चीन के विवादित नक्शे को अब उसके पक्के दोस्त रूस ने भी खारिज कर दिया है। पुतिन और जिनपिंग की दोस्ती भले ही दुनिया देख रही हो, लेकिन रूस द्वारा जिनपिंग के देश द्वारा जारी नक्शे को रूस ने खारिज कर दिया है।
रूस अब उत्तर कोरिया से हथियार मांग रहा है। इससे यह फिर जाहिर हो रहा है कि रूस, चीन और उत्तर कोरिया का गठजोड़ तेजी से सक्रिय हो रहा है। जानिए रूस और उत्तर कोरिया की दोस्ती कितनी पुरानी है? क्यों है दोनों देशों को एकदूसरे पर भरोसा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन और पाकिस्तान की कुंठाओं पर कड़ा प्रहार किया है। पीएम मोदी ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश और कश्मीर भारत का हिस्सा है। इसलिए जी-20 की बैठकें कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश में स्वाभाविकहैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरे देश के विभिन्न भागों में ये बैठकें आयोजित की जा रही हैं।
ताइवान में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार टेरी गौ ने फॉक्सकॉन कंपनी के पद से इस्तीफा देकर अपनी दावेदारी को और मजबूत कर दिया है। फॉक्सकॉन आइफोन बनाने के लिए दुनिया भर में मशहूर है। टेरी गौ चीन के प्रमुख आलोचक माने जाते हैं। ऐसे में चीन उनकी उम्मीदवारी और राष्ट्रपति बनने की संभावनाओं को लेकर अभी से परेशान है।
ऑस्ट्रेलिया अब चीन से अपने संबंधों को सामान्य करने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। ऑस्ट्रेलिया मंत्रियों का एक प्रतिनिधि मंडल शीघ्र ही चीन जाएगा। वहां द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने पर बात होगी। करीब 3 वर्ष बात आस्ट्रेलिया और चीन में यह द्विपक्षीय वार्ता होगी। अभी तक दोनों देशों के रिश्ते काफी तनावपूर्ण हैं।
चीन में साओला तूफान की दस्तक ने हाहाकार मचा दिया गया है। सैकड़ों पेड़, मकान और प्रतिष्ठान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। लोगों को घरों के अंदर ही रहने की एडवाइजरी दी गई है। चीन में स्कूल, कॉलेज, बाजार और प्रतिष्ठानों को बंद कर दिया गया है। वाहनों की आवाजाही भी रोक दी गई है। एक हफ्ते के लिए अलर्ट है। 9 लाख लोगों को रेस्क्यू।
भारत को कभी कमतर आंकने वाला चीन अब भारत से घबराने लगा है। हालत यह है कि चीन भारत को अमेरिका से भी बड़ा और खतरनाक दुश्मन मानता है। एशिया में चीन का सबसे बड़ा और प्रखर प्रतिद्वंदी भारत ही है। भारत अब टेक्नोलॉजी से लेकर आर्मी और अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में दुनिया को चुनौती दे रहा है। मगर रूस भारत-चीन में दोस्ती चाहता है।
नेपाल ने भारत के कालापानी, लिम्पियाधुरा और लिपुलेख क्षेत्र को लेकर फिर से विवाद पैदा कर दिया है। चीन के हाल के नक्शे में इन भारतीय क्षेत्रों को हिंदुस्तान में ही दर्शाया गया है, लेकिन नेपाल ने इसे अपना हिस्सा बताते हुए चीन के नक्शे का विरोध किया है।
रूस और चीन एक दूसरे के कट्टर मित्र हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह है कि ये दोनों ही देश अमेरिका के दुश्मन हैं और दोनों ही यूएसए को मात देने का इरादा रखते हैं। यूक्रेन युद्ध के बाद रूस और चीन की दोस्ती और गहरी हुई है। इसे लेकर अमेरिका ने चिंता जाहिर करते हुए दुनिया के लिए खतरा बताया है।
भारत के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह 2 से 3 सितंबर तक श्रीलंका की दो दिवसीय यात्रा पर रहेंगे। इस दौरान वह भारत-श्रीलंका के संबंधों को मजबूती देने को लेकर द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। साथ ही श्रीलंका में चीन की दखलंदाजी को खत्म करने और उसकी बदनीयती पर अंकुश लगाने को लेकर भी चर्चा होगी। राजनाथ सिंह की इस यात्रा से चीन परेशान है।
जापान अपने रक्षा बजट में रिकॉर्ड बढ़ोतरी कर रहा है। इससे चीन और उत्तर कोरिया को झटका लगेगा। इसी बीच एशिया प्रशांत क्षेत्र में दो धुरियां बन रही हैं। एक गुट चीन, उत्तर कोरिया और रूस का है। वहीं दूसरा गुट है जापान, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया का।
भारत के बाद अब फिलीपींस, मलेशिया, वियतनाम और ताइवान ने भी चीन के नये नक्शे को खारिज कर दिया है। सभी देशों ने इसे चीन की हड़प नीति और बदनीयत का हिस्सा बताया है। चीन विस्तारवादी नीति के चलते ताईवान को भी अपना हिस्सा बताता है। जबकि ताईवान खुद को एक स्वतंत्र राष्ट्र मानता है।
चीन के खतरनाक इरादों को भांप कर अब अमेरिका भी युद्ध की तैयारी में जुट गया है। अमेरिका को लगता है कि चीन उसके खिलाफ हमले की तैयारी कर रहा है। इसलिए अब अमेरिका ने भी चीन के खिलाफ युद्ध की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए अमेरिका हजारों रोबोट लड़ाके तैयार करवा रहा है। इससे चीनी सेना का सर्वनाश हो जाएगा।
शी जिनपिंग के नई दिल्ली में होनेवाले जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने की संभावना नहीं है। सूत्रों के मुताबिक चीनी राष्ट्रपति 9 से 10 सितंबर तक चलने वाले इस शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने भारत नहीं आएंगे।
भारत और अमेरिका की नौसेना ने करीब एक हफ्ते तक हिंदमहासागर में अपनी ताकत का प्रदर्शन किया। दोनों देशों ने परमाणु पनडुब्बियों और युद्धक पोतों से समुद्र में जरदस्त खलबली पैदा की। इससे भारत के पड़ोसी चीन को भी चिंता होने लगी। भारत और अमेरिका की दोस्ती अब नए सिरे से परवान चढ़ रही है।
अरुणाचल प्रदेश और आक्साई चिन को नक्शे में अपना होने का दावा करने वाला चीन के सुर अब बदल गए हैं। भारत की ओर से कड़ी आपत्ति दर्ज कराने के बाद चीन ने नक्शे जारी करने को लेकर अपनी सफाई दी है। चीन का कहना है कि उसका ऐसा कोई मकसद नहीं है और भारत को इसका कोई गलत अर्थ नहीं निकालना चाहिए।
रूस से बड़ी खबर आई है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन देश से बाहर यात्रा करने के लिए राजी हो गए हैं। जानिए वे किस देश की यात्रा पर जाएंगे।
जापान और चीन में तल्खी बढ़ गई है। जापान ने 24 अगस्त को अपने फुकुशिमा न्यूक्लियर प्लांट से रेडियोएक्टिव पानी छोड़ने की शुरुआत की थी। अब चीन द्वारा इस मामले में जापानी स्कूलों और दूतावास पर पत्थरबाजी की जा रही है। इसका जापान ने विरोध किया है।
चीन ने नया मैप जारी किया है, जिसमें अरुणाचल प्रदेश और अक्साई चीन को अपना क्षेत्र बताया है। चीन के नए मैप पर भारत ने एतराज जताया है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि यह चीन की पुरानी आदत है।
जन्मदर में बढ़ती गिरावट से चिंतित जिनपिंग सरकार को उम्मीद है कि इस स्कीम से शादी करने वाले कपल नए बच्चों को जन्म देने के लिए प्रोत्साहित होंगे और घटती जन्मदर की चिंता से निजात मिल सकेगी।
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