रूस ने लंबे समय बाद एक बार फिर युद्ध के बीच यूक्रेन से बातचीत को तैयार होने की बात कही है। रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने कहा कि यदि स्थिति उचित बनेगी तो रूस यूक्रेन से बातचीत को तैयार है। इसके साथ ही उन्होंने अमेरिका पर जानबूझकर युद्ध को हवा देने और भूराजनीतिक तनाव बढ़ाने का आरोप लगाया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और शी जिनपिंग की मुलाकात के दौरान बातचीत की राह बेहद कठिन होने की आशंका है। अमेरिका और चीन के रिश्ते ताइवान के विवाद के चलते तल्ख हैं। बाइडेन और जिनपिंग की संभावित मुलाकात से पहले चीनी विदेश मंत्रालय ने खुद ही इस बैठक को चुनौतीपूर्ण बता दिया है।
अमेरिका और चीन के बीच तनातनी जाहिर है। दक्षिण चीन सागर से लेकर इजराइल हमास जंग और रूस यूक्रेन युद्ध तक चीन और अमेरिका के संबंधों में मतभेद हैं। इन सबके बीच चीनी और अमेरिकी विदेश मंत्रियों ने मुलाकात की है।
दक्षिण चीन सागर में चीनी लड़ाकू विमान अमेरिकी बमवर्षक के करीब आ गया। दोनों विमानों की टक्कर होते होते रह गई। अमेरिकी सेना ने यह जानकारी दी है।
ली केकियांग 2013 से 2023 तक चीन के प्रधानमंत्री पद पर रह चुके हैं। इसके साथ ही उन्हें चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) के दूसरे सबसे शक्तिशाली शख्स के रूप में भी जाना जाता था।
एससीओ शिखर सम्मेलन में चीन को अपनी बीआरआई परियोजना के लिए फिर भारत के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा। भारत ने पीओके से गुजरने के कारण इसे अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन और संप्रभुता के साथ खिलवाड़ बताया। रूस समेत अन्य देशों ने चीन की इस परियोजना का समर्थन किया।
किर्गिस्तान में शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चीन का नाम लिए बिना उसे खूब खरी-खोटी सुनाई है। भारत ने चीन की ओर इशारा करते हुए कहा कि प्रत्येक देश को एक दूसरे की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करना होगा। अंतरराष्ट्रीय नियमों का सख्ती से पालन करना होगा।
चीन के विदेश मंत्री वांग यी अमेरिका के दौरे पर वॉशिंगटन जा रहे हैं। ऐसे में यह सवाल उठ रहा है कि क्या अमेरिका और चीन के रिश्तों की बर्फ पिघलेगी? दोनों देशों के बीच कई बड़े मसले हैं, जिस पर दोनों आमने सामने हैं।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भी अमेरिका व चीन—रूस के बीच मतभेतद खुलकर दिखाई दिए। गाजा में युद्धविराम को लेकर एक प्रस्ताव अमेरिका ने लाया तो रूस और चीन ने मिलकर उसे वीटो करके खारिज कर दिया।
चीन ने श्रीलंका को कर्ज देकर उसका दुरुपयोग करना शुरू कर दिया है। पिछले दिनों श्रीलंका के राष्ट्रपति चीन की यात्रा पर थे। इस दौरान चीन ने श्रीलंका की मदद का ऐलान करके अब उसका दोहन करना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही चीन दूसरे देशों की सुरक्षा और संप्रभुता के लिए भी खतरा बन रहा है।कोलंबो पोर्ट पर अपना अनुंसधान जहाज भेजा है
चीन ने अमेरिका पर शांति में बाधक बनने का आरोप लगाया है। चीन ने कहा है कि अमेरिका क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा में बाधक है। चीन की सैन्य क्षमता के विस्तार पर पेंटागन ने एक रिपोर्ट जारी की थी। इसके जवाब में चीन ने ये आरोप लगाया है।
अलग-अलग रिपोर्ट्स के मुताबिक, रक्षा मंत्री ली शांगफू पर भ्रष्टाचार के मामले की जांच बैठी है। वॉल स्ट्रीट जर्नल ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि चीनी रक्षा मंत्री को एक हफ्ते पहले ही अधिकारियों द्वारा पूछताछ के लिए ले जाया गया था।
चीन के विदेश मंत्री वांग यी 26 से 28 अक्टूबर तक अमेरिका की यात्रा पर जाएंगे। वांग यी अमेरिका के तीन दिवसीय दौरे पर गुरुवार वाशिंगटन पहुंचेंगे। वे वहां अपने समकक्ष एंटनी ब्लिंकन के साथ द्विपक्षीय बातचीत करेंगे।
भारत की ओर से चीन पर निर्भरता खत्म करने की मुहिम रंग ला रही है। चीन अब भारत का सबसे बड़ा कारोबारी साझीदार नहीं रह गया है। चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में चीने से होने वाला आयात में बड़ी कमी आई है।
वर्ष 2022 के आगाज से ही दुनिया जंग के मुहाने पर खड़ी है। पहले आर्मीनिया-अजरबैजान में जंग हुई। फिर रूस और यूक्रेन युद्ध शुरू हुआ। अब इजरायल और हमास में भीषण जंग चल रही है। इस बीच चीन और फिलीपींस की सेना में भिड़ंत की बात सामने आ रही है। फिलीपींस के अनुसार चीनी तटरक्षकों ने दक्षिण चीन सागर में जानबूझकर जंग छेड़ दी।
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज अमेरिका यात्रा पर जा रहे हैं। वहां वह राष्ट्रपति जो बाइडेन से द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। इसके बाद वह अमेरिका के प्रतिद्वंदी चीन की भी यात्रा पर नवंबर में जाएंगे। अल्बनीज ने अमेरिका यात्रा से पहले ही चीन की यात्रा का भी ऐलान कर दिया। अल्बनीज चीन के साथ रिश्ते सुधारना चाहते हैं।
चीन और पाकिस्तान की करतूतों को रोकने के लिए अमेरिका ने बड़ा सख्त कदम उठाया है। अमेरिका के कदम से पाकिस्तान के मिसाइल कार्यक्रमों को तगड़ा झटका लगा है। हाल ही में पाकिस्तान ने बैलिस्टिक मिसाइल प्रणाली का प्रक्षेपण किया था। अमेरिकी ने पाक को बैलिस्टिक मिसाइलों के पुर्जे बेचनी वाली 3 चीनी कंपनियों पर बैन लगा दिया है।
चीन ने इजरायल हमास के बीच शांति बहाली करने का प्रयास शुरू कर दिया है। इस बाबत चीन ने अपने एक दूत को पश्चिम एशिया भेजा है। वार्ता के जरिये चीन युद्ध में शांति बहाली चाहता है। हालांकि अभी तक चीन ने इजरायल पर हमास के हमले की निंदा नहीं की है।
अमेरिका और रूस जहां प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से जंग मे उलझे हैं। वहीं तेजी से बड़ी ताकत के रूप में उभर रहा चीन गुपचुप तरीके से अपने परमाणु हथियारों के जखीरे को बढ़ा रहा है। जानिए अभी चीन, रूस और अमेरिका के पास कितने परमाणु हथियार हैं। चीन के पास 2030 तक कितने परमाणु बम हो जाएंगे?
रूस-यूक्रेन युद्ध और इजरायल-हमास युद्ध के बीच चीन के खतरनाक इरादों ने दुनिया में खलबली मचा दी है। जिस वक्त इन देशों में जंग छिड़ी है, ऐसे वक्त में चीन अपने परमाणु शस्त्रागार निर्माण की संख्या बढ़ाने में जुटा है। अमेरिकी खुफिया विभाग द्वारा इस रिपोर्ट के लीक होने के बाद विश्व के सभी देश हैरान हैं।
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