गुरुवार को घरेलू रसोई गैस एलपीजी की कीमत में भी 10 रुपये की कटौती प्रभावी हो गई है। एलपीजी के दाम में भी यह कटौती चार बार की मूल्यवृद्धि के बाद की गई है।
अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल के दाम, जिसके आधार पर रिटेल कीमत तय की जाती है, पिछले कुछ दिनों से नरम बने हुए हैं।
कच्चा तेल फिलहाल 65 डॉलर प्रति बैरल के स्तर से नीचे कारोबार कर रहा है। 3 मार्च को कीमत 70 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच गई थी, वहीं बीते हफ्ते कीमत 60 डॉलर प्रति बैरल के करीब आ गई थी।
कच्चा तेल फिलहाल वापस 65 डॉलर प्रति बैरल के स्तर के करीब आ गया है। बीते सत्र में इसमें 4 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त देखने को मिली है। 3 मार्च को कीमत 70 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच गई थी। वहीं इस हफ्ते कीमतें 61 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गई थीं।
पेट्रोल डीजल की कीमतों को लेकर बड़ी खबर आई है। अगर आप भी पेट्रोल और डीजल की बढ़ी कीमतों को लेकर परेशान है पेट्रोलियम मंत्री ने पेट्रोल डीजल को लेकर बड़ा बयान दिया है।
गुरुवार को लगातार दूसरे दिन पेट्रोल और डीजल की कीमतों में थोड़ी राहत मिली। देश की राजधानी दिल्ली में लगातार दो दिनों में पेट्रोल 39 पैसे प्रति लीटर सस्ता हो गया है और डीजल का भाव 37 पैसे प्रति लीटर घट गया है।
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में आज कटौती की गई है। बुधवार को जारी नए रेट के मुताबिक डीजल 17 और पेट्रोल 18 पैसे सस्ता हुआ है। जानकारों की माने तो क्रूड कीमतों में मौजूदा गिरावट जारी रही तो कीमतों में जल्द और राहत भी मिल सकती है।
पेट्रोल, डीजल और प्राकृति गैस पर संग्रहित कर का प्रतिशत सरकार के कुल राजस्व में 2014-15 के दौरान 5.4 प्रतिशत था जो चालू वित्त वर्ष में बढ़कर 12.2 प्रतिशत हो गया है।
एथेनॉल मिश्रण पर प्रधान ने कहा कि यह योजना अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में पेश की गई थी लेकिन बाद में इसे किनारे कर दिया गया।
27 फरवरी के बाद से कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। हालांकि इस दौरान कच्चा तेल 8 प्रतिशत महंगा होकर 69 के स्तर के करीब है। फरवरी के दौरान कुल 14 दिन पेट्रोल और डीजल के दाम में बढ़त देखने को मिली हालांकि इस दौरान कीमतों में कटौती नहीं की गई।
एक साल पहले पेट्रोल पर 19.98 रुपये प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी थी, जो अब बढ़कर 32.90 रुपये हो गई है। इसी प्रकार डीजल पर एक्साइज ड्यूटी 15.83 रुपये से बढ़कर 31.80 रुपये प्रति लीटर है।
27 फरवरी के बाद से कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। हालांकि इस दौरान कच्चा तेल 8 प्रतिशत से ज्यादा महंगा हुआ है। इससे पहले बीते महीने में कुल 14 दिन पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़े थे।
महामारी के बाद अर्थव्यवस्थाओं में रिकवरी से कच्चे तेल की मांग बढ़ने और तेल उत्पादक देशों के द्वारा उत्पादन में कटौती से कीमतों में तेजी देखने को मिली है। जिसका असर घरेलू कीमतों पर देखने को मिल रहा है।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में फिर कच्चे तेल में तेजी लौटी। कच्चे तेल के दाम में गुरुवार को लगातार दूसरे दिन मजबूत बढ़त के साथ कारोबार चल रहा था और बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड का भाव 69 डॉलर प्रति बैरल के ऊपर बना हुआ था।
विधानसभा में पेट्रोल-डीजल की कीमतों के नियमन पर आम चर्चा के दौरान कांग्रेस विधायक हिमा शांगपलिआंग ने इस बात की जानकारी दी।
पेट्रोल डीजल के दाम में फिर जल्द बढ़ोत्तरी होने वाली है। पेट्रोलियम प्रतिष्ठानों पर हमला किया गया है। जिसके बाद तेल बाजार भड़क उठा है। बाजार का बैरोमीटर माना जाने वाला ब्रेंट क्रूड सोमवार को 1.14 डॉलर उछल कर 70.14 डालर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
27 फरवरी के बाद से कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। हालांकि इस दौरान कच्चा तेल 5 प्रतिशत से ज्यादा महंगा हुआ है। इससे पहले बीते महीने में कुल 14 दिन पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़े थे।
पेट्रोल और डीजल के दाम में रविवार को लगातार आठवें दिन स्थिरता बनी रही, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में बीते सप्ताह आई जोरदार तेजी के बाद दोनों वाहन ईंधनों के दाम में बढ़ोतरी की आशंका बनी हुई है।
पेट्रोल डीजल की बढ़ी हुई कीमतों ने जनता का बुरा हाल कर रखा है। लेकिन अगर आपको 75 रुपए और 68 रुपए कमश: मिलेगा तो इससे अच्छा क्या होगा।
पेट्रोल डीजल के दाम में कटौती करने की मांग को लेकर फिर बड़ा अपडेट सामने आया है। तमिलनाडु के उप मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम ने शनिवार को विधानसभा में कहा कि केंद्र सरकार को पेट्रोलियम उत्पादों पर अपने कर में कटौती करने के लिये आगे आना चाहिये, क्योंकि राज्यों के कर राजस्व के संसाधन कम हैं।
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