जन्मदर में बढ़ती गिरावट से चिंतित जिनपिंग सरकार को उम्मीद है कि इस स्कीम से शादी करने वाले कपल नए बच्चों को जन्म देने के लिए प्रोत्साहित होंगे और घटती जन्मदर की चिंता से निजात मिल सकेगी।
नया नक्शा जारी कर भारत के अरुणाचल प्रदेश और अक्साई चिन पर अपना दावा पेश करने वाले चीन ने पाकिस्तान की सेनाओं के साथ मिलकर हवाई जंगी अभ्यास शुरू किया है। इस अभ्यास पर भारत पूरी तरह चौकस है।
पूरी दुनिया में हाहाकार मचाने वाले कोरोना को लेकर चीन से एक बड़ी खबर आ रही है। चीन ने बाहर से चीन आने वाले यात्रियों के लिए बड़ा निर्णय लिया है।
रूस के साथ चीन मिलकर जापान, आस्ट्रेलिया के इलाकों में गश्त कर रहा है। बड़ी बात यह है कि इस इलाके में चीन का साथ देने के लिए रूस भी सक्रिय है। रूस का प्रशांत महासागर में जंगी जहाज भेजना अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के लिए चिंता बढ़ाता है।
जापान ने जब से रेडियोएक्टिव पानी छोड़ा है। तबसे चीन, हांगकांग, दक्षिण कोरिया जैसे देश परेशान हैं। चीन, हांगकांग ने तो समंदर का पानी जहरीला होने के अंदेशे में जापान से सी फूड मंगवाना भी बंद कर दिया है। अब चीन की ओर से जापान को इस मामले में धमकीभरे कॉल किए जा रहे हैं। इस पर जापान ने ऐतराज जताया है।
ताइवान में देश का पहला हिंदू मंदिर स्थापित किया गया है। मंदिर की स्थापना के बाद काफी संख्या में हिंदुओं ने वहां पूजा अर्चना की और मंदिर के सामने तस्वीरें भी खिंचवाई। इसके बाद इस खुशी को सोशल मीडिया पर भी शेयर किया गया। ताइवान में हिंदू मंदिर खोले जाने से चीन की चिंता बढ़ना लाजमी है।
’ रामास्वामी के दो बेटे कार्तिक (तीन) और अर्जुन (एक) हैं। उन्होंने उनके परिवार के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘वे (रामास्वामी के बेटे) हमारी इस यात्रा को लेकर वास्तव में उत्साहित हैं। कार्तिक कह सकता है कि उसके पिता राष्ट्रपति चुनाव की उम्मीदवारी की दौड़ में शामिल हैं। मैं नहीं जानता कि क्या उसे इस बात की समझ है।
ताइवान ने अपने रक्षा क्षेत्र में चीन के 20 सैन्य विमानों के घुसने का आरोप लगाया है। ये चीनी फाइटर जेट और ड्रोन पिछले 24 घंटे से ताइवान के हवाई क्षेत्र में उड़ान भर रहे हैं। ताइवान ने इसका कड़ा विरोध जाहिर किया है। मगर चीन की ओर से अब तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
दक्षिण अफ्रीका में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान चीन भारत के साथ द्विपक्षीय बैठक और वार्ता करने को बेताब था। मगर चीन के अनुरोध को पीएम मोदी ने अस्वीकार कर दिया। भारतीय सूत्रों ने कहा कि पीएम मोदी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ सिर्फ अनौपचारिक रूप से बातचीत पर सहमत हुए।
चीन की आपत्तियों को दरकिनार करते हुए अमेरिका ने एक बार फिर ताइवान को सैन्य सहायता बढ़ाई है। बाइडेन प्रशासन ने ताइवान को 500 मिलियन डॉलर की राशि के नए हथियार देने के डॉक्यूमेंट पर हस्ताक्षर किए हैं।
बीजिंग में 21 से 24 अगस्त तक चीन-भूटान सीमा मुद्दों पर विशेषज्ञ समूह की 13वीं बैठक हुई। चीन और भूटान अपने सीमा विवाद को हल करने के लिए ‘तीन स्तरीय रोडमैप’ लागू करने में तेजी लाने पर सहमत हुए हैं।
चांद पर जब भारत के चंद्रयान 3 की सफलतापूर्व लैंडिंग हुई, तो पूरी दुनिया में भारत की तारीफ होने लगी। विदेशी मीडिया ने भी भारत की इस उपलब्धि पर अलग अलग रिएक्शन दिए। जानिए सऊदी अरब, पाकिस्तान, चीन से लेकर अन्य बड़े देशों ने किस तरह दिया रिएक्शन?
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की इच्छा थी कि वह रूस के साथ मिलकर चंद्रमा पर बेस बनाएं। प्रस्तावित बेस के निर्माण से चीन अमेरिका सहित अन्य अंतरिक्ष महाशक्तियों को चुनौती देना चाहता था। लूना-25 को लेकर रूसी और चीनी अंतरिक्ष एजेंसियों ने 2021 में घोषणा की थी कि वे एकसाथ निर्माण करने के लिए सहमत हैं।
USA China: ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ (डब्ल्यूएसजी) ने रविवार की अपनी बड़ी खबर में लिखा कि अर्थशास्त्री अब मानते हैं कि चीन बहुत धीमी वृद्धि के युग में प्रवेश कर रहा है। फिर भी वह अमेरिका से पंगा लेने में पीछे नहीं हट रहा है।
साउथ चाइना सी के किसी भी इलाके पर अमेरिका का कोई दावा नहीं है। इसके बावजूद अमेरिका इस इलाके में ड्रिल करता रहा है। अमेरिका का कहना है कि वो ऐसा कर दूसरे देशों खासकर जापान और फिलिपींस की मदद कर रहा है।
सीपैक यानी चीन और पाकिस्तान आर्थिक गलियारा शी जिनपिंग के सपनों का प्रोजेक्ट है। लेकिन पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के लोगों को चीन और इनके प्रोजेक्ट्स में लगे चीनी अधिकारी और कर्मचारी बिल्कुल रास नहीं आते हैं। सवाल यह है कि पाकिस्तान जो चीन को हितैषी मानता है, उसी के देश के नागरिक चीनियों को नापसंद क्यों करते है?
दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी चीन की अर्थव्यवस्था अब गहरे संकट में है और उसका 40 साल का सफल वृद्धि मॉडल चरमरा गया है।
भारत चीन सीमा विवाद को लेकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एक बार फिर से मोदी सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि चीन लद्दाख की जमीनें छीन रहा है।
श्रीलंका चीन की फांस में अब नहीं फंसना चाहता है। मगर चीन कर्ज के एहसान तले श्रीलंका की राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ तो कर रही रहा है। साथ ही साथ वह भारत की सुरक्षा में भी ताक-झांक कर रहा है। श्रीलंका के बंदरगाहों पर चीनी जासूसी जहाजों का दबाव बनाकर आना इसका एक उदाहरण है। इसलिए श्रीलंका अब सतर्क है।
नेपाल ने भारत को अगले 10 वर्षों में 10 हजार मेगावाट बिजली देने का ऐलान किया है। इससे चीन को 440 बोल्ट का करंट लगा है। चीन नेपाल और भारत के रिश्ते मधुर होते नहीं देखना चाहता है। मगर पीएम प्रचंड ने पीएम मोदी से ऐलान के बाद दोनों देशों के बीच रिश्ते सुधारने की पहल शुरू कर दी है।
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