समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव आजम खान के स्कूल को सील कर दिया गया है। जिला प्रशासन ने ये कार्रवाई की है। जौहर ट्रस्ट के प्रबंधक को कई बार नोटिस देकर रामपुर पब्लिक स्कूल खाली करने के लिए कहा गया था।
2005 में विश्वनाथ चतुर्वेदी नाम के वकील ने यूपी के तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह, उनके बेटे अखिलेश यादव, बहु डिंपल यादव और दूसरे बेटे प्रतीक यादव के ऊपर आय से करोड़ों अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगाते हुए जनहित याचिका दायर की थी।
सपा नेता राकेश प्रताप सिंह हाल ही में रामचरितमानस पर अपनी टिप्पणी के लिए सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की आलोचना करने के लिए चर्चा में रहे हैं। वहीं, स्मृति ईरानी आमतौर पर विपक्षी नेताओं के साथ तालमेल बनाने के लिए नहीं जानी जाती हैं।
जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जेडीयू अपनी कार्यसमिति को मजबूत करेगी और आगामी लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी को मजबूत करने के लिए काम करेगी।
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आलू को अपना हथियार बनाकर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने अपने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया है। अखिलेश यादव ने लिखा कि आलू बिक्री के दाम दिन पर दिन कम होते जा रहे हैं।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने कहा है कि बीजेपी में भी भ्रष्टाचार है और मुझे बीजेपी का कोई नेता ईमानदार नहीं लगता। गौरतलब है कि ईडी और सीबीआई के विपक्षी नेताओं के खिलाफ पड़ रहे छापे को लेकर बीजेपी को सभी दल घेर रहे हैं।
17 से 19 मार्च के बीच होने वाली इस बैठक में लोकसभा चुनाव की रणनीति पर मंथन किया जाएगा। चुनावी रणनीति के तहत फोकस ग्रुप तैयार किए जाएंगे। फिर पार्टी उस ग्रुप के लिए विशेष अभियान चलाएगी।
अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी ने किसानों को बर्बाद कर दिया है। किसानों की आय दुगनी करने की बात कर रहे थे, लेकिन कुछ नहीं हुआ और महंगाई बढ़ गई। बीजेपी कहती है कि सिर्फ चार परसेंट बेरोजगारी बची है, लेकिन किसी गांव में देख लीजिए कितने बेरोजगार है।
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने बड़ा बयान दिया है। कहा है कि हम अपने गठबंधन के साथियों के साथ लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।
अखिलेश यादव ने कहा कि अब होली के त्योहार से ठीक पहले घरेलू रसोई गैस सिलेंडर के लिए 50 रुपये और व्यावसायिक रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में 350 रुपये की बढ़ोतरी की गई है।
उत्तर प्रदेश की विधानसभा में जब सीएम योगी बोल रहे थे तब नेता प्रतिपक्ष और सपा के मुखिया अखिलेश यादव सदन में उपस्थित नहीं थे। इस पर भी सीएम योगी ने उनपर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि या तो भाग लो या फिर भाग लो।
अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार ने एक संस्था को हायर किया गया है। सिर्फ मुख्यमंत्री को गुमराह करने के लिए। 200 करोड़ देकर एक संस्था से आप सुझाव लेंगे। आपका वित्त विभाग फेल है। अगर सही आंकड़े आपको रखने हैं, तो एम्प्लॉयमेंट रेट बतानी चाहिए।
अखिलेश के साथ सदाकत की तस्वीर सामने आते ही इस मसले पर समाजवादी पार्टी की सफाई भी सामने आ गई। पार्टी के प्रवक्ता फखरुल हसन ने एक बयान में कहा, तू इधर उधर की न बात कर, ये बता कि काफिला क्यूं लुटा, मुझे रहजनों से गिला नहीं, तिरी रहबरी का सवाल है।
सदन में बजट पेश होने के बाद अखिलेश यादव ने कहा कि ये बजट दिशाहीन दिखाई देता है। इसमें ना आज की समस्याओं का समाधान और ना ही भविष्य के किसी फैसले को आगे लेकर जाने का कोई रास्ता दिखाई देता है। इस बजट ने किसानों, युवाओं, महिलाओं को निराश किया है।
उन्होंने मीडियाकर्मियों को लेकर कहा कि इस दौरान मीडियाकर्मियों के कैमरे तोड़े गए और उन्हें लातघूंसे तक मारे गए। क्या भाजपा का लोकतंत्र यही है। उन्होंने कहा कि भाजपा लोकतंत्र को नहीं मानती है। वह जनता व मीडिया के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन कर रही है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी धार्मिक मुद्दे उठाकर जनता का ध्यान बुनियादी मुद्दों से भटकाने की लगातार कोशिश कर रही है।
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के की ओर से रामचरितमानस पर उठाए गए सवाल के खिलाफ बोलने पर इन दो नेताओं को निष्कासित किया गया है।
लड़कों ने स्याही के साथ ही काले झंडे भी फेंके। पुलिस की लड़कों से इस दौरान झड़प भी हुई। इस दौरान लड़कों द्वारा हर हर महादेव और जय श्री राम के नारे भी लगाए गए थे। बता दें कि रामचरित मानस पर बीते दिनों स्वामी प्रसाद मौर्या द्वारा टिप्पणी की गई थी।
इससे पूर्व स्वामी प्रसाद मौर्या द्वारा रामचरितमानस पर दिए गए बयान पर आपत्ति नहीं जताई थी। माना जा रहा था कि स्वामी प्रसाद मौर्या को अखिलेश यादव का समर्थन प्राप्त है। आज भी जब मीडिया ने उन्हें घेरा तो अखिलेश ने सीधे तौर पर स्वामी प्रसाद मौर्या पर कुछ भी कमेंट करने से परहेज किया।
इटावा जिला पंचायत के अध्यक्ष सपा प्रमुख अखिलेश यादव के चचेरे भाई अभिषेक यादव हैं और यह प्रस्ताव उन्होंने ही रखा था। वहीं पार्टी सूत्रों का कहना है कि समाजवादी पार्टी विधानसभा ले आगामी बजट सत्र में भी जिले का नाम बदलने की सरकार से मांग करेगी।
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