बाबा की नगरी वाराणसी में आज हिंदू और मुस्लिमों का पर्व मनाया गया। आज माता श्रृंगार के कपाट खुले वहीं आज मुसलमानों ने जुम्मे की नमाज पढ़ी। इसे लेकर सुरक्षा व्यवस्था काफी कड़ी की गई।
Gyanvapi Case: सर्वोच्च न्यायालय ने आज यानी 1 अप्रैल को ज्ञानवापी मस्जिद के दक्षिणी तहखाने में हिंदू प्रार्थनाओं पर रोक लगाने से इनकार कर दिया और हिंदू पक्ष को नोटिस भी जारी किया है।
महाशिवरात्रि पर बाबा विश्वनाथ की मंगला आरती के बाद कपाट भक्तों के लिए खुल गए हैं। अब करीब 41 घण्टे तक लगातार विश्वनाथ के दर्शन होते रहेंगे। मंदिर प्रशासन ने भक्तो की सुविधा के लिए प्रवेश के लिए 5 द्वार बनाए हैं।
अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बन चुका है। ऐसे में भाजपा नेता उमा भारती ने काशी और मथुरा को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इन मंदिरों के लिए आंदोलन करने की जरूरत नहीं होगी, कोर्ट जो फैसला देगा वो सबको मान्य होगा।
ज्ञानवापी परिसर में स्थित व्यास जी तहखाने में पूजा करने के मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मुस्लिम पक्ष की याचिका ख़ारिज कर दिया। कोर्ट ने कहा कि तहखाने में पूजा जारी रहेगी।
ज्ञानवापी परिसर के व्यास जी के तहखाने में जारी पूजा के खिलाफ मस्जिद कमेटी ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी। इस मामले पर सोमवार को कोर्ट अपना फैसला सुनाने जा रही है। अब सबकी निगाहें कोर्ट के ही फैसले पर टिकी हुई है।
ज्ञानवापी के व्यास तहखाने में पूजा की अनुमति के खिलाफ दाखिल याचिका पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रखा है।
ज्ञानवापी मामले पर इलाहाबाद हाईकोर्ट में आज की सुनवाई पूरी हो गई है। मुस्लिम पक्ष ने वाराणसी कोर्ट के फैसले को चुनौती दी थी। हिन्दू पक्ष को तहखाने में पूजा का अधिकार मिलने के खिलाफ मुस्लिम पक्ष इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंचा है। अगली सुनवाई 15 फरवरी को होगी।
ज्ञानवापी केस में कोर्ट के फैसले के बाद राजनीतिक विवाद देखने को मिल रहा है। इस बीच बरेली की सड़कों पर हंगामा मचा हुआ है। दरअसल तौकीर रजा के समर्थकों ने बरेली की सड़कों पर हंगामा मचा रखा है और जेल भरो कर रहे हैं।
यूपी विधानसभा में सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा दिए गए बयान के बाद राजनीति तेज हो गई है। इस बीच अब मौलाना सिराज खान ने भी बयान दिया है। उन्होंने कहा कि बाबरी मस्जिद के मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को योगी आदित्यनाथ को पढ़ना चाहिए।
ज्ञानवापी के मामले पर अखिलेश यादव ने आज मीडिया के सवालों का जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार बाबा साहब के संविधान के तहत काम नहीं कर रही है। अदालत इसका न्याय करेगी।
Muqabla: योगी का प्रण...याचना नहीं अब रण!
अयोध्या, काशी और मथुरा, हिंदूओं के ये तीन बड़े धर्मस्थलों का मामला अब ज्यादा दिनों तक उलझा नहीं रहेगा. अयोध्या में मंदिर बन चुका है...काशी में पूजा शुरू हो चुकी है और मथुरा का मामला कोर्ट में है
ज्ञानवापी मस्जिद के तहखाने में जिस तरह से पूजा शुरू हुई, उसको लेकर मौलानाओं में जो नाराज़गी है, वो समझी जा सकती है। उनके यहां भी ऐसे बहुत सारे लोग हैं जो आक्रामक हैं, जिनको समझाना मुश्किल होगा।
ज्ञानवापी का मामला बहुत नाजुक है। ये सही है कि व्यास जी के तहखाने में 1993 तक पूजा होती थी। ये भी सही है कि कोर्ट ने उसी परंपरा को बहाल किया है। ये फैसला अदालत का है, ये किसी राजनीतिक दल या सरकार का फैसला नहीं है।
काशी विश्वनाथ मंदिर के सीईओ विश्व भूषण मिश्रा ने इंडिया टीवी से एक्सक्लूसिव बातचीत की। विश्व भूषण मिश्रा ने बताया कि व्यास जी के तहखाने में सर्वे के दौरान क्या-क्या मूर्तियां मिली थी।
नई दिल्ली में देश के कई प्रमुख मुस्लिम संगठनों ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। ये प्रेस कॉन्फ्रेंस मुख्य रूप से ज्ञानवापी मामले में कोर्ट के फैसले के बाद की गई है। साथ ही इसमें कोर्ट के फैसले को लेकर काफी देर तक चर्चा की गई।
वाराणसी की जिला अदालत के आदेश के बाद ज्ञानवापी मस्जिद के सीलबंद तहखाने के 'व्यास का तहखाना' में रात को कड़ी सुरक्षा के बीच पूजा-अर्चना की गई।
ज्ञानवापी के व्यास तहखाने में दूसरे दिन पूजा पाठ..पुलिस तैनात
ज्ञानवापी मामले में व्यासजी के तहखाने में पूजा की अनुमति मिलने का अमेरिका में हिंदुओं की संस्था वीएचपीए ने स्वागत किया है। बयान जारी कर इसे 'ऐतिहासिक फैसला' करार दिया। जानिए इस आदेश की किसने निंदा की।
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