड-19 राहत विधेयक पारित किया है, जिसे प्रधानमंत्री जस्टिन टड्रो ने द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से देश का सबसे महत्वपूर्ण आर्थिक कार्यक्रम कहा है।
भारतीय मूल के कनाडाई नागरिक जगमीत सिंह के नेतृत्व वाली न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (एनडीपी) इस बार हुए आम चुनावों में ‘‘किंगमेकर’’ की भूमिका में उभरी है क्योंकि प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो की लिबरल पार्टी को रोमांचक चुनावी मुकाबले में बहुमत नहीं मिला है।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने आगामी चुनावों के मद्देनजर संसद भंग कर दी है।
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