Friday, May 10, 2024
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खालिस्तानी हरदीप सिंह ने दिया था हरियाणा में आतंकी हमले का आदेश, भारत के डोजियर में निज्जर पर हैरान कर देने वाले खुलासे

कनाडा में मारे गए खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर भारत पर आतंकी हमले का आदेश दे चुका था। मगर वह भारत नहीं आ पाया। इससे वह हमले की योजना को अंजाम नहीं दे सका। सूत्रों के अनुसार भारत के डोजियर के अनुसार वर्ष 2014 में हरदीप निज्जर हरियाणा के डेरा सच्चा सौदा मुख्यालय पर आतंकी हमला कराने का आदेश दे चुका था।

Dharmendra Kumar Mishra Written By: Dharmendra Kumar Mishra @dharmendramedia
Published on: September 23, 2023 16:07 IST
कनाडा में मारा गया खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर ।- India TV Hindi
Image Source : FILE कनाडा में मारा गया खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर ।

कनाडा में मारा गया खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर भारत में आतंकी हमला कराना चाहता था। उसने अपने आतंकी नेटवर्क को भारत में हमले का आदेश भी दिया था। सूत्र बताते हैं कि भारत सरकार द्वारा हरदीप सिंह निज्जर पर तैयार किए गए डोजियर के अनुसार वर्ष  2014 में उसने कथित तौर पर हरियाणा के सिरसा में डेरा सच्चा सौदा मुख्यालय पर आतंकी हमले को अंजाम देने की योजना बनाई थी। मगर इसके लिए वह भारत नहीं पहुंच सका। खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर को भारत ने आतंकवादी घोषित किया था। वह कनाडा में रह रहा था। डोजियर में कई अन्य चौंकाने वाले खुलासे भी किए गए हैं। सूत्रों के अनुसार डोजियर में कहा गया है कि उसके संबंध पाकिस्तानी आतंकियों से भी थे।

हरदीप सिंह निज्जर कथित तौर पर 1980 के दशक से अपराध में शामिल था। डोजियर के अनुसार निज्जर 1996 में जाली पासपोर्ट पर कनाडा भाग गया था और वहां एक ट्रक ड्राइवर के रूप में अपनी कम प्रोफ़ाइल रखता था। वह हथियारों और विस्फोटकों के प्रशिक्षण के लिए पाकिस्तान गया। कनाडा में शरण लेने के दौरान उसने कथित तौर पर पंजाब में कई हत्याओं और हमलों का भी आदेश दिया था। वह पंजाब के जालंधर में भार सिंह पुरा गांव का निवासी था। हरदीप सिंह निज्जर को गुरनेक सिंह उर्फ ​​नेका ने गैंगस्टर जीवन में प्रवेश दिलाया था।

1980 से 90 के दशक में खालिस्तानी कमांडो फोर्स से जुड़ा

डोजियर के अनुसार मारा गया आतंकी हरदीप सिंह निज्जर वर्ष 1980 और 90 के दशक में खालिस्तान कमांडो फोर्स (केसीएफ) के आतंकवादियों से जुड़ गया। आतंकवाद के कई मामलों में नाम आने के बाद निज्जर 1996 में भारत छोड़कर कनाडा भाग गया। बाद में 2012 से वह खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) प्रमुख जगतार सिंह तारा का बेहद करीबी हो गया था। पाकिस्तान स्थित केटीएफ प्रमुख जगतार सिंह तारा के साथ मिलकर वह भारत के खिलाफ आतंकी साजिशों में शामिल रहा। डोजियर में कहा गया है कि उसने अप्रैल 2012 में बैसाखी जत्था सदस्य के भेष में पाकिस्तान का दौरा किया और वहां एक पखवाड़े तक हथियार और विस्फोटक का प्रशिक्षण लिया।

पंजाब में आतंकी हमले के लिए कनाडा में खड़ा किया गिरोह

कनाडा लौटने के बाद उसने कथित तौर पर कनाडा में ड्रग्स और हथियारों की तस्करी में लगे अपने सहयोगियों के माध्यम से आतंकवादी गतिविधियों के लिए धन की व्यवस्था करना शुरू कर दिया। निज्जर ने पंजाब में आतंकी हमले को अंजाम देने के लिए जगतार सिंह तारा के साथ योजना बनाई और कनाडा में एक गिरोह खड़ा किया, जिसमें मनदीप सिंह धालीवाल, सरबजीत सिंह, अनुपवीर सिंह और दर्शन सिंह उर्फ ​​फौजी शामिल थे। डॉजियर का दावा है कि उसने ब्रिटिश कोलंबिया में 2015 में हथियारों का प्रशिक्षण प्राप्त किया था। इससे पहले वर्ष 2014 में, निज्जर ने कथित तौर पर हरियाणा के सिरसा में डेरा सच्चा सौदा मुख्यालय पर एक आतंकी हमले को अंजाम देने की योजना बनाई थी, लेकिन वह भारत नहीं पहुंच सका, इसलिए उसने अपने मॉड्यूल निशांत शर्मा, और बाबा मान सिंह पिहोवा वाले को पंजाब स्थित शिव सेना नेता पूर्व डीजीपी मोहम्मद इज़हार आलम को निशाना बनाने का निर्देश दिया। डोजियर में कहा गया है कि निज्जर ने पंजाब में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए मोगा के गैंगस्टर अर्शदीप सिंह गिल उर्फ ​​अर्श डाला के साथ भी काम किया।

कनाडा में छुपकर आतंकी गतिविधियों को दे रहा था अंजाम, मनोहर लाल के लिए दी थी सुपारी

वह कनाडा मे छुपकर आतंकी और हत्या की गतिविधियों को अंजाम देने में जुटा था। पर अर्शदीप को 2020 में 'पंथ विरोधी गतिविधियों' के आरोपी पिता-पुत्र मनोहर लाल अरोड़ा और जतिंदरबीर सिंह अरोड़ा की दोहरी हत्या को अंजाम देने का काम सौंपा था। हमले में, मनोहर लाल की उनके आवास पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। 20 नवंबर 2020 को बठिंडा, लेकिन उनका बेटा भाग निकला। डोजियर में कहा गया है कि निज्जर ने उनकी हत्या के लिए कनाडा से पैसे भेजे थे। 2021 में, निज्जर ने कथित तौर पर अर्शदीप को भार सिंह पुरा गांव (निज्जर का मूल स्थान) के पुजारी की हत्या करने के लिए कहा। हालाँकि, पुजारी बच गया। इस तरह निज्जर ने कथित तौर पर कनाडा में पर्दे के पीछे से पंजाब में आतंक का एक मुख्य पारिस्थितिकी तंत्र बनाया। 18 जून को कनाडा के सरे, ब्रिटिश कोलंबिया में पार्किंग क्षेत्र में एक गुरुद्वारे के बाहर निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। कनाडा के प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो ने आज अपने विस्फोटक आरोप को दोगुना कर दिया कि हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के पीछे "भारत सरकार के एजेंट" थे, उन्होंने दावा किया कि "विश्वसनीय सुबूत" हफ्तों पहले भारत के साथ साझा किए गए थे।

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