नेपाल के पीएम पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' चीन के दौरे पर जा रहे हैं। वे वहां एशियाई खेलों के उद्घाटन समारोह में मौजूद रहेंगे। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से भी मिलने का कार्यक्रम है। प्रचंड की चीन यात्रा से पहले भारत से नेपाल का 'इलेक्ट्रिसिटी' समझौता हुआ है। इससे चीन को मिर्ची लगेगी।
कट्टर दुश्मन चीन पहली बार कनाडा से हुए विवाद में भारत के पक्ष में उतर आया है। चीन ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में जस्टिन ट्रुडो द्वारा लगाए गए भारत पर आरोपों को पश्चिमी गठबंधन का एजेंडा बताया है। इसे भारत का फायदा उठाने के लिए दबाव की रणनीति बताई है। साथ ही कनाडा के सिखों को मोदी विरोधी बताया।
ऑस्ट्रेलिया अपनी सेना को और मजबूती देने के लिए कमर कस चुका है। आगामी वर्षों में चीन से मुकाबले के लिए वह अपनी समुद्री सेना और जंगी जहाजों को अपग्रेड कर रहा है। साथ ही वह कई ऐसे जंगी हथियार और ड्रोन अमेरिका से खरीद रहा है, जिससे चीन की नींद उड़ जाएगी।
UNGA: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने न्यूयॉर्क में चल रहे UNGA के सत्र में चीन को लेकर बड़ा बयान दिया है। चीन के साथ अपने संबंधों पर बाइडेन ने खुलकर बात कही। जानिए उन्होंने दोनों देशों के रिलेशन पर क्या कहा?
रूस-चीन और उत्तर कोरिया के बीच दोस्ती लगातार गहराने के साथ पश्चिमी देशों की आशंका भी गहरी होती जा रही है। रूस-यूक्रेन युद्ध का अब तक कोई अंत नहीं होने के बीच इन तीनों देशों का गठबंधन नाटो समेत पश्चिमी देशों के लिए खतरे की घंटी बजा रहा है। तीसरा विश्वयुद्ध हुआ तो ये तिकड़ी किसी पर भी भारी पड़ सकती है।
चीन के विदेश मंत्री वांग यी भी रूस पहुंच गए हैं। रूस पहुंचने पर दोनों देशों के बीच सुरक्षा मुद्दों पर अहम बातचीत होगी। पहले उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग का रूस जाना और अब चीनी विदेश मंत्री का मॉस्को जाना, ये इशारा कर रहा है कि कहीं कोई बड़ी प्लानिंग तो नहीं चल रही है!
चीन के खिलाफ कई देशों के लोगों में गुस्सा है। यह गुस्सा चीन की कुटील विस्तारवादी नीतियों के कारण है। चीन पहले कर्ज देता है, फिर कर्ज के जाल में फंसाता है। चीन की ऐसी ही नीतियों की वजह से कई देश खफा हैं। इसी बीच एक मुस्लिम देश के लोग चीन के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं। ये लोग चीन के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन् कर रहे है
ताइवान की हवाई सीमा के करीब अपने लड़ाकू विमानों को भेजकर जंग की हलचल बढ़ा दी। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को अलर्ट जारी किया है इस मामले में। चीन ने एक दो नहीं बल्कि 103 फाइटर जेट भेजे हैं। इससे इलाके में तनाव काफी बढ़ गया है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि अगर दुनिया में कोई एक देश चीन के साथ हेड-टू-हेड मुकाबला कर रहा है तो वो भारत है.उस समय हमने इसकी ज्यादा चर्चा नहीं की थी क्योंकि हमें लगा कि ये राष्ट्र की सुरक्षा का मामला है.पब्लिक में डिबेट बने, इसमें हमारा फायदा नहीं होगा।
चीन में सबसे बड़ा सवाल आज यही उठ रहा है कि चीनी रक्षा मंत्री ली शांगफू कहा लापता हैं? चीनी रक्षा मंत्री पर राष्ट्रपति जिनपिंग ने जांच भी बैठा दी है। चूंकि वे रक्षा मंत्री हैं, इसलिए नीतिगत मामलों में उनकी अनुपस्थिति से सेना में भी संकट गहरा रहा है।
डब्ल्यूईएफ के अनुसार, 90 प्रतिशत से अधिक लोगों को इस वर्ष दक्षिण एशिया खासकर भारत में मध्यम या मजबूत वृद्धि की उम्मीद है।
भारत के पूर्व सेनाध्यक्ष मनोज नरवणे ने चीन को उसकी हैसियत दिखाई है। चीन के विवादित नक्शे पर पलटवार करते हुए नरवणे ने एक ऐसा नक्शा जारी किया है, जिससे चीन को मिर्ची लग जाएगी।
चीन में पुल निर्माणस्थल पर क्रेन गिरने से छह कामगारों की मौत की खबर है। यह घटना जिआनयांग शहर में तुओ नदी पर एक एक्सप्रेस वे पुल निर्माण के दौरान हुई।
ताइवान को चीन हमेशा से अपने क्षेत्र के रूप में देखता है। हाल के वर्षों में ताइवान ने द्वीप के पास चीनी सैन्य गतिविधियों में बढ़ोतरी की शिकायत की है। बीजिंग बार-बार इस क्षेत्र पर अपनी संप्रभुता के दावों पर जोर देना चाहता है।
भारत ने अमेरिका और सऊदी समेत कई देशों के साथ भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप इकोनॉमिक कोरिडोर का एलान किया है जिसे चीन के BRI प्रोजेक्ट के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
सोशल मीडिया पर एक कहानी तेजी से वायरल हो रही है जिसमें एक बॉस ने अपने उन कर्मचारियों से चाय के पैसे मांग लिए जिन्होंने नौकरी छोड़ी थी।
पिछले दो सप्ताह से चीन के रक्षा मंत्री नहीं देखे गए हैं। इस पर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। इससे पहले चीनी विदेश मंत्री लापता हो गए थे। बाद में उन्हें पद से हटा दिया गया था।
चीन ने जी20 समिट को लेकर बड़ा बयान दिया है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की बजाय प्रधानमंत्री ली कियांग भारत आए थे और समिट में हिस्सा लिया था।
लद्दाख के उपराज्यपाल ने राहुल गांधी के दावों पर कहा है कि एक भी वर्ग इंच पर जमीन पर चीन का कब्जा नहीं है, अगर ऐसी कोई स्थिति बनती है तो हमारे जवान उनको माकूल जवाब देंगे।
चीन के BRI को भारत-मिडिल ईस्ट-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर से करारा जवाब मिलने जा रहा है। इस पर जी20 समिट में घोषणा के बाद से काम शुरू होने को लेकर बैठक भी हो गई है। भारत किन कारणों से इस इकोनॉमिक कॉरिडोर प्रोजेक्ट में जुड़ा है। यह चीन के 'बीआरआई' का कैसे बेहतर विकल्प होगा? कितना बड़ा होगा रूट। यहां मिलेगा इन सवालों का जवाब।
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