रिजर्व बैंक के गवर्नर ने कहा,‘‘हम उम्मीद करते हैं कि सितंबर से खुदरा महंगाई घटने की शुरुआत हो जाएगी।
मंत्रालय ने जुलाई महीने की अपनी मासिक आर्थिक समीक्षा में कहा कि आगे चलकर घरेलू खपत तथा निवेश की मांग से वृद्धि जारी रहने की उम्मीद है।
मंत्रालय ने कहा कि टमाटर, हरी मिर्च, अदरक और लहसुन जैसी वस्तुओं की कीमतें 50 प्रतिशत से अधिक बढ़ीं। इसलिए कुछ विशिष्ट वस्तुओं की कीमतों में असामान्य वृद्धि के कारण जुलाई 2023 में खाद्य मुद्रास्फीति उच्च रही।
उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के लोगों को राहत देने के लिए करीब पांच टन टमाटर का आयात किया है। इसकी बिक्री कल यानी गुरुवार से 50 रुपये प्रति किलोग्राम के रियायती भाव पर की जाएगी।
PM Modi: पीएम मोदी ने कहा आज दुनियाभर में हमारी अर्थव्यवस्था 5वें स्थान पर पहुंच गई है। अगर देश इसी तरह से काम करता रहा तो जल्द ही हम दुनिया की 3 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो जाएंगे। महंगाई पर भी अपनी बात रखी।
Inflation पर Lal Qila की प्राचीर से बोले PM Modi, इसे कंट्रोल करने के लिए सरकार ने बहुत कुछ किया
Inflation Tomato: देश में महंगाई तेजी से बढ़ रही है। आम आदमी की थाली से सब्जी और जेब से पैसे दोनों गायब हो रहे हैं। अब इस आंकड़े ने एक नई चिंता पैदा कर दी है।
Retail inflation: खुदरा महंगाई ने आम लोगों की चिता बढ़ा दी है। पिछले 15 महीनों का रिकॉर्ड टूट गया है।
शक्तिकांत दास ने उम्मीद जताई कि बाजार में नई फसल की आवक शुरू होने के साथ स्थिति में सुधार होगा। उन्होंने कहा कि जुलाई में मानसून और खरीफ की बुवाई में उल्लेखनीय प्रगति देखने को मिली है।
देश में गेहूं और चावल की महंगाई को देखते हुए सरकार ने अनाज की एक और बड़ी खेप खुले बाजार में बेचने का फैसला किया।
पिछले महीने टमाटर की कीमत में 233 प्रतिशत की वृद्धि से थाली की लागत में बड़ी बढ़ोतरी हुई।
Rbi Repo Rate: देश की आम जनता पर एक बार फिर महंगाई की मार पड़ने जा रही है। इस बार RBI के रेपो रेट की बैठक में कुछ बड़ा फैसला देखने को मिल सकता है।
इस साल के आखिर में कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव और अगले साल अप्रैल-मई में होने वाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए मुद्रास्फीति को काबू में रखना सरकार के लिए एक राजनीतिक प्राथमिकता भी होगी।
Villagers Retail Inflation: खुदरा महंगाई से जुड़ी नई अपडेट सामने आ गई है, जो किसानों के लिए चिंता का विषय है। मई की तुलना में जून में महंगाई बढ़ी है।
जून में खुदरा मुद्रास्फीति की दर बढ़ने के बावजूद यह भारतीय रिजर्व बैंक के छह प्रतिशत के संतोषजनक स्तर के नीचे है।
देश में ठंडी पड़ती दिख रही महंगाई की आग एक बार फिर से भड़क गई है। सब्जियों के बाद दाल और मसालों की कीमतें आसमान पर हैं।
WPI Inflation May: भारत तरक्की के रास्ते पर तेजी से बढ़ रहा है। मई महीने में थोक महंगाई में गिरावट देखने को मिली है।
अगली मौद्रिक पॉलिसी की बैठक में आरबीआई रेपो रेट में कटौती पर फैसला ले सकता है। इससे होम, कार लोन समेत सभी तरह के लोन लेने वालों को राहत मिलेगी। रेपो रेट कम होने से ईएमआई का बोझ कम होगा।
अप्रैल की मौद्रिक समीक्षा बैठक में 2023-24 में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के 5.2 प्रतिशत पर रहने का अनुमान लगाया गया था।
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था गिर चुकी है और पाकिस्तान में लोगों के पास खाने तक को पैसे नहीं है। इस कारण पाकिस्तान में बार्टर व्यापार की शुरुआत कर दी गई है।
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