भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स एक बार फिर से स्पेस में जाने को तैयार हैं। इससे पहले सुनीता साल 2006 और 2012 में दो बार अंतरिक्ष में जा चुकी हैं।
अमेरिका ने क्रांतिकारी रूप से अंतरिक्ष पर्यटन की शुरुआत कर दी है। यानि भविष्य में आप भी अब अंतरिक्ष की सैर कर सकेंगे। अमेरिका का अंतरिक्ष यान जल्द ही 6 यात्रियों के साथ अंतरिक्ष की सैर करने जा रहा है। भारत की ओर से गोपी थोटाकुरा पहले अंतरिक्ष पर्यटक होंगे। वह पेशे से उद्यमी और पायलट हैं।
भारत के बाद अमेरिका ने चांद के दक्षिणी ध्रुव पर कदम रख दिया है। अमेरिका की प्राइवेट कंपनी इंटुएटिव मशीन्स ने अपने स्पेसक्राफ्ट को चांद की सतह पर उतार दिया है।
जापान के स्पेसक्राफ्ट कागुया ने चांद की सतह से एक वीडियो रिकॉर्ड किया है जो कि सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में चांद की सतह से पृथ्वी अस्त होते हुए दिख रही है।
अमेरिकी सेना का एक अंतरिक्ष यान गुप्त मिशन के लिए रवाना किया गया है। यह करीब 2 वर्षों तक अपने मिशन को अंजाम देगा। अमेरिकी वैज्ञानिकों ने इसके मिशन को बेहद गुप्त रखा है। यह अमेरिकी सेना का एक्स-37 बी विमान है, जो इससे पहले 6 अन्य मिशन को अंजाम दे चुका है।
एलन मस्क की स्पेसएक्स स्टारशिप ने शनिवार को सफलतापूर्वक अंतरिक्ष की उड़ान भरी। थोड़ी ही देर बाद उसका रॉकेट फ्लाइट से संपर्क टूट गया है। जानें अपडेट-
नासा के स्पेसक्रॉफ्ट को बड़ी सफलता हाथ लगी है। अंतरिक्ष में लाखों किलोमीटर दूर से स्टेरॉइड का नमूना लेकर अमेरिकी स्पेसक्रॉफ्ट धरती पर लौट रहा है। यूरोपियन स्पेस एजेंसी ने इसकी दुर्लभ तस्वीर ली है। 24 सितंब को इसके पृथ्वी पर पहुंचने की संभावना है। इससे जीवन के बड़े राज खुल सकते हैं।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने आखिरकार दो हफ्ते बाद अपने खोए हुए स्पेसक्राफ्ट वोयाजर-2 से दोबारा संपर्क साथ लिया। गलत कमांड के चलते दो हफ्ते पहले इस स्पेसक्राफ्ट से संपर्क टूट गया था।
स्पेसक्राफ्ट में मिशन के कमांडर जिंग हैपेंग हैं, जो रिकॉर्ड चौथी बार अंतरिक्ष में जाने वाले पहले चीनी अंतरिक्ष यात्री बनकर इतिहास रचने जा रहे हैं।
जापान की एक कंपनी का अंतरिक्ष यान बुधवार को चंद्रमा पर उतरने की कोशिश के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे के कारण यान से संपर्क टूट गया और उड़ान नियंत्रक यह पता लगाने की कोशिशों में जुटे हैं कि आखिर वहां हुआ क्या।
NASA Moon Mission: नासा अपने मून मिशन के एक कदम और करीब पहुंच गया है। उसका ओरियन कैप्सूल चंद्रमा तक पहुंचा है। 50 साल पहले नासा के अपोलो कार्यक्रम के बाद से यह पहली बार है, जब कोई कैप्सूल चंद्रमा तक गया है।
Space Shuttle Challenger: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का स्पेस शटल चैलेंजर लॉन्च होने के तुरंत बाद क्रैश हो गया था। जिससे उसमें सवार सभी सात लोगों की मौत हो गई थी। अब इसका मलबा मिला है।
China in Space: चीन के अंतरिक्षयान ने अंतरिक्ष में एक रहस्यमयी वस्तु छोड़ी है। जिसे लेकर अमेरिका की स्पेस फोर्स ने हैरान करने वाला दावा किया है। उसने इससे जुड़ी जानकारी दी है।
NASA DART Mission: ‘डबल एस्टेरॉयड रीडायरेक्शन टेस्ट’ (डार्ट) के अंतरिक्षयान ने इरादतन डाइमॉरफोस नाम के उल्कापिंड को 26 सितंबर को टक्कर मारी थी। डाइमॉरफोस वास्तव में डिडिमोस नाम के उल्कापिंड का पत्थर था।
NASA DART Mission: इस टक्कर से, वैज्ञानिक ये पता लगाएंगे कि अंतरिक्ष में टक्कर के बाद उल्कापिंड पर क्या प्रभाव पड़ेगा। अंतरिक्षयान इस घटना की तस्वीरें भी लेगा, जिन्हें लाइव स्ट्रीम के जरिए नासा की वेबसाइट पर शाम 5:30 बजे जारी किया जाएगा।
India's Moon Mission: इंडियन स्पेस रिसर्च आर्गेनाइजेशन (इसरो) ने एक ऐसी तकनीकि ईजाद की है जिससे कि अब हर अंतरिक्ष यानि की सुरक्षित लैंडिंग की जा सकेगी। इसरो के वैज्ञानिकों ने जुलाई 2019 में मिशन मून-2 की चंद्रमा पर लैंडिंग कराते समय लैंडर के भटक जाने के बाद सबक लेते हुए यह तकनीकि विकसित करने में सफलता पाई है।
28 जनवरी: आज के दिन इतिहास में कई घटनाएं दर्ज हुई हैं। इनमें 28 जनवरी 1986 को अमेरिका का अंतरिक्ष यान चैलेंजर का दुर्घटनाग्रस्त होना सबसे अहम घटना है। 28 जनवरी 1986 को अमेरिका का अंतरिक्ष यान चैलेंजर दुर्घटनाग्रस्त हुआ था।
चीन ने तीन अंतरिक्ष यात्रियों को बृहस्पतिवार को अपने निर्माणाधीन अंतरिक्ष स्टेशन के लिए रवाना कर दिया जहां वे तीन महीने तक रहेंगे।
चीन का चंद्रयान ‘चांग ई 5’ चांद की सतह से नमूने लेने के बाद सफलतापूर्वक पृथ्वी पर लौट आया है। चांद से 40 से अधिक वर्ष बाद नमूने पृथ्वी पर लाए गए हैं।
बीजिंग। अंतरिक्ष तकनीक के क्षेत्र में चीन को बड़ी सफलता मिली है। चीन ने दोबारा उपयोग में लाए जाने वाले अंतिरिक्ष यान की सफल लैंडिंग की थी।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़