चीन साल 2021 से माबजा जांगबो नदी पर एक विशाल बांध बना रहा है, जो ट्राइजंक्शन से मात्र कुछ ही किमी की दूरी पर है। इस बारे में विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तराखंड के पास बन रहे चीन के इस बांध से भविष्य में ड्रैगन इस इलाके में पानी पर पूरा नियंत्रण स्थापित कर सकता है।
पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाके तक कड़ाके की ठंड पड़ रही है. पहाड़ी इलाकों में जहां जबरदस्त बर्फबारी हो रही हैं, वहीं इसका असर मैदानी इलाकों में भी दिख रहा है.
जोशीमठ को बचाने के लिए आज बड़े एक्शन की तैयारी है। दो होटल गिराए जाने हैं, लेकिन विरोध प्रदर्शन की वजह से अभी तक होटल तोड़ने की कार्रवाई शुरू नहीं हो सकती है.। खराब मौसम की वजह से भी कार्रवाई शुरू करने में दिक्कत आ रही है।
Uttarakhand के Joshimath के उन दोनों होटलों का Demolition शुरू होने वाला है, जो झुक गए हैं। कल लोगों के Protest की वजह से होटल को गिराने का काम रोक दिया गया था। केंद्र सरकार भी हालात पर नजर बनाए हुए है।#JoshimathRescue #JoshimathDemolition
जोशीमठ का काउंटडाउन शुरु हो गया है। NDRF, SDRF, PAC, फायर ब्रिगेड की टीम जोशीमठ पहुंच चुकी है। Uttarakhand प्रशासन के बड़े अफसर भी जोशीमठ में मौजूद हैं। तैयारी पूरी हो चुकी है। कल किसी भी वक्त जोशीमठ के 2 होटल्स पर बु #joshimath #joshimathlandsinking #joshimathcrisis
क्या जोशीमठ की आपदा मानव निर्मित है? ये सवाल इसलिए अहम है क्योंकि बार-बार चेतावनी के बावजूद प्रशासन ने कोई पहल नहीं की. साल 1976 में ही जोशीमठ को लेकर सरकार को MC Mishra ने चेतावनी दी थी.
Uttarakhand के जोशीमठ में लगातार हालात बिगड़ते चले जा रहे हैं। प्रशासन पहले ही प्रभावित मकानों वाले इलाक़े को डेंजर जोन घोषित कर चुका है। अब दरकते भवनों को जमींदोज करने का काम शुरु हो रहा है।
Uttarakhand के जोशीमठ में लगातार हालात बिगड़ते चले जा रहे हैं। प्रशासन पहले ही प्रभावित मकानों वाले इलाक़े को डेंजर जोन घोषित कर चुका है। अब दरकते भवनों को जमींदोज करने का काम शुरु हो रहा है।
Joshimath को बचाने के लिए प्रशासन का एक्शन जारी है। इस वक़्त Joshimath के 'Mount View' और 'Malari In' होटलों को तोड़ा जा रहा है। इसी बीच वहां के लोगों ने बताया कि कैसे वो अपना गुजर-बसर कर रहे हैं। #JoshimathDemolition #JoshimathLatestNews
जोशीमठ में जमीन धंसने के चलते असुरक्षित हो चुके भवनों को गिराने का अभियान आज मंगलवार से शुरू किया जा रहा है। आज जोशीमठ के दो होटल्स 'होटल मलारी' और 'माउंट व्यू' को हटाया जाएगा।
Joshimath के हालात से निपटने के लिए आज से जल शक्ति मंत्रालय की टीम अपना सर्वे का काम शुरू करेगी। वहीं, आज गृह मंत्रालय से भी एक टीम Joshimath पहुंच रही है जो हालात का जायजा लेगी। #joishimath #joshimathsinking #rajanthsingh
जोशीमठ बर्फ से ढके पहाड़ों के बीच कई पगडंडियों और प्राचीन मार्गों का प्रवेश द्वार है। यहां पहुंचने के लिए आप ट्रेन, प्राइवेट टैक्सी और बस से पहुंच सकते हैं।
जोशीमठ के कई इलाकों में आ रही दरारों और जमीन के धंसाव को लेकर लोगों में दहशत के साथ ही आक्रोश भी है। इसी बीच उत्तराखंड की पुष्कर धामी सरकार समस्या से निपटने के लिए एक्शन के मोड में आ गई है। इसके चलते 81 लोगों को अब तक शिफ्ट किया जा चुका है। आपात मीटिंग में कई अहम निर्णय लिए गए हैं।
Special Report: जोशीमठ त्रासदी पर आज सबसे बड़ा खुलासा हो गया. दरअसल, जोशीमठ में साल दर साल आ रही त्रासदी की वजह वहां की प्रकृति के साथ छेड़छाड़ सबसे बड़ी वजह बताई जा रही है. पहाड़ के साथ छेड़छाड़ की वहज से दरार की बात सामने आई है. देखिए ये पूरी रिपोर्ट ...
जोशीमठ को लेकर मोदी सरकार बेहद ही चिंतित है. मोदी सरकार ने इसके लिए 6 लोगों की टीम का गठन किया है. इस टीम में NDRF, Defence Ministry, ASI के सदस्य शामिल होंगे.
क्या जोशीमठ तबाही लाएगा, दूसरे शहरों का नंबर आएगा ? क्या एक शहर जलसमाधि लेने वाला है ?
Joshimath Landslide: Uttarakhand में प्रसिद्ध धार्मिक स्थल जोशीमठ शहर के आस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है। जोशीमठ के सैंकड़ों मकानों में अचानक दरारें पड़ने से लोग दहशत में हैं। साथ ही जमीन धंसने का सिलसिला बढ़ता ही जा रहा है।
Joshimath Landslide: Uttarakhand में प्रसिद्ध धार्मिक स्थल जोशीमठ शहर के आस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है। जोशीमठ के सैंकड़ों मकानों में अचानक दरारें पड़ने से लोग दहशत में हैं। साथ ही जमीन धंसने का सिलसिला बढ़ता ही जा रहा है। तबाही का जायजा लेने सीएम Pushkar Singh Dhami जोशीमठ पहुंचे हैं।
Joshimath Landslide: जोशीमठ पहुंचकर CM Pushkar Dhami ने लिया जायजा, प्रभावित परिवारों से जाना हालजोशीमठ पहुंचकर सीएम Pushkar Singh Dhami ने लोगों का हालचाल जाना. साथ ही सीएम ने 600 लोगों को तत्काल बाहर सुरक्षित निकालने के आदेश दिए.
तबाही और बर्बादी की कगार पर खड़े उत्तराखंड के जोशीमठ शहर को बचाने की आखिरी कोशिश शुरू हो गई है। तबाही और बर्बादी की कगार पर खड़े उत्तराखंड के जोशीमठ शहर को बचाने की आखिरी कोशिश शुरू हो गई है। अंडरग्राउंड सर्वे के लिए राज्य सरकार अब ISRO और ONGC से मदद ले रही है।
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