चीन ने अपने 3 एस्ट्रोनॉट्स को 4 चूहों के साथ में अंतरिक्ष की यात्रा करने भेजा है। चीन इनके माध्यम से वहां होने वाले प्राथमिक प्रभावों का अध्ययन भी करेगा।
चीन शुक्रवार को 3 एस्ट्रोनॉट्स के साथ अपना एक अंतरिक्ष यान अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन में भेजने जा रहा है। चीन के इस मिशन में एस्ट्रोनॉट्स के साथ 4 चूहे भी अंतरिक्ष की यात्रा करेंगे।
भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला तीन अन्य साथियों के साथ पृथ्वी पर लौट आए है। ड्रैगन ‘ग्रेस’ अंतरिक्ष यान दक्षिणी कैलिफोर्निया में सैन डिएगो के नजदीक समुद्र में उतरा। चलिए आपको बताते हैं कि अंतरिक्ष यान पानी में ही क्यों उतरा।
भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष से वापस पृथ्वी पर आ गए हैं। हालांकि, अंतरिक्ष से वापसी के बाद भी शुभांशु शुक्ला की राह आसान नहीं होगी। उन्हें कई प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ेगा।
वर्ष 1972 में सोवियत संघ द्वारा लॉन्च किया गया, ‘कोस्मोस 482’ नामक अंतरिक्ष यान शुक्र ग्रह के लिए भेजे गए मिशन की श्रृंखला का हिस्सा था। लेकिन यह कभी पृथ्वी की कक्षा से बाहर नहीं निकल पाया और रॉकेट की खराबी के कारण वहीं फंस गया।
रूस का एक बड़ा अंतरिक्ष यान धरती पर गिर सकता है। ऐसी आशंका जाहिर किए जाने के बाद वैज्ञानिक चिंता में पड़ गए हैं। अगर यह अंतरिक्ष यान गिरता है तो इसका मलबा कहां गिरेगा। इससे व्यापक नुकसान की आशंका है।
पॉप स्टार कैटी पेरी और सीबीएस एंकर गेल किंग, जेफ बेजोस की मंगेतर लॉरेन सांचेज़ के साथ ऑल-फीमेल ब्लू ओरिजिन स्पेसफ्लाइट पर अंतरिक्ष की यात्रा करने की तैयारी कर रही हैं।
सुनीता विलियम्स समेत अन्य अंतरिक्ष यात्री उस वक्त हैरान रह गए, जब विशालकाय डॉल्फिन्स मछलियों के झुंड ने उन सभी का स्वागत किया। डॉल्फिन्स मछलियां कैप्सूल के सफल लैंडिंग के बाद उसके पास आकर मंडराने लगीं।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सुनीता विलियम्स समेत चारों अंतरिक्ष यात्रियों की सफल और सुरक्षित लैंडिंग के बाद पहला पोस्ट किया है। उन्होंने ट्रुथ सोशल पर लिखा कि 9 महीने अंतरिक्ष में फंसे रहने के बाद सभी एस्ट्रोनाट्स धरती पर लौट आए हैं।
भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स अपने साथी बुच विल्मोर व 2 अन्य साथियों के साथ बुधवार को फ्लोरिडा में समंदर की सतह पर सफलतापूर्वक लैंड कर गई हैं। इसके बाद चारों अंतरिक्ष यात्रियों को कैप्सूल से सुरक्षित बाहर निकालकर मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया।
North American X-15 एक प्रयोगात्मक विमान था जिसे 1950 के दशक में संयुक्त राज्य अमेरिका में विकसित किया गया था। यह विमान अपनी गति और ऊंचाई की क्षमताओं के लिए जाना जाता है, और इसने अंतरिक्ष अनुसंधान और विमान डिजाइन में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स की धरती पर वापसी की घड़ी नजदीक आ गई है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने यह जानकारी दी है।
सुनीता विलियम्स इससे पहले भी अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पर चुकी हैं और सात बार स्पेसवॉक कर चुकी हैं। यह उनकी आठवीं स्पेसवॉक थी। वह जून 2024 से अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पर फंसी हुई हैं।
एक लड़के ने अपने टैलेंट का इस्तेमाल करते हुए अंतरिक्ष विमान की तरह दिखने वाली एक स्पीड बोट बना दिया। जिसका वीडियो इंस्टाग्राम पर खूब वायरल हो रहा है। वीडियो को देख लोग लड़के के दिमाग की तारीफ किए बिना रह नहीं पाए।
नासा का यान इतिहास में पहली बार सूरज के सबसे करीब से गुजरा है। वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि सूरज के मिशन पर भेजा गया "द पार्कर सोलर प्रोब" यान सूरज के काफी करीब से गुजरा है।
इजरायल के साथ चल रहे भारी तनाव के बीच ईरान ने अंतरिक्ष में सफल प्रक्षेपण का दावा करके अपने दुश्मनों को बड़ी चुनौती दे दी है। ईरान के इस दावे की अमेरिका और इजरायल ने समीक्षा शुरू कर दी है।
कई महीनों से अंतरिक्ष में फंसे 4 एस्ट्रोनाट्स धरती पर आज सकुशल वापस लौट आए हैं। मगर भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स अभी तक धरती पर नहीं लौट सकी हैं। वह 8 महीने से अंतरिक्ष में ही फंसी हैं।
बोइंग का स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट बगैर सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर के धरती पर लौट आया है। ऐसे में अब सवाल ये उठने लगे हैं कि आखिर दोनों वैज्ञानिकों की वापसी कैसे होगी। चलिए बताते हैं नासा की आगे की योजना क्या है।
स्टारलाइनर यानी बोइंग का अंतरिक्ष विमान जिसे बीते दिनों स्पेस में भेजा गया था, वह वापस धरती पर लौट आया है लेकिन सुनीता विलियम्स और अन्य वैज्ञानिकों के बगैर। आखिर इसके पीछे क्या कारण है चलिए बताते हैं।
सुनीता विलियम्स के अंतरिक्ष से जल्द वापस लौटने की संभावना है। उनके जल्द वापसी को लेकर नासा नई तारीख जारी कर सकता है। बता दें कि सुनीता विलियम्स 6 जून से ही अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर मौजूद हैं।
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