कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए प्रतिरोधक क्षमता निर्मित करना पिछले एक साल से एक मानक उपचार रहा है। हालांकि, खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) द्वारा जिस ‘एस्ट्राजेनेका’ की एंटीबॉडी दवा को बुधवार को मंजूरी दी गई है वह अलग है। यह पहली ऐसी दवा है, जो संक्रमण के खिलाफ दीर्घकालिक सुरक्षा प्रदान करेगी।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, 159 और मरीजों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 4,74,111 हो गई है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के आपात निदेशक माइकल रयान ने में बताया कि हां यह पिछले स्वरूप की जगह ज्यादा संक्रामक है, लेकिन प्रारंभिक डाटा यह संकेत नहीं देते हैं कि यह अधिक घातक है।
देश के कम से कम 12 राज्यों में कोरोना मरीजों की तादाद फिर से बढ़ने लगी है। पूरे देश में ओमिक्रॉन के भी 23 मरीज आ चुके हैं। ओमिक्रॉन के साथ देश में कोरोना मरीजों की बढ़ती तादाद पर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया आज बड़ी मीटिंग करने वाले हैं।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण से 195 और मरीजों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 4,73,952 हो गई है।
मुंबई में दो लोग ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित मिले हैं । इनमें से एक की उम्र 36 साल है और वो दक्षिण अफ्रीका (South Africa) से आया है । ओमिक्रॉन से संक्रमित दूसरा व्यक्ति अमेरिका से आया है, जिसकी उम्र 37 साल है ।
ब्रिटेन में ओमिक्रॉन के प्रसार की रफ्तार थामने के लिए ब्रिटेन ने मंगलवार से नये नियम लागू किये हैं, जिसके तहत भारत समेत विदेशों से यहां आने वाले किसी भी यात्री को अपनी यात्रा से 48 घंटे पहले कोविड-19 की जांच करानी होगी।
पहले लोग धड़ल्ले से दुनियाभर में ट्रैवल करते थे, लेकिन कोरोना के चलते इसपर रोक लग गई, जिसके कारण जहां 4.5 अरब लोग सालाना ट्रैवल करते थे वहीं अब यह आंकड़ा अब सिर्फ 1.8 अरब पर सिमट गया है।
जानकारी के मुताबिक, जोहांसबर्ग से मुम्बई 25 नवम्बर को 37 वर्षीय व्यक्ति आया। उसके साथ उसकी महिला दोस्त अमरीका से आयी थी वो भी ओमिक्रॉन संक्रमित पायी गयी है। दोनों ने फाइजर की वैक्सीन ली है, दोनों को कोई भी लक्षण नहीं है। दोनों का इलाज 7 हिल्स अस्पताल में चल रहा है।
महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के अबतक कुल 8 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से मुंबई में एक और पुणे में सात केस मिले हैं।
अफ्रीका से निकला ओमिक्रॉन अब तक दुनिया के 40 से ज्यादा देशों में फैल चुका है, इसमें यूरोप से लेकर अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा जैसे तमाम देश शामिल है।
दिल्ली सरकार ने कोरोना प्रोटोकॉल का कथित तौर पर उल्लंघन करने के मामले में एतिहाद एयरवेज (Etihad Airways) को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, दिल्ली में विदेशों से आ रही फ्लाइट में प्रभावित देशों से आ रहे लोगों का टेस्ट किया जा रहा है। 27 लोगों को लोक नायक जय प्रकाश (LNJP) अस्पताल लाया गया जिसमें 17 लोग पॉजिटिव हैं।
दक्षिण अफ्रीका से निकला ओमिक्रॉन अब तक दुनिया के 40 से ज्यादा देशों में फैल चुका है इसमें यूरोप से लेकर अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा जैसे तमाम देश शामिल है। भारत में ओमिक्रॉन के 21 मरीज सामने आ चुके हैं।
जिम्बाब्वे से लौटे 72 वर्षीय व्यक्ति के ओमिक्रॉन पॉजिटिव पाए जाने के बाद उसके करीबी संपर्को से नए नमूने लिए और उन्हें कोविड-19 के लिए भेजा। इनमें से हमें कोविड-19 के दो मामले पॉजिटिव मिले हैं, जो पहले निगेटिव थे।
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि नए मामलों के साथ ही दिल्ली में अबतक संक्रमित हुए लोगों की कुल संख्या बढ़कर 14,41,358 हो गई है जिनमें से 25,098 मरीजों की जान जा चुकी है। विभाग ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में उपचाराधीन मरीजों (एक्टिव केस) की संख्या 370 है, जिनमें से 144 का गृह पृथक-वास में इलाज चल रहा है।
राजस्थान की राजधानी जयपुर में नौ लोगों के कोरोना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि इनमें चार लोग दक्षिण अफ्रीका से लौटे हैं और पांच उनके संपर्क में आए उनके रिश्तेदार हैं।
दक्षिण अफ्रीका में मिले कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron variant) भारत में अब तेजी से पांव पसारता जा रहा है। महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन ने चिंता बढ़ा दी है। महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के अबतक कुल 8 मामले सामने आ चुके हैं। महाराष्ट्र के पुणे में एक ही परिवार के 6 लोगों में ओमिक्रॉन वेरिएंट की पुष्टि हुई है।
अमेरिका के मैसाचुसेट्स और वॉशिंगटन में शनिवार को पहली बार ओमिक्रॉन संक्रमण के मामले पाए गए। इससे एक दिन पहले न्यू जर्सी, जॉर्जिया, पेंसिल्वेनिया और मैरीलैंड में शुक्रवार को पहली बार कोविड-19 के इस स्वरूप से संक्रमण के मामले सामने आए थे तथा मिसौरी में भी संभवत: इसका मामला सामने आया है।
आईआईटी कानपुर के रिसर्चर्स ने दावा किया है कि देश में कोरोना की तीसरी लहर जनवरी तक शुरू हो सकती है और फरवरी में डेढ़ लाख रोजाना केस के साथ महामारी पीक पर पहुंच सकता है। ये रिपोर्ट उस आशंका को बल दे रही है, जिसमें देश में तीसरी लहर का खतरा तमाम एक्सपर्ट्स जता रहे थे।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़