Indore: Madhya Pradesh farmers worried over bumper onion produce, fear rot | 2017-06-22 08:22:22
मध्यप्रदेश में प्याज को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत संचालित राशन की दुकानों पर 2 रुपए प्रति किलो की दर से बेचा जाएगा।
केन्द्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने कहा कि ओडिशा में प्याज की कीमतें भारी गिरावट के साथ 3-4 रुपए प्रति किलो रह गई हैं
नासिक में इस बार लाल प्याज की बंपर फसल को देखते हुए रेलवे किसानों की मदद के लिए आगे आया है। रेलवे ने ढुलाई के लिए सोमवार से एक और मालगाड़ी उपलब्ध कराई है।
इस साल प्याज की अधिक कीमतों की वजह से आपकी आंखों से आसूं ज्यादा निकलेंगे। सरकार ने चालू वर्ष में प्याज उत्पादन 5.8 प्रतिशत घटने का अनुमान व्यक्त किया है।
प्याज की थोक कीमतों पर अंकुश लगाने तथा किसानों के हितों की रक्षा के लिए केंद्र सरकार ने प्याज के निर्यात पर दी जा रही रियायतें तीन महीने के लिए बढ़ा दी
सरकार ने कहा कि देश का प्याज उत्पादन जून 2016 को समाप्त फसल वर्ष में 2.1 करोड़ टन की नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर जा पहुंचने का अनुमान है।
प्याज के दाम में भारी गिरावट आने से प्याज किसानों की बढ़ती परेशानी को देखते हुए नितिन गडकरी ने व्यापारियों से निर्यात बढ़ाने को कहा है।
किसानों से खरीदे गए करीब 9.5 लाख टन प्याज को आज से बेचना शुरु करते हुए मध्यप्रदेश सरकार ने उम्मीद जताई कि इसमें से 90 फीसदी खेप अगले दो हफ्ते में बिक जाएगी।
मध्यप्रदेश में इस बार प्याज की बम्पर पैदावार के चलते राज्य सरकार ने नये शीत भंडार गृह खोलने को बढ़ावा देने की कवायद तेज कर दी है।
प्याज की बर्बादी को कम करने के लिए सरकार ने तीन विभिन्न राज्यों में इस सब्जी के भंडारण क्षमता में 56,800 टन की वृद्धि करने का फैसला किया है।
सरकार बफर स्टॉक बनाने के लिए अपने लक्ष्य से अधिक किसानों से 20,000 टन प्याज खरीदा है। सरकार प्याज का इस्तेमाल कीमत बढ़ने पर करेगी।
किसान ने अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा कि जिला कृषि उत्पाद विपणन समिति (एपीएमसी) में लगभग एक टन प्याज बेचकर वह केवल एक रुपया ही कमा सका है।
प्याज की गिरती कीमतों का सामना करते हुए व्यापारियों ने इस मुद्दे का समाधान करने के लिए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप की मांग की है।
सरकार ने बफर स्टाक बनाने के लिए किसानों से अभी तक सीधे 2,300 टन प्याज की खरीद की है। इसका मकसद प्याज कीमतों में तेजी आने पर अंकुश लगाना है।
प्याज निर्यात पर प्रतिबंध के चलते वित्त वर्ष 2015-16 के पहले दस महीनों में इसका निर्यात मात्रा की दृष्टि से 6.75 फीसदी गिरकर 8.28 लाख टन रहा।
इस साल देश में प्याज का उत्पादन रिकॉर्ड स्तर पर होने का अनुमान है, जिसकी वजह से इस बार ज्यादा कीमतों की वजह से उपभोक्ताओं के आंसू नहीं निकलेंगे।
मध्य प्रदेश की थोक मंडी में प्याज की कीमत 20 और 30 पैसे प्रति किलो तक पहुंच गई है। वहीं दिल्ली की आजादपुर मंडी में भी प्याज की कीमत 5 रुपए पर आ गई हैं।
दालों की कीमतों पर काबू पाने के लिए सरकार ने 50,000 टन का बफर स्टॉक बनाया है। सरकार ने 20,000 टन दलहन आयात करने का फैसला किया है।
सरकार ने प्याज को महंगा होने से रोकने के लिए बफर स्टॉक बनाने की योजना बनाई है। इसके लिए सरकार किसानों से 15,000 टन प्याज की खरीद करेगी।
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