यस बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी प्रशांत कुमार ने कहा कि यह एक ऐसा उत्पाद जिसमें ब्याज दर में संशोधन अपने आप लागू हो जाएगा।
आर्थिक विशेषज्ञों का कहना है कि बढ़ती महंगाई को काबू करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक जून-अगस्त 2022 की मौद्रिक समीक्षा में रेपो दर में 0.5 फीसदी की बढ़ोतरी कर सकता है।
देश के बड़े बैंकों एसबीआई और एचडीएफसी बैंक टैक्स सेविंग एफडी पर क्रमश: 5.40 और 5.60 प्रतिशत की ब्याज दर दे रहे हैं।
बैंकिंग विशेषज्ञों का कहना है कि अधिक ब्याज के लालच में किसी भी बैंक, एनबीएफसी या स्मॉल फाइनेंस बैंक में निवेश करना सही नहीं होता है। किसी भी बैंक का चुनाव उसके वित्तीय साख को देखते हुए करें। इससे बाद में पछताना नहीं होगा।
धारा 80सी के तहत 1.50 लाख रुपये की सीमा तक विभिन्न मदों में निवेश करके कर छूट हासिल की जा सकती है।
इन कंपनियों ने अपने निवेशकों को बीते वित्त वर्ष 10 प्रतिशत तक का डिविडेंड दिया है जो कि किसी भी एफडी से बेहतर है, वहीं इन कंपनियों के स्टॉक्स में तेज उछाल भी देखने को मिला है।
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया ने भी हाल ही में इम्यून इंडिया डिपोजिट स्कीम की शुरुआत की है, जिसके तहत टीका लगवाने वाले उपभोक्ताओं को लागू कार्ड रेट पर अतिरिक्त 0.25 प्रतिशत ब्याज दर की पेशकश की जा रही है।
समय से पहले निवेश तोड़ने पर निवेशक बोनस सहित कई फायदे गंवा सकता है। वहीं सिक्योरिटी पर कर्ज लेने से फायदे जारी रहते हैं, और इसपर ब्याज दर पर्सनल लोन से कम रहता है।
बजाज फाइनेंस लिमिटेड द्वारा पेश की गई फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम पर अधिकतम 7.35 प्रतिशत की ब्याज दर दी जा रही है। कंपनी की यह एफडी बिना किसी लॉक-इन पीरियड के साथ आती है और यह निवेशकों को उनकी जरूरत के मुताबिक आंशिक निकासी की अनुमति भी देती है।
कोरोना संकट की वजह से आर्थिक संकट के बाद एफडी पर रिटर्न घटा
देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ने सोमवार को हर तरह के जमा (डिपॉजिट) पर ब्याज दर घटा दी हैं।
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने 1 फरवरी से थोक जमा पर ब्याज दरों में 1.35 प्रतिशत तक की वृद्धि की है। थोक जमा की श्रेणी में एक करोड़ रुपए या उससे अधिक की राशि की जमाएं आती हैं।
पेटीएम ने अपने एक बयान में कहा है कि जब दिन के अंत में किसी ग्राहक की शेष राशि 1 लाख रुपए से अधिक होने पर उसे एफडी में बदल दिया जाएगा।
निवेश के लिए एफडी, एनएससी, पीपीएफ जैसी जमा योजनाएं हैं। साथ ही बेटी की पढ़ाई और शादी के लिए सुकन्या समृद्धि योजना है।
आप म्यूचुअल फंड्स में निवेश करते हैं तो यह खबर आपको मुश्किल में डाल सकती है। सरकार अगल वित्त वर्ष से डिविडेंड पर 10 फीसदी टैक्स लगाने की तैयार कर रही है।
जीवन में अक्सर आने वाली आपात स्थिति से मुकाबले के लिए इंडिया टीवी पैसा की टीम आपको बताने जा रही है कि आपको कितना और कैसे इमर्जेंसी फंड बनाना चाहिए।
दो से तीन साल की FD पर बैंक जहां अभी अधिकतम 7.90% ब्याज की पेशकश कर रहे हैं वहीं कंपनी FD पर 8:50% मिल रहा है। ज्यादा रिटर्न के लिए कर सकते हैं निवेश।
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